इंडिगो के CEO को DGCA ने भेजा कारण बताओ नोटिस, 24 घंटे में माँगा जवाब

हजारों यात्री फंसे, एक दिन में हजार उड़ानें रद्द; DGCA ने FDTL लागू करने में लापरवाही बताई बड़ी वजह, 24 घंटे में जवाब नहीं तो सख्त कार्रवाई तय

Update: 2025-12-07 03:19 GMT

Show Cause Notice To Indigo : देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो पिछले एक हफ्ते से जिस ऑपरेशनल संकट से जूझ रही है, उसने पूरे भारत में हवाई यात्रा को चरमरा कर रख दिया। इसी भारी अव्यवस्था और देशभर में बढ़ते सार्वजनिक आक्रोश को देखते हुए भारतीय विमानन नियामक DGCA ने इंडिगो के CEO को शो-कॉज नोटिस जारी किया है, जिसमें उन्हें पूरे संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। यह नोटिस हाल के वर्षों में DGCA द्वारा किसी भी एयरलाइन के खिलाफ उठाया गया सबसे सख्त कदमों में से एक माना जा रहा है।

आलम ये है कि भीड़भाड़ वाले हवाई अड्डों पर हजारों यात्री घंटों लाइन में फंसे रहे, कई यात्रियों को रातभर एयरपोर्ट पर ही इंतजार करना पड़ा, और शुक्रवार को तो स्थिति इतनी खराब हो गई कि एयरलाइन को लगभग एक ही दिन में करीब 1,000 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। ये इंडिगो के इतिहास की सबसे बड़ी एक-दिवसीय उड़ान रद्दीकरण घटना थी।


FDTL लागू करने में इंडिगो की भारी चूक - DGCA ने बताई मुख्य वजह

DGCA ने अपने नोटिस में साफ कहा कि यह संकट अचानक नहीं आया, बल्कि एयरलाइन की “पर्याप्त तैयारी न होने” का नतीजा है।

नियामक के अनुसार, 1 नवंबर से लागू की गई नई Flight Duty Time Limitations (FDTL)  यानी पायलटों के ड्यूटी घंटों और आराम के नियम के लिए इंडिगो ने समय रहते जरूरी व्यवस्था ही नहीं की।

ये बदलाव महीनों पहले नोटिफाई कर दिए गए थे, लेकिन एयरलाइन नई शर्तों के अनुरूप रोस्टर, कर्मियों और संसाधनों का प्रबंधन नहीं कर पाई, जिसके चलते

बड़े पैमाने पर उड़ानों में देरी,

पायलटों की कमी,

शेड्यूलिंग में गड़बड़ी,

और पूरी नेटवर्क में ‘कास्केडिंग डिसरप्शन’

देखने को मिला।


नोटिस में कहा गया है कि “इंडिगो की अनुसूचित उड़ानों में भारी व्यवधान देखा गया है, जिससे यात्रियों को गंभीर असुविधा, परेशानी और तनाव का सामना करना पड़ा।”


नोटिस में दर्ज गंभीर आरोप - नियमों के उल्लंघन का दावा

DGCA के शो-कॉज नोटिस में एयरलाइन पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:

Rule 42A (Aircraft Rules, 1937) का पालन न करना

Civil Aviation Requirements (CARs) के कई प्रावधानों का उल्लंघन

कॉकपिट क्रू की ड्यूटी और आराम के संशोधित मानकों का पालन न करना

व्यवधान के दौरान यात्रियों को

सही जानकारी,

सहायता,

भोजन,

सुविधाएं

उपलब्ध न कराना

नोटिस में सीधा लिखा है कि “CEO के रूप में आप एयरलाइन के प्रभावी प्रबंधन के जिम्मेदार हैं, लेकिन आप समय रहते उचित प्रबंध करने में विफल रहे, जिससे विश्वसनीय संचालन और यात्रियों को आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित नहीं हो पाईं।”


24 घंटे में जवाब नहीं तो होगी कार्रवाई

DGCA ने इंडिगो के CEO से 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है। यदि जवाब समय पर नहीं आया तो DGCA ने कहा है कि वह 

एक्स-पार्टी फैसला ले सकता है, जिसमें आर्थिक पेनल्टी से लेकर ऑपरेशनल प्रतिबंध तक किसी भी कठोर कदम की संभावना शामिल है।

यह संकेत देता है कि सरकार इस संकट को बेहद गंभीरता से देख रही है और यात्रियों की परेशानी को लेकर सख्त है।


पांच दिन की अराजकता के बाद इंडिगो ने 95% सेवा बहाल की

लगातार पांच दिनों तक उथल-पुथल मचने के बाद, इंडिगो ने शनिवार को ऐलान किया कि उसकी सेवाएं अब 95% तक बहाल हो चुकी हैं। एयरलाइन ने कहा कि आज 138 में से 135 डेस्टिनेशन पर उड़ानें चलाई जा रही हैं। दिन के अंत तक 1,500 से अधिक उड़ानें ऑपरेट करने की उम्मीद है। इंडिगो ने बयान में फिर एक बार माफी मांगते हुए कहा कि “हम इस कठिन सप्ताह के लिए अपने ग्राहकों से क्षमा चाहते हैं और भरोसा बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”


शुक्रवार रहा सबसे बुरा दिन - 1,000 फ्लाइट रद्द

संकट का सबसे खराब दिन शुक्रवार था, जब एयरलाइन को करीब एक हजार उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। एयरलाइन ने कहा कि उसने उस दिन “लगभग 700 से थोड़ा अधिक उड़ानें” ही ऑपरेट कीं, और यह फैसला एक तरह का नेटवर्क रीबूट था। इंडिगो के एक प्रवक्ता ने कहा कि “हमारा उद्देश्य नेटवर्क, रोस्टर और सिस्टम को रीसेट करना था ताकि अगले दिन से बेहतर स्थिरता मिल सके।”


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