नहीं बहाल हो सकता अनुच्छेद 370 फिर चाहे इंदिरा गांधी भी स्वर्ग से उतर आएं : अमति शाह

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर अमित शाह ने एक ही दिन में तीन रैलियों को संबोधित किया, जिसमें कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी पर जमकर निशाना साधा.

Update: 2024-11-13 16:24 GMT

Maharashtra Elections : महराष्ट्र चुनाव के मतदान में एक सप्ताह शेष है और प्रचार के लिए सिर्फ पांच दिन ही बचे हैं. ऐसे में हर राजनितिक दल पूरी तरह से अपनी ताकत झोंक रहा है और हर तरह से विरोधी दलों को घेरने में लगा है. इसी क्रम में केन्द्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए न केवल दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी का नाम लिया बल्कि राम मंदिर का मुद्दा भी एक बार फिर से उछाल दिया.


इसलिए लिया इंदिरा गाँधी का नाम
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं किया जाएगा, भले ही कांग्रेस की दिग्गज नेता और दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी स्वर्ग से ही क्यों न उतर आएं.

राम मंदिर का मुद्दा फिर से उठाया
भाजपा के स्टार प्रचारक अमित शाह ने मुस्लिम आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने घेरते हुए आरोप लगाया कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को वर्षों तक जानबूझकर रोकने के पीछे कांग्रेस का ही हाथ था.

एक दिन में की तीन रैलियां
मतदान का दिन नजदीक आने और प्रचार का समय कम होने की वजह से अमित शाह ने एक दिन में तीन रैलियों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के घटक शिवसेना पर हमला बोला.

मुस्लिम आरक्षण के मुद्दे पर राहुल गाँधी पर किया हमला
उत्तर महाराष्ट्र के धुले में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ये याद रखना चाहिए कि भले ही उनकी “चौथी पीढ़ी” आ जाए, मुसलमानों को दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षण नहीं मिलेगा.
शाह ने जोर देकर कहा, "कुछ दिन पहले उलेमा (मुस्लिम विद्वान) कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष से मिले और कहा कि मुसलमानों को (नौकरियों और शिक्षा में) आरक्षण दिया जाना चाहिए. अगर मुसलमानों को आरक्षण देना है तो एससी/एसटी/ओबीसी के आरक्षण में कटौती करनी होगी. राहुल बाबा, सिर्फ़ आप ही नहीं बल्कि आपकी चार पीढ़ियाँ भी अगर एससी/एसटी/ओबीसी के लिए निर्धारित कोटा में कटौती करके मुसलमानों को नहीं दे सकतीं."

किसी भी हाल में बहाल नहीं होगी धारा 370
केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट किया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार द्वारा 2019 में हटाए गए अनुच्छेद 370 को किसी भी हालत में बहाल नहीं किया जाएगा. भाजपा के दिग्गज नेता ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अगर इंदिरा गांधी स्वर्ग से वापस भी आ जाएं तो भी अनुच्छेद 370 बहाल नहीं होगा.’’

MVA को बताया औरंगजेब फैन क्लब
विपक्षी MVA समूह को "औरंगजेब फैन क्लब" बताते हुए शाह ने कहा कि भाजपा नीत महायुति गठबंधन मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज और स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के आदर्शों का पालन करता है.

फिर छेड़ा ATM वाला राग
उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव में एक अन्य चुनावी सभा में पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर एमवीए 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव जीतता है तो राज्य कांग्रेस के लिए एटीएम (ऑटोमेटेड टेलर मशीन) में बदल जाएगा.
शाह ने चालीसगांव शहर में आयोजित एक बैठक में कहा, "वे (एमवीए) राज्य के संसाधनों का उपयोग करके महाराष्ट्र से धन निकाल लेंगे और पैसा दिल्ली भेज देंगे. इसके विपरीत, अगर भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति सरकार बनाती है, तो मोदी प्रशासन महाराष्ट्र के लिए अधिक विकास सुनिश्चित करेगा."

कांग्रेस और राहुल पर लगाया झूठे वादे करने का आरोप
रायबरेली से लोकसभा सांसद गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने उनकी पार्टी पर झूठे वादे करने और लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया. शाह ने कहा, "हाल ही में राहुल गांधी बाबा साहब अंबेडकर के संविधान की एक प्रति लहराते हुए देखे गए. उन्होंने संसद में शपथ लेते समय उसी प्रति का इस्तेमाल किया. जब कुछ पत्रकारों के हाथ वही प्रति लगी, तो उसमें खाली पन्ने थे. फर्जी संविधान दिखाकर राहुल ने लोगों का भरोसा तोड़ा और बाबा साहब का अपमान किया. जाहिर है, राहुल बाबा आपने कभी संविधान पढ़ा ही नहीं."
गृह मंत्री ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के कारण सोनिया-मनमोहन सरकार ने 10 वर्षों (2004-14) तक नक्सलवाद और आतंकवाद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.
उन्होंने कहा, "कांग्रेस की पूरी राजनीति धोखे पर चलती है. वे कह रहे हैं कि महायुति सरकार (जून 2022 में) बनने के बाद महाराष्ट्र में निवेश कम हो गया है. सच्चाई यह है कि (सीएम) एकनाथ शिंदे और (डिप्टी सीएम) देवेंद्र फडणवीस की सरकार बनने के बाद हमारा महाराष्ट्र भारत में एफडीआई प्रवाह में नंबर 1 राज्य है."

महिलाओं किसानों को दी मोदी की गारंटी
शाह ने कहा कि चुनाव के बाद महायुति सरकार महिलाओं, किसानों और समाज के अन्य वर्गों के कल्याण के लिए अधिक काम करेगी. उन्होंने कहा, "आपका एक वोट न केवल महायुति सरकार बनाएगा, बल्कि आपका एक वोट महाराष्ट्र की प्यारी बहनों के खाते में 2,100 रुपये भी जमा करेगा. आपके एक वोट के परिणामस्वरूप किसानों के खाते में सालाना 12,000 रुपये की जगह 15,000 रुपये जमा होंगे."
भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी 'पत्थर की लकीर' की तरह है, जबकि कांग्रेस तेलंगाना, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में सत्ता में आने के बाद चुनाव पूर्व वादों से मुकर गई.

शरद पवार पर भी साधा निशाना
राकांपा (सपा) अध्यक्ष शरद पवार पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि वरिष्ठ राजनेता कई वर्षों तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री रहे, लेकिन उन्होंने मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिलाने के लिए कुछ नहीं किया. मराठवाड़ा क्षेत्र के परभणी जिले के जिंतूर में अपनी तीसरी रैली में शाह ने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, जो महाराष्ट्र में एमवीए के लिए प्रचार कर रहे हैं, एक बार फिर विफल होंगे.
भाजपा नेता ने कहा, "सोनिया जी ने राहुल बाबा नाम के विमान को 20 बार लैंड करने की कोशिश की और 20 बार विमान क्रैश हो गया. अब फिर से महाराष्ट्र में 21वीं बार विमान को लैंड करने की कोशिश की जा रही है. सोनिया जी, आपका "राहुल विमान" 21वीं बार क्रैश होने जा रहा है."
शाह ने कांग्रेस पर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को वर्षों तक जानबूझकर रोकने का आरोप लगाया. उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर बनवाया और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (वाराणसी में) भी बनवाया, जिसे (मुगल बादशाह) औरंगजेब ने ध्वस्त कर दिया था. अब आपको गुजरात आने के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि सोमनाथ मंदिर भी सोने से बनाया जा रहा है."

शाह ने कहा कि मोदी ने देश को सुरक्षित और समृद्ध बनाया
शाह ने कहा, "मैंने विदर्भ, उत्तर महाराष्ट्र, पश्चिम महाराष्ट्र, कोंकण, मुंबई, मराठवाड़ा जैसी सभी जगहों का दौरा किया है. क्या आप विधानसभा चुनाव के नतीजे जानना चाहते हैं? मेरी बात सुनिए, 23 नवंबर (नतीजे वाले दिन) को महाराष्ट्र से महा विकास अघाड़ी का सफाया होने वाला है." शाह ने कहा कि पूर्व में भाजपा की सहयोगी रही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अब उन लोगों के साथ गठबंधन कर रही है जिन्होंने औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर करने का विरोध किया था.

(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को फेडरल स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से स्वतः प्रकाशित किया गया है।)


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