'AQI तापमान है', रेखा गुप्ता के बयान पर केजरीवाल का हमला

Kejriwal attacks Rekha Gupta: केजरीवाल ने लिखा कि गुप्ता की टिप्पणी स्पष्ट करती है कि सरकार प्रदूषण के आंकड़ों को छुपाने की कोशिश कर रही है।

Update: 2025-12-09 06:25 GMT
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Delhi pollution: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के उन बयानों ने राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार प्रदूषण के 'हॉटस्पॉट' क्षेत्रों में मिस्ट स्प्रेयर का इस्तेमाल कर प्रदूषण को कंट्रोल कर रही है। उनके इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तीखी हमला बोला है।

केजरीवाल ने लिखा कि गुप्ता की टिप्पणी स्पष्ट करती है कि सरकार प्रदूषण के आंकड़ों को छुपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री के इस कथन पर भी सवाल उठाया कि AQI "तापमान जैसा है," और पूछा कि यह नई विज्ञान कब सामने आई कि AQI अब तापमान बन गया?

केजरीवाल ने अपने पोस्ट में कहा कि मुख्यमंत्री ने कम से कम यह स्वीकार कर लिया कि जहां भी AQI मॉनिटर लगे हैं, वहां पानी छिड़काव किया जा रहा है, ताकि दिल्लीवासियों तक प्रदूषण की सच्चाई न पहुंचे। दूसरे शब्दों में, आंकड़े छुपाने और 'स्वच्छ हवा' दिखाने का खेल चल रहा है।

सीएम गुप्ता की प्रतिक्रिया

एक इंटरव्यू में गुप्ता से विपक्ष के आरोपों पर सवाल किया गया कि हॉटस्पॉट्स में AQI मॉनिटरों पर पानी छिड़क कर प्रदूषण के आंकड़े फर्जी दिखाए जा रहे हैं। गुप्ता ने जवाब दिया कि बताइए, हॉटस्पॉट क्या होता है? हॉटस्पॉट वह जगह है, जहां सबसे ज्यादा प्रदूषण है। समाधान क्या है? वहां छिड़काव करें, मिट्टी सुधारें। इसलिए आप केवल हॉटस्पॉट पर ही पानी छिड़केंगे। उन्होंने कहा कि मॉनिटर लगाने से AQI कम नहीं होता। AQI तापमान जैसा है, जिसे किसी भी उपकरण से मापा जा सकता है। इसलिए पानी छिड़कना ही एकमात्र समाधान है, जो हम कर रहे हैं।

राजनीतिक लड़ाई गरमाई

मुख्यमंत्री के बयान के बाद यह बहस और तेज हो गई कि क्यों सरकार के AQI आंकड़े प्रदूषण के बढ़ते स्तर को सही तरह से नहीं दिखा रहे। आम आदमी पार्टी (AAP) का आरोप है कि सरकार फर्जी आंकड़े पेश कर रही है, जबकि बीजेपी ने इस दावे को खारिज किया है। गुप्ता ने दिल्ली के सर्दियों के प्रदूषण को समस्या बताया। इस महीने की शुरुआत में गुप्ता ने कहा था कि दिल्ली सरकार प्रदूषण से लड़ने के लिए मिस्ट स्प्रे तकनीक लगाने की योजना बना रही है। उनके अनुसार, शहर के 9 प्रदूषण हॉटस्पॉट्स पर 305 मिस्ट स्प्रेयर लगाए जाएंगे।

AAP नेताओं ने भी इस मामले पर हमला किया। वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जैसे ही प्रदूषण बढ़ता है, सरकार AQI मॉनिटरिंग स्टेशनों को बंद कर देती है। जहां AQI उच्च है, वहां छिड़काव किया जा रहा है। लोगों को यह देखकर हैरानी होती है कि बड़े संस्थान इसमें शामिल हैं और यह घोटाला खुलेआम हो रहा है। सरकार का उद्देश्य प्रदूषण कम करना नहीं, बल्कि इसके आंकड़े कम दिखाना है। AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि बीजेपी ने AQI मॉनिटरों पर पानी छिड़कवाने का काम किया, ताकि रीडिंग्स कम दिखें। बीजेपी आंकड़ों में हेरफेर कर रही है। इससे उनकी विश्वसनीयता प्रभावित होती है।

वास्तविक स्थिति

हर साल दिवाली के बाद दिल्ली जहरीली धुंध में ढक जाती है। इस वर्ष प्रदूषण का असर थोड़ी देर से आया, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में हवा की गुणवत्ता "खराब" से "बहुत खराब" स्तर के बीच रही। 

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