बारिश में कार की सुरक्षा के लिए अपनाएं ये आसान उपाय
बारिश में कार की सही देखभाल बेहद जरूरी है। टायर, वाइपर, लाइट और ब्रेक सिस्टम की नियमित जांच करें ताकि गाड़ी सुरक्षित और दुरुस्त बनी रहे।;
देश में मानसून दस्तक दे चुका है और कई इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है. जहां एक ओर बारिश का मौसम सुहावना और सुकून देने वाला होता है, वहीं दूसरी ओर यह आपकी कार के लिए एक चुनौती बन सकता है. सड़कों पर जलभराव, कीचड़, फिसलन और कम विजिबिलिटी जैसी समस्याएं गाड़ी चलाना मुश्किल बना देती हैं. ऐसे में कार की सही देखभाल न की जाए, तो वह खराब भी हो सकती है.
चाहे आप गाड़ी चला रहे हों या पार्किंग में खड़ी हो, बारिश का पानी और नमी दोनों ही इसके लिए नुकसानदायक हो सकते हैं. इसलिए जरूरी है कि इस मौसम में कुछ खास बातों का ध्यान रखा जाए ताकि आपकी गाड़ी सुरक्षित रहे और आप खुद भी ड्राइविंग के दौरान सुरक्षित महसूस करें. आइए जानते हैं कि बरसात के मौसम में कार की देखभाल कैसे करें:
1. टायरों की जांच है सबसे जरूरी
बारिश के मौसम में सड़कों पर गाड़ी की ग्रिप बनाए रखना बेहद जरूरी होता है. इसके लिए आपके कार के टायर अच्छे होने चाहिए.
टायर की ट्रेड डेप्थ यानी टायर पर बनी डिज़ाइन की गहराई सही होनी चाहिए, ताकि पानी आसानी से निकल सके और टायर न फिसले.
अगर ट्रेड घिस गया हो तो तुरंत टायर बदलवाएं.
टायर में हवा का प्रेशर न बहुत कम हो और न ही ज्यादा. कार के मैनुअल में बताए गए प्रेशर को ही फॉलो करें.
2. वाइपर ब्लेड चेक करना न भूलें
बारिश के दौरान साफ विजिबिलिटी बहुत जरूरी होती है और इसके लिए वाइपर का ठीक से काम करना आवश्यक है.
वाइपर ब्लेड के रबर की जांच करें.
अगर वाइपर पुराने हैं और कांच पर लकीरें छोड़ रहे हैं या पानी सही से साफ नहीं कर रहे, तो उन्हें बदलवा लें.
खराब वाइपर से विजिबिलिटी में दिक्कत आ सकती है जो हादसे का कारण बन सकती है.
3. लाइट्स की स्थिति जरूर जांचें
तेज बारिश, धुंध और अंधेरे के कारण गाड़ी की लाइट्स की उपयोगिता और बढ़ जाती है.
हेडलाइट्स, टेललाइट्स और फॉग लाइट्स सभी ठीक से काम कर रही हैं या नहीं, यह देखें.
किसी भी लाइट का बल्ब फ्यूज हो तो बदलवाएं.
लाइट्स पर जमा धूल या मिट्टी साफ करें ताकि रोशनी ठीक से बाहर आए.
4. ब्रेक सिस्टम की पूरी जांच कराएं
बारिश के मौसम में सड़कों पर पानी भर जाने से ब्रेकिंग में ज्यादा सावधानी की जरूरत होती है.
किसी अच्छे मैकेनिक से ब्रेक पैड्स और डिस्क की जांच करवाएं.
अगर ये घिस गए हों, तो उन्हें बदलवाना न भूलें.
ब्रेक फ्लूइड का लेवल भी चेक करें और जरूरत हो तो भरवाएं.