UP के कार खरीदारों के लिए खुशखबरी! सरकार पुराने वाहनों के स्क्रैप पर दे रही 75 फीसदी की टैक्स छूट
सर्दियों का मौसम के आने के साथ ही उत्तर भारत में प्रदूषण चरम पर होता है. ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार ने वैलिडिटी खत्म हो चुके वाहनों को कबाड़ में बेचने पर टैक्स छूट की घोषणा की है.
UP government vehicles scrap tax exemption: सर्दियों का मौसम के आने के साथ ही उत्तर भारत में प्रदूषण चरम पर होता है. ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार ने वैलिडिटी खत्म हो चुके वाहनों को कबाड़ में बेचने पर टैक्स छूट की घोषणा की है. ऐसे में नई नीति के तहत 75 फीसदी तक टैक्स छूट मिल सकती है. इसका नीति का मकसद सड़क से पुरानी गाड़ियों को हटाना है, जिससे कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सके. खासकर एनसीआर में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए यूपी सरकार की तरफ से यह पहल की जा रही है.
यूपी वाहन टैक्स छूट
विवरण प्रमुख सचिव (परिवहन) एल वेंकटेश्वरलू द्वारा जारी एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, साल 2003 से पहले रजिस्टर्ड वाहनों को कबाड़ में बेचने पर 75 प्रतिशत टैक्स छूट का लाभ मिलेगा. जबकि, 2003 और 2008 के बीच रजिस्टर्ड वाहनों को 50 प्रतिशत की टैक्स छूट का फायदा मिलेगा. इसके अलावा 2008 और 2013 के बीच एनसीआर जिलों में रजिस्टर्ड डीजल वाहन पर भी 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी.
ऐसे मिलेगा योजना का लाभ
11 सितंबर, 2024 से 10 मार्च, 2025 तक यानी कि इस छह महीने की अवधि के दौरान वाहन मालिक, जो एक रजिस्टर्ड वाहन स्क्रैपिंग सुविधा केंद्र में अपने वाहनों को स्क्रैप करना चुनते हैं, उन्हें अतिरिक्त वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करते हुए भुगतान न किए गए बकाए के लिए कोई भी जुर्माना माफ किया जाएगा. यह कदम क्षेत्र में ईएलवी की बढ़ती संख्या के जवाब में उठाया गया है. यूपी के एनसीआर जिले में अभी अनुमानित 150,000 ऐसे वाहन हैं, जिनमें 25,000 वाणिज्यिक वाहन शामिल हैं, जिन्होंने अपने टैक्स बकाये का भुगतान नहीं किया है.
बता दें कि निजी वाहन स्वामी आमतौर पर एकमुश्त टैक्स का भुगतान करते हैं. जबकि वाणिज्यिक वाहनों पर तिमाही, अर्धवार्षिक या वार्षिक रूप से टैक्स लगाया जाता है. उत्तर प्रदेश सरकार की हाल ही में शुरू की गई हाइब्रिड कार नीति मजबूत हाइब्रिड और प्लग-इन हाइब्रिड वाहनों के लिए रजिस्टर्ड टैक्स पर पूर्ण छूट प्रदान करती है. इससे खरीदारों को 3.50 लाख रुपये तक की बचत हो सकती है, जिसमें मारुति सुजुकी इनविक्टो और टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस जैसे मॉडल 3 लाख रुपये से अधिक की बचत कर सकते हैं. वहीं, मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा, टोयोटा हाइडर और होंडा सिटी 2 लाख रुपये से अधिक की बचत कर सकते हैं.