खुद को भगत सिंह तो सिसोदिया को बटुकेश्वर दत्त की तरह पेश किया केजरीवाल ने
Kejriwal : केजरीवाल ने कहा कि मैं लाखों लोगों का शुक्रिया करता हूँ, जो हमारे साथ खड़े रहे. जेल में गीता पढ़ी, महाभारत पढ़ी, भगत सिंह की जेल डायरी, पोलिटिकल किताबें पढ़ी. जेल के अन्दर से भगत सिंह ने अपने क्रांतिकारियों को पत्र लिखे थे, देश के युवाओं को पत्र लिखे थे. बटुकेश्वर दत्त की बहन को पत्र लिखे.
अंग्रेजों ने भगत सिंह के पत्र को आगे पहुँचाया. भगत शिंह की शहादत के 95 साल बाद देश का क्रन्तिकारी मुख्यमंत्री जेल भेजा गया. मैंने 15 अगस्त से पहले जेल से एलजी को पत्र लिखा. आतिशी को झंडा फेहराया जाए. लेकिन मेरा वो ख़त आगे नहीं भेजा गया. मुझे वार्निंग दी गयी की दोबारा खत लिखा तो परिवार से मुलाकात को बंद कर दिया जायेगा. अंग्रेजों ने भी नहीं सोचा होगा कि 95 साल बाद ऐसे लोग आयेंगे कि जेल से पत्र आगे नहीं भेजा जायेगा.
मुझे और सिसोदिया को अलग जेल में रखा गया, जैसे भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त को अलग रखा गया. संदीप पाठक मुझसे जेल में मिलने आया. देश की पोलिटिकल हालचल पर बात की. उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया गया.
जहाँ सरकार नहीं बना पाते ये लोग सरकार गिरा देते हैं
मुझे जेल भेजने के पीछे आम आदमी पार्टी को तोडना. हौसले को तोडना. एमएलए तोडना, सरकार गिरा दो. केजरीवाल को जेल भेज देंगे तो दिल्ली, पंजाब में सरकार तोड़ देंगे. अपनी सरकार बना लेंगे. आज मैं आपके सामने खड़ा हूँ. जेल भेजने से मेरा हौसला बड़ा है. जहाँ जहाँ चुनाव हारे, मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लो, सरकार गिरा दो. मैं अगर इस्तीफा देता तो सरकार गिरा दे देते.
सुप्रीम कोर्ट ने 10 दिन पहले पूछा कि जेल से सरकार नहीं चलाई जा सकती क्या?
मैं देश के सारे नॉन बीजेपी मुख्यमंत्रियों से हाथ जोड़कर अपील करता हूं, अगर प्रधानमंत्री आप पर फर्जी केस करके आपको जेल में डाले, तो किसी भी हालत में इस्तीफा मत देना, हमारे लिए पद नहीं, देश संविधान और जनतंत्र जरूरी है। इतने भारी बहुमत से जीती हुई सरकार, आप जेल में डालकर कहोगे कि इस्तीफ दें, इनका ये नया फार्मूला भी आम आदमी पार्टी ने फेल कर दिया है