इस तरह पकड़ा गया रीलबाज किलर शिव कुमार, बाबा सिद्दीकी केस में आरोपी
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस से जुड़ा तीसरा किलर शिव कुमार भी पुलिस की गिरफ्त में है। आखिर वो इतने दिनों तक कैसे चकमा देने में कामयाब हुआ उसके बारे में बताएंगे।
Baba Siddique Murder Case Update: अब यह संभव है कि बाबा सिद्दीकी मर्डर केस का पूरी तरह राजफाश हो जाए। 12 अक्टूबर को बांद्रा ईस्ट में तीन बदमाशों ने गोली मारी थी। दो को भीड़ ने मौके पर पकड़ पुलिस को सौंप दिया था। लेकिन तीसरा आरोपी शिव कुमार गौतम(Accused Shiv Kumar Gautam) करीब महीने भर चकमा देने में कामयाब रहा। लेकिन वो भी अब पुलिस के कब्जे में है। मुंबई पुलिस ने यूपी एसटीएफ(UP STF) की मदद से उसे उसके गृह जिले बहराइच के नानपारा से गिरफ्तार किया। उसके साथ साथ चार और लोग गिरफ्तार किए गए। इनके ऊपर आरोप है कि इन लोगों ने शिव कुमार को ना सिर्फ पनाह दी थी बल्कि नेपाल भागने में मदद कर रहे थे। इन सबके बीच आप के मन में सवाल होंगे कि आखिर इसकी गिरफ्तारी कैसे हुई। पुलिस के मुताबिक हत्या वाले दिन यानी 12 नवंबर को यह मुंबई से भागकर पुणे पहुंचा, वहां से झांसी और लखनऊ होकर बहराइच चला गया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने जो जानकारी दी उसके मुताबिक उसने लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के कहने पर हत्याकांड को अंजाम दिया।
पुलिस को चकमा देता रहा शिव कुमार
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे कुछ दिनों से मुंबई में थे और एनसीपी नेता की हरकतों पर नजर रख रहे थे। 12 अक्टूबर की रात को उन्होंने बाबा सिद्दीकी की हत्या करने का मौका मिला। पुलिस के अनुसार शिव कुमार ने लॉरेंस बिश्नोई(Lawrence Bishnoi) गिरोह से अपने संबंधों की बात भी कबूल की है और कहा है कि हत्या जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के आदेश पर की गई थी। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद शिव कुमार लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के कुछ साथियों से मिलने के लिए मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर गया था।
मुंबई पुलिस(Mumbai Police) ने उसकी लोकेशन ट्रैक कर ली थी, लेकिन वे उसे पकड़ नहीं पाए। पुलिस ने शिव कुमार के परिवार और करीबी सहयोगियों सहित करीब 45 लोगों की हरकतों पर नजर रखी और जल्द ही उसके लगातार संपर्क में रहने वाले चार प्रमुख लोगों की पहचान कर ली। शिव कुमार के घर के पास एक घर को सुरक्षित स्थान के रूप में इस्तेमाल किए जाने का संदेह था। पुलिस ने जाल बिछाया और चारों संदिग्धों के उससे मिलने का इंतजार किया। रविवार को उन्होंने शिव कुमार को उसके साथियों के साथ सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया।
नेपाल भागने की फिराक में था आरोपी
पुलिस ने जाल बिछाया और चारों संदिग्धों के मिलने का इंतजार करने लगी। रविवार को उन्होंने शिव कुमार को उसके साथियों के साथ सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया।अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेशेंद्र प्रताप सिंह को शिव कुमार को शरण देने और नेपाल भागने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इस मामले में अब तक 20 लोगों को (20 accused arrest in Baba Siddique Case) गिरफ्तार किया जा चुका है।मुंबई पुलिस ने खुलासा किया है कि बाबा सिद्दीकी के बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी भी निशाने पर हैं। कथित तौर पर उनके पिता को गोली मारने वाले तीन लोगों में से एक के पास से जब्त किए गए सेल फोन पर उनकी तस्वीर मिली है।