श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में धमाका, 9 की मौत और 27 घायल
जब्त किए गए विस्फोटक में अचानक धमाके से श्रीनगर में बड़ा हादसा हो गया, 9 की मौत और 27 घायल; इलाके को सील कर दिया गया है, कई की हालत गंभीर है.
By : The Federal
Update: 2025-11-15 01:40 GMT
Blast In Nowgam Police Station: जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में शुक्रवार देर रात नौगाम पुलिस स्टेशन में भयंकर विस्फोट होने से 9 लोगों की मौत हो गयी और 27 लोग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि घायलों में से पाँच की हालत बेहद गंभीर है, इसलिए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। मृतकों में अधिकतर पुलिसकर्मी और फॉरेंसिक टीम के अधिकारी शामिल हैं, जो विस्फोटक सामग्री की जांच कर रहे थे। श्रीनगर प्रशासन के दो अधिकारी, जिनमें एक नायब तहसीलदार भी शामिल हैं, इस विस्फोट में मारे गए। दरअसल इसी पुलिस स्टेशन में जैश ए मोहम्मद के वाइट मोड्यूल ( डॉक्टर मोड्यूल ) के भंडाफोड़ की शुरुआत हुई थी और यहाँ पर काफी भारी मात्रा में जब्त विस्फोटक रखा गया था। धमाका दुर्घटनावश हुआ या फिर कोई साजिश है, ये अभी जांच का विषय है।
पुलिस के अनुसार घायलों को तुरंत भारतीय सेना के 92 बेस हॉस्पिटल और शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SKIMS) में भर्ती कराया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुँच चुके हैं और नौगाम इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया है।
नौगाम पुलिस स्टेशन ने खोला था जैश-ए-मोहम्मद के मॉड्यूल का राज
यह वही नौगाम पुलिस स्टेशन है जिसने इलाके में लगे जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टरों के पीछे छिपे एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का खुलासा किया था। ये पोस्टर ऐसे पेशेवरों द्वारा लगाए गए थे, जो उच्च शिक्षित होने के बावजूद कट्टरपंथ की गिरफ्त में आ गए थे। इस जांच में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिली थी और कई आतंकियों, जिन्हें मीडिया में "टेरर डॉक्टर" कहा गया, की गिरफ्तारी हुई थी।
अक्टूबर में पकड़े गए आरोपियों में से एक डॉक्टर आदिल अहमद राथर भी उन लोगों में था, जिसे सीसीटीवी फुटेज में ये पोस्टर लगाते हुए देखा गया। इन पोस्टरों में सुरक्षा बलों और कश्मीर में रहने वाले बाहरी लोगों पर बड़े हमलों की धमकी दी गई थी।
27 अक्टूबर को राथर की गिरफ्तारी ने एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया, जो इस हफ्ते की शुरुआत में हुए दिल्ली ब्लास्ट (13 मौतें) में भी शामिल पाया गया। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि इन पोस्टरों की जांच में एक "व्हाइट-कॉलर टेरर इकोसिस्टम" सामने आया, जिसमें रेडिकलाइज्ड प्रोफेशनल्स और स्टूडेंट्स शामिल थे, जो पाकिस्तान सहित कई विदेशी हैंडलर्स से संपर्क में थे।
सीसीटीवी से हुआ खुलासा, मेडिकल कॉलेज के लॉकर से मिला असॉल्ट राइफल
CCTV फुटेज में छानबीन के बाद पुलिस ने राथर की पहचान की। वह अक्टूबर 2023 तक अनंतनाग के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में काम कर रहा था और बाद में सहारनपुर (UP) चला गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसके मेडिकल कॉलेज के लॉकर से एक असॉल्ट राइफल भी बरामद की गई।
पूछताछ में एक और नाम सामने आया जो डॉ. मुज़म्मिल शकील था, जो हरियाणा के फरीदाबाद स्थित अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में काम कर रहा था। शकील से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस की संयुक्त टीम ने करीब 3,000 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया। शकील की गिरफ्तारी ने और खुलासे किए, जिनके आधार पर पुलिस ने उसी कॉलेज की एक और डॉक्टर शाहीन सईद को भी गिरफ्तार किया।
दिल्ली ब्लास्ट से कड़ी जुड़ी, मोड्यूल का सदस्य डॉक्टर चला रहा था कार
इन गिरफ्तारियों के कुछ घंटे बाद ही दिल्ली के लाल किला इलाके में एक कार में तेज धमाका हुआ, जिसमें 13 लोगों की मौत, 20 से ज़्यादा घायल और कई कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। अगले दिन जांच में एक और डॉक्टर का नाम सामने आया उमर नबी। जांच में पाया गया कि डॉ उमर ही ह्युंडई i20 कार चला रहा था, जिसमें धमाका हुआ था। एनआईए सूत्रों ने बताया कि बम बनाने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल की बरामदगी से संभवतः संदिग्ध घबरा गया था और वह भागने की कोशिश में था।