Success Story: 22 साल की Ananya Singh ने बिना कोचिंग के पहले प्रयास में पास की UPSC की परिक्षा

अनन्या सिंह ने एक साल तक कड़ी मेहनत की और 2019 में UPSC परीक्षा में शामिल हुईं. उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 51 हासिल की.;

Update: 2025-03-31 10:13 GMT

UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है, जिसे पास करने के लिए उम्मीदवारों को सालों तक कठिन परिश्रम करना पड़ता है. आमतौर पर सफल होने के लिए उम्मीदवार कोचिंग का सहारा लेते हैं, लेकिन अनन्या सिंह ने ये साबित कर दिया कि सही रणनीति, मेहनत और अनुशासन से बिना कोचिंग के भी UPSC पास किया जा सकता है.

अनन्या सिंह का सफर

प्रयागराज की रहने वाली अनन्या सिंह पढ़ाई में शुरू से ही शानदार प्रदर्शन करती आ रही थीं. 10वीं बोर्ड परीक्षा में 96% अंक (जिला टॉपर, CISCE बोर्ड) और 12वीं बोर्ड परीक्षा में 98.25% अंक (फिर से जिला टॉपर, CISCE बोर्ड) उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) से अर्थशास्त्र (Economics Honours) में स्नातक किया. बचपन से ही उनका सपना IAS अधिकारी बनने का था.

बिना कोचिंग की UPSC तैयारी

स्नातक के अंतिम वर्ष से UPSC की तैयारी शुरू की.

पहले 7-8 घंटे की पढ़ाई की, बाद में 6 घंटे का फिक्स शेड्यूल बनाया.

प्रारंभिक (Prelims) और मुख्य परीक्षा (Mains) की तैयारी एक साथ की.

सिलेबस के अनुसार किताबें एकत्र कीं और अपने नोट्स बनाए. नोट्स बनाने की आदत ने उन्हें परीक्षा के दौरान बहुत मदद की. उन्होंने कहा कि नोट्स लिखने से जवाब दिमाग में अच्छी तरह दर्ज हो जाते थे.

पहले प्रयास में IAS बनने की सफलता

2019 में UPSC परीक्षा में बैठीं और पहले ही प्रयास में ऑल इंडिया रैंक (AIR) 51 हासिल की. जब उन्होंने अपना रिजल्ट देखा, तो उन्हें खुद भी विश्वास नहीं हुआ कि उन्होंने इतनी शानदार रैंक हासिल कर ली है. सिर्फ 22 साल की उम्र में उन्होंने अपना IAS अधिकारी बनने का सपना पूरा कर लिया.

वर्तमान पोस्टिंग

अनन्या सिंह वर्तमान में पश्चिम बंगाल कैडर में IAS अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं. उनकी सफलता उन सभी उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा है जो बिना कोचिंग के UPSC की तैयारी कर रहे हैं. UPSC पास करने के लिए महंगी कोचिंग की नहीं, बल्कि सही रणनीति, अनुशासन और मेहनत की जरूरत होती है.

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