Success Story: ऑटो ड्राइवर की बेटी ने किया कमाल, नीट एग्जाम में कामयाबी

22 साल की नाजिया की सफलता कई मायनों में खास है. उन्होंने नीट परीक्षा में 668 अंक हासिल किए थे. बड़ी बात यह है कि वो अपने गांव से निकलने वाली पहली डॉक्टर होंगी।

Update: 2024-10-01 09:17 GMT

अगर आपने कड़ी मेहनत की है तो किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए कोई नहीं रोक सकता. कोई भी लक्ष्य पाना नामुमकिन नहीं होता. कई बार समय- समय पर बड़े लोग इस बात को भी समझा चुके हैं. इसी का एक उदाहरण राजस्थान के झालावाड़ में रहने वाली नाजिया ने अपनी कामयाबी से पेश किया है। आपको बता दें. ये कहानी एक टेम्पो चलाने वाले पिता की बेटी नाजिया की है, जिन्होंने नीट परीक्षा में सफलता हासिल की थी और अपने घरवालों का नाम रोशन किया था. इस कहानी की खास बात ये है कि नाजिया अपने गांव की पहली डॉक्टर बनी और अपने गांव को आगे बढ़ाया.

22 साल की नाजिया ने नीट की परीक्षा को पास करने के लिए दिन-रात एक कर दिया था. उन्होंने नीट की परीक्षा साल 2021 में 668 अंक हासिल करके पास की थी. इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर 1759वां स्थान प्राप्त किया था. नाजिया झालावाड़ के पचपहाड़ गांव की रहनी वाली हैं. उनके पिता टेम्पो चलाने का काम करते थे और उनकी मां हाउस वाइफ थी. नाजिया ने इस परीक्षा को पास करने का पूरा श्रेय अपनी कोचिंग को दिया थी. इस कोचिंग ने इस परीक्षा को पास करने के लिए उन्होंने काफी मदद की थी.

एक इंटरव्यू के दौरान नाजिया ने बताया था कि सरकार से उन्हें जो साइकल मिली थी. उन्हें इससे काफी मदद मिली थी. नाजिया स्कूल की पढ़ाई करने के लिए साईकिल से जाया करती थी क्योंकि उनका घर से स्कूल काफी दूर था. उनकी मेहनत और लगन को देखकर कोचिंग ने उनकी आधी फीस माफ कर दी थी. इस परीक्षा में सफलता पाने के बाद उन्हें मनोबल भी मिला था.

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