अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी तो सिक्किम में सिक्किम क्रांतिकरी पार्टी की आंधी

अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी को 60 में से 46 सीटें और सिक्किम में एसकेएम ने 32 में से 31 सीट पर जीत हासिल की. अरुणाचल प्रदेश में तीसरी बार बनने जा रही है बीजेपी की सरकार तो सिक्किम में तमांग बना रहे हैं दूसरी बार सरकार

Update: 2024-06-02 11:07 GMT

उत्तर पूर्व राज्यों अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित हो चुके हैं. अरुणाचल प्रदेश की जनता ने तीसरी बार बीजेपी को चुना है तो सिक्किम में सिक्किम क्रन्तिकारी मोर्चा को 32 में से 31 सीटों पर प्रचंड जीत मिली है. अरुणाचल प्रदेश में 60 में से बीजेपी को 46 सीटें मिली हैं, जिसमें से 10 सीटें ऐसी थी कि जिन पर बीजेपी के उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए. वहीँ सिक्किम की बात करें तो यहाँ बीजेपी को पिछले चुनाव के मुकाबले नुक्सान उठान पड़ा और उसे एक भी सीट न मिल सकी.

अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा चुनाव की मतगणना रविवार सुबह 6 बजे से शुरू हुई. दोपहर लगभग 2 से 3 बजे के बीच में दोनों ही राज्यों के नतीजे पूरी तरह से घोषित कर दिए गए. सबसे अहम बात ये रही कि दोनों ही राज्यों की जनता ने पूर्ण बहुमत की सरकार को चुना है.

अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी की सरकार तीसरी बार बनने जा रही है

अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी को 60 में से 46 सीटें मिली हैं. वहीँ नेशनल पीपल्स पार्टी(एनपीईपी) को 5 सीटें मिली है. पीपल्स अरुणाचल प्रदेश पार्टी(पीपीए) को 2 और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) को 3 सीट मिली हैं. वहीं कांग्रेस को महज 1 सीट पर ही संतोष करना पड़ा है. इसके अलावा 3 निर्दलीय भी अरुणाचल प्रदेश में जीतें हैं. इन निर्दलियों की बात करें तो इन्होनें बेहद कम मार्जिन से जीत हासिल की है. सबसे कम अंतर पर महज 68 वोटों से निर्दलीय उम्मीदवार नामपोंग सीट से जीत दर्ज की है. उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार इजमीर टिकहाक को हराया है.

सिक्किम में दिखी एसकेएम की क्रांति

सिक्किम विधानसभी चुनाव में सही मायनों में क्रांति देखने को मिली है. जनता ने एक तरफ़ा मन बनाते हुए सिक्किम क्रन्तिकारी मोर्चा(एसकेएम) को 32 विधानसभा वाले इस राज्य को 31 सीट पर जीत दिलायी है. इस जीत के साथ ही सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने की ओर है. नतीजों के बाद प्रेम सिंह तमांग ने जनता का आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा कि मैं सिक्किम की जनता और पार्टी के कार्यकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ. हमने पुरे मन से जनता के लिए काम किया और उसके फल स्वरुप जनता ने हमें जिताया.

तमांग की इस क्रन्तिकारी जीत का नतीजा ये रहा कि सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट(एसडीएफ) को महज 1 सीट ही नसीब हुई. सबसे हैरानी एसडीएफ के अध्यक्ष पवन कुमार चामलिंग को लेकर हुई, जो 2 सीटों से मैदान में उतरे थे और दोनों पर ही हार मिली. चामलिंग 25 साल तक सिक्किम के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.

चामलिंग के साथ ही देश के मशहूर फुटबॉल प्लेयर और भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया को भी एसकेएम की क्रांति के आगे हार माननी पड़ी. बाईचुंग भूटिया एसडीएफ से उम्मीदवार थे. ज्ञात रहे कि बाइचुंग भूटिया ने 2018 में "हमरो सिक्किम पार्टी" नाम से राजनीतिक दल का गठन किया था लेकिन 2023 में उन्होंने अपनी इस पार्टी का विलय एसडीएफ में कर दिया था. बाईचुंग भूटिया एसडीएफ के उपाध्यक्ष भी हैं.

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