विरासत पर फलती फूलती सियासत, हरियाणा की आदमपुर सीट क्यों है खास

हिसार जिले में आने वाली सीट आदमपुर बिश्नोई बहुल है. भजन लाल जो प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, इसी सीट से जीतते आये और उनके बाद ये सीट उनके परिवार के पास रही है. अभी उनके बेटे कुलदीप बीजेपी में हैं, इसलिए ये सीट अभी बीजेपी के कब्जे में है.

Update: 2024-09-01 03:33 GMT

Haryana Assembly Election: हरियाणा विधानसभा चुनावों की तारीख में बदलाव हो चुका है. अब ये चुनाव 5 अक्टूबर को कराये जायेंगे. इसके बाद परिणाम 8 अक्टूबर को आएगा. ऐसे में राजनितिक दलों को प्रचार के लिए कुछ और दिन मिल गए हैं.

आज हम बात करने जा रहे हैं हरियाणा की एक वीआईपी सीट की जो प्रदेश के तीन लालों में से एक चौधरी भजन लाल की सीट है. अमिताभ बच्चन का एक बहुत ही प्रसिद्ध डायलाग है हम जहाँ खड़े हो जाएँ लाइन वहीँ से शुरू होती है. कुछ ऐसा ही आदमपुर सीट के लिए कहा जा सकता है. भजनलाल परिवार जिस भी पार्टी से खड़े हो जाएँ, इस विधानसभा सीट पर जीत उसी की होती है. 
प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके भजन लाल की पारंपरिक सीट है आदमपुर, जो हिसार जिले में आती है. फ़िलहाल इस सीट से उनका पोटा भव्य बिश्नोई विधायक है, साल 2019 तक इस सीट पर भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई विधायक थे. इस सीट पर भजन लाल परिवार 1967 से कायम है. वजह है इस क्षेत्र का बिश्नोई बहुल होना.

आदमपुर में बिश्नोई समाज की संख्या का रहता है प्रभाव
हिसार जिले की आदमपुर सीट पर बिश्नोई समाज का प्रभाव काफी ज्यादा है. यहाँ की आबादी की बात करें तो आदमपुर में सबसे ज्यादा संख्या बिश्नोई समाज की मिलेगी. यही वजह है कि भजनलाल परिवार को इस सीट पर आज तक जीतने में कोई परेशानी नहीं रही है. यहाँ के तमाम बिश्नोई एक तरफ़ा भजन लाल परिवार के समर्थन में रहते हैं. ये परिवार जिस भी पार्टी के साथ हो जनता उसी पार्टी को वोट करती है.

आदमपुर मंडी के नाम से है पहचान
आदमपुर सीट की बात करें तो हिसार जिले में आने वाली ये सीट आदमपुर मंडी के नाम से ज्यादा जानी जाती है. ये किसानों की काफी बड़ी मंडी है और यहाँ पर आसपास के कई गाँव के किसान अपनी फसल बेचने के लिए आते हैं. आदमपुर मंडी की बात करें तो ये हिसार जिले की तहसील है और किसानो और व्यापारियों के लिए के प्रमुख जगह है. यहाँ पर बिश्नोई समाज के बाद जाट बिरादरी की संख्या ज्यादा है.

2022 के उपचुनाव में भव्य बिश्नोई जीते थे
आदमपुर सीट पर 2022 में उपचुनाव हुए थे. इस चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. यहाँ से कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया था, जिसके बाद भव्य बिश्नोई को चुनाव में कुल 67376 वोट मिले थे, वहीं कांग्रेस उम्मीदवार जय प्रकाश को 51662 वोट मिले थे.

2019 में कांग्रेस को मिली थी जीत
हालाँकि 2019 की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, क्यूंकि तब कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस में थे और उन्होंने इस सीट से चुनाव लड़ा था. उन्हें इस चुनाव में 63,693 वोट मिले थे. दूसरे नम्बर पर बीजेपी रही थी, जिसकी उम्मीदवार सोनाली फोगाट को 34,222 वोट मिले थे. ज्ञात रहे कि सोनाली की मौत गोवा के एक रिजॉर्ट में मौत हो गई थी.

इस बार भी भव्य बिश्नोई को ही टिकट मिल सकती है
फिलहाल उम्मीदवार का एलान नहीं हुआ है लेकिन भजन लाल परिवार के प्रभाव को देखते हुए ये कहना मुश्किल नहीं है कि इस बार भी इस सीट पर भव्य बिश्नोई को ही टिकट मिलेगी. बीजेपी ने भव्य के पिता कुलदीप बिश्नोई को पार्टी में बड़ी ज़िम्मेदारी दी है. इसलिए बीजेपी की तरफ से भव्य बिश्नोई को ही उम्मीदवार माना जा रहा है. कांग्रेस व अन्य पार्टियाँ जैसे INLD(ईनेलो), जेजेपी किसे उम्मीदवार बनाती है ये भी देखने वाली बात होगी.

2022 के उपचुनावों के परिणाम
पार्टी कैंडिडेट वोट
बीजेपी भव्य बिश्नोई 67,492
कांग्रेस जय प्रकाश 51,572
ईनेलो कुर्दा राम नंबरदार 5,248
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