बाहुबली- करोड़पति बने जनता की पसंद ! चुनाव दर चुनाव बढ़ता गया आंकड़ा

भारत के लोकतंत्र में धनवान,गरीब हर शख्स चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा बन सकता है. लेकिन एक कड़वा सच यह है कि संसद में करोड़पतियों और दागदारों की संख्या बढ़ी है.

By :  Lalit Rai
Update: 2024-04-30 01:05 GMT

Lok sabha Elections 2024: लोकतंत्र की सबसे बड़ी खूबसूरती है कि आप अपनी बात कह सकते हो, शिकवा-शिकायत भी कर सकते हो. सरकार की नीतियां पसंद ना आए तो विरोध भी कर सकते हैं. देश को जब आजादी मिली तो चार साल बाद 1951- 52 में पहला आम चुनाव कराया गया. चुनावी सिलसिला आगे बढ़ता रहा.स ईमानदारी की शपथ लेकर पहली सरकार सत्ता में आई ठीक उसी समय भ्रष्टाचार की छीटें उसके दामन पर पड़े. इन सबके बीच भारत की सियासत में राजनीतिक दलों ने बाहुबलियों, धनवानों की मदद लेने का मोह नहीं छोड़ा. हम अक्सर यह सुनते हैं कि राजनीति अब सामान्य लोगों के लिए नहीं है, इस फील्ड में वही लोग सफल हैं जो धनवान है, शक्तिशाली है. देखा जाए तो यह सच से बिल्कुल जुदा नहीं है.

ये हैं कुछ आंकड़े

हम आपके सामने 2009 से 2019 का आंकड़ा पेश कर बताएंगे कि कैसे हर चुनाव में बाहुबलियों और करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या और उनकी जीत की दर बढ़ती गई. गैर सरकारी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी एडीआर ने रिपोर्ट पेश की है. 2019 के आंकड़े के मुताबिक 543 में से 454 सीट यानी करीब 88 फीसद सीट पर करोड़पति उम्मीदवारों की जीत हुई. यही नहीं 266 सीटों यानी करीब 43 सीट पर दागदार छवि के लोग चुनाव जीतने में कामयाब रहे.इस रिपोर्ट के आधार पर संभावना जताई जा रही है कि 2024 में चुनावी नतीजों में बाहुबलियों और करोड़पतियों का बोलबाला रहेगा.

कामयाब हुए करोड़पति उम्मीदवार

वर्ष                  करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या

2009                    300

2014                   443

2019                   454

आपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों की जीत

वर्ष-         दागियों की जीत

2019              164

2014            185

2019            233

इस आम चुनाव में बढ़ सकती है संख्या

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में कुल 7 945 कैंडिडेट मे चुनाव में किस्मत आजमाई. इनमें से करीब 2301 उम्मीदवार करोड़पति और 1503 प्रत्याशी दागदार छवि के थे. 2024 में यह आंकड़ा कम नहीं हुआ है. राजनीतिक दल इस बात की तकरीर तो करते हैं कि चुनाव में साफ छवि के लोगों को ही मौका देना चाहिए. लेकिन अमल में लाने से परहेज करते हैं. अगर बात 2024 के दो चरणों की करें तो कुल 189 सीटों पर मतदान हो चुका है. इनमें करीब 2810 उम्मीदवारों में 501 आपराधिक छवि और 840 उम्मीदवार करोड़पति हैं.

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