Air India crash: रिपोर्ट में सामने आया सच, लेकिन कुछ रहस्य अब भी बाकी

एयर इंडिया की फ्लाइट के दुखद क्रैश ने 260 ज़िंदगियां लील लीं। । प्रारंभिक रिपोर्ट से कुछ परतें खुलीं हैं। लेकिन यह रहस्य बना हुआ है कि स्विच अचानक कैसे बंद हुए।;

Update: 2025-07-13 01:22 GMT
12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया प्लेन हादसे में 260 लोगों की मौत हुई थी।

Air India Crash Report:  12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट के क्रैश की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट शनिवार को जारी की गई, ठीक एक महीने बाद। इस भयावह हादसे में कुल 260 लोगों की जान गई थी, जिनमें 241 यात्री और चालक दल के सदस्य शामिल थे। ब्रिटेन की एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (AAIB) की यह रिपोर्ट घटना से ठीक पहले के मिनटों और सेकंडों में हुई घटनाओं पर महत्वपूर्ण जानकारी देती है। लेकिन कुछ रहस्यों को और गहरा भी कर देती है।

किन सवालों के जवाब मिले, और कौन से बाकी हैं?

हादसे की असली वजह क्या थी?

रिपोर्ट के अनुसार, टेक-ऑफ के लगभग तीन सेकंड बाद, विमान के दोनों इंजनों के फ्यूल स्विच "RUN" से "CUTOFF" की स्थिति में एक-एक सेकंड के अंतराल में चले गए। इससे दोनों इंजनों में ईंधन की आपूर्ति रुक गई, विमान ने ताकत खो दी और उठान (lift) खत्म हो गई। हालांकि, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि ये स्विच अपने आप क्यों और कैसे कट-ऑफ की स्थिति में गए।

किन संभावित कारणों को खारिज किया गया?

रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि निम्न कारण इस हादसे के पीछे नहीं थे।

खराब मौसम

पक्षी से टकराव (बर्ड स्ट्राइक)

विमान की बनावट या कॉन्फ़िगरेशन

वजन और संतुलन की समस्या

ईंधन की गुणवत्ता

इंजनों में तकनीकी खराबी

क्या पायलट हादसे के लिए जिम्मेदार थे?

इस सवाल का जवाब फिलहाल नहीं है। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से जो बातचीत सामने आई है, उसमें एक पायलट दूसरे से पूछता है: तुमने फ्यूल क्यों बंद किया? और दूसरा जवाब देता है मैंने ऐसा नहीं किया। यह बातचीत इस ओर संकेत करती है कि फ्यूल कट-ऑफ शायद जानबूझकर नहीं हुआ था।

कॉकपिट में क्या हुआ?

फ्लाइट के समय फ़र्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर विमान उड़ा रहे थे, जबकि कैप्टन सुमीत सभरवाल निगरानी कर रहे थे। रिपोर्ट में दोनों के बीच हुई बातचीत का सार इस प्रकार बताया गया है

एक पायलट ने दूसरे से पूछा  तुमने फ्यूल क्यों बंद किया? जवाब मिला  मैंने ऐसा नहीं किया।

क्या पायलट विमान को बचा सकते थे?

पायलटों ने विमान को बचाने की भरपूर कोशिश की। फ्यूल कट-ऑफ के 10–14 सेकंड के भीतर उन्होंने दोनों स्विच दोबारा RUN पर कर दिए। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। विमान की ऊंचाई बहुत कम थी और जेट इंजन को दोबारा चालू करने के लिए अधिक ऊंचाई और समय की आवश्यकता होती है।

फ्यूल स्विच से जुड़ी क्या चेतावनी थी?

2018 में FAA (अमेरिकी एविएशन एजेंसी) ने एक बुलेटिन जारी किया था जिसमें फ्यूल कंट्रोल स्विच को लॉक करने की प्रणाली की जांच की सिफारिश की गई थी ताकि वो गलती से अपनी जगह से न हिलें। बिना लॉकिंग मेकेनिज्म के ये स्विच कंपन, टक्कर या अन्य कारणों से आसानी से हिल सकते हैं। हालांकि FAA ने इस पर अनिवार्य मरम्मत का निर्देश नहीं दिया था, सिर्फ निरीक्षण की सिफारिश की थी।

आगे क्या होगा?

AAIB ने स्पष्ट किया है कि यह सिर्फ प्रारंभिक रिपोर्ट है और इसमें आगे चलकर बदलाव संभव हैं। रिपोर्ट कहती है, यह जानकारी प्रारंभिक है और बदल सकती है। हादसे के पीछे की संभावित वजह बताने वाली अंतिम रिपोर्ट आने में कई महीने या साल भी लग सकते हैं।

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