Air India Crash: अमेरिकी पायलट ने खोली क्रैश की परतें, कारण चौंकाने वाला
अमेरिकी विशेषज्ञ शाइबनर के मुताबिक एयर इंडिया ड्रीमलाइनर क्रैश में RAT का सक्रिय होना इस बात का प्रमाण है कि टेकऑफ के बाद दोनों इंजन फेल हो गए थे।;
Air India Plane Crash Reason: परिवहन के क्षेत्र में हवाई यात्रा सबसे सुरक्षित मानी जाती है। हादसों की संख्या ना के बराबर होती है। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण घटना होने के बाद तबाही का कल्पना से परे होता है। अहमदाबाद एयरपोर्ट (Ahemdabad Airport) से जब एयर इंडिया की उड़ान संख्या 171 टेकऑफ के महज कुछ मिनट बाद हादसे की शिकार हो गई। 242 में से सिर्फ एक यात्री जिंदा बचा। लेकिन तस्वीर भयावह। विमान का मलबा जिस इमारत के हिस्से पर गिरा वो लोग भी शिकार हो गए। हर जुबां पर बस एक ही चर्चा कि आखिर क्या है वजह। बोइंग 787-8 (Boing 787-8) जिसे दुनिया का सबसे सुरक्षित इंजन माना जाता है वो कैसे नाकाम हो गया। विमानन क्षेत्र के जानकार कहते हैं कि 100 करोड़ घंटों में इस तरह की एक घटना होती है यानी कि दुर्लभतम हादसा। बता दें कि विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद हो चुका है। लेकिन उससे पहले तरह तरह की थ्योरी सामने आ रही हैं।
12 जून को क्रैश हुए एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर विमान AI-171 को लेकर एक अमेरिकी पूर्व नौसेना पायलट और अनुभवी विमानन विश्लेषक कैप्टन स्टीव शाइबनर ने चौंकाने वाला दावा किया है। उनके अनुसार, इस विमान से राम एयर टरबाइन (RAT) का सक्रिय होना इस ओर साफ इशारा करता है कि विमान में दोनों इंजन एक साथ फेल हो गए थे। यह एक ऐसा संकेत है, जो अब तक की जांच को एक नया मोड़ दे सकता है।
पहले के अनुमान हुए खारिज
शाइबनर ने यूट्यूब पर साझा किए गए अपने विस्तृत विश्लेषण में बताया कि शुरुआती 48 घंटों में तीन प्रमुख थ्योरीज़ सामने आई थीं। बर्ड हिट या ईंधन दूषित होने से दोनों इंजन फेल होना। फ्लैप सेटिंग में गड़बड़ी, को-पायलट द्वारा लैंडिंग गियर की जगह गलती से फ्लैप उठाना। शाइबनर कहते हैं कि वो खुद शुरू में तीसरी थ्योरी के पक्ष में थे। लेकिन अब एक नया ज्यादा स्पष्ट वीडियो सामने आया है जिसने विश्लेषण की दिशा ही बदल दी है।
RAT का दिखना, निर्णायक सबूत
शाइबनर वीडियो में एक छोटे से भूरे रंग के बिंदु की ओर इशारा करते हैं जो विमान के दाहिने पंख के नीचे दिखाई दे रहा है। वो छोटा ग्रे डॉट जो दिखाई दे रहा है वो RAT है। उनका कहना है कि यह RAT के सक्रिय होने का प्रत्यक्ष प्रमाण है। राम एयर टरबाइन (RAT) एक आपातकालीन उपकरण होता है जो केवल तभी सक्रिय होता है जब विमान के दोनों इंजन फेल हो जाएं या पूरी तरह से बिजली और हाइड्रॉलिक पावर खत्म हो जाए। शाइबनर ने स्पष्ट किया कि यह उस स्थिति के लिए डिज़ाइन नहीं किया गया है जब विमान 400 या 500 फीट की ऊंचाई पर हो। लेकिन यह न्यूनतम बिजली और संचार सुविधा देने में सक्षम होता है।
तीसरा संकेत एकमात्र जीवित बचे यात्री की गवाही से जुड़ा है। सीट 11A पर बैठे इस यात्री ने जांचकर्ताओं को बताया कि उन्होंने एक तेज धमाका सुना और फिर रोशनी हुए देखी। शाइबनर के मुताबिक, यह RAT के सक्रिय होने का एक और संकेत है।
चौथा सुराग एक कथित Mayday कॉल है, जिसमें पायलट ने लॉस ऑफ थ्रस्ट की बात कही थी, हालांकि इस कॉल की ऑडियो अब तक सार्वजनिक नहीं हुई है।
जवाब अभी बाकी हैं
शाइबनर का कहना है कि इन सभी संकेतों के बाद अब डुअल इंजन फेलियर की थ्योरी सबसे मजबूत हो गई है। लेकिन हम अभी भी पहले पड़ाव पर ही हैं। हमें अब तक यह नहीं पता कि टेकऑफ के ठीक बाद बोइंग 787 के दोनों इंजन क्यों बंद हो गए। यह सच में एक रहस्यमयी और गहन जांच का मामला है।
इस दुर्घटना की जांच में अब तकनीकी पहलुओं पर और गहराई से ध्यान दिया जा रहा है। विशेष तौर पर RAT की मौजूदगी और उसका संकेत। यह हादसा केवल एक तकनीकी विफलता नहीं, बल्कि आधुनिक एविएशन सिस्टम में एक बड़ी चेतावनी हो सकता है। एयर इंडिया और संबंधित जांच एजेंसियों के सामने अब यह स्पष्ट चुनौती है कि वे इस डुअल इंजन फेलियर की असली वजह को सामने लाएं।