BSF के DG को हटाने के बाद अब इनको दिया गया प्रभार, जानें कौन हैं सीमा सुरक्षा बल के नये प्रमुख
केंद्र सरकार ने शनिवार को उत्तर प्रदेश कैडर के 1990 बैच के इस आईपीएस अधिकारी को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है.
New BSF Chief: केंद्र सरकार ने शनिवार को उत्तर प्रदेश कैडर के 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया. इस समय वह सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के प्रमुख भी हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय का यह फैसला मौजूदा बीएसएफ डीजी नितिन अग्रवाल और उनके डिप्टी स्पेशल डीजी (पश्चिम) वाईबी खुरानिया को समय से पहले उनके मूल कैडर में वापस भेजे जाने के बाद आया है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक आदेश में कहा गया है कि चौधरी बीएसएफ डीजी के पद का अतिरिक्त प्रभार नियमित पदधारी की नियुक्ति होने तक या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, संभालेंगे. चौधरी एसएसबी के भी डीजी हैं. यह बल नेपाल और भूटान के साथ भारत की सीमाओं की रक्षा करता है.
सरकार ने बीएसएफ के दो शीर्ष अधिकारियों को हटाने का फैसला ऐसे समय में लिया है, जब भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर जम्मू क्षेत्र में आतंकवादी हमलों की बाढ़ आ गई है, जिसमें कई सैन्य और सुरक्षा कर्मियों के साथ-साथ नागरिक भी मारे गए हैं. लगभग 2.65 लाख कर्मियों वाला बीएसएफ पश्चिम में पाकिस्तान और पूर्व में बांग्लादेश के साथ भारतीय सीमाओं की रक्षा करता है.
दलजीत सिंह चौधरी उत्तर प्रदेश कैडर के 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. अपने 34 साल के करियर में उन्होंने भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में विभिन्न पदों पर काम किया है. चौधरी को साल 2017 से भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) में अतिरिक्त महानिदेशक और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में एसडीजी के रूप में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सेवा देने का गौरव भी प्राप्त है.
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने 23 जनवरी 2024 को डीजी एसएसबी का पदभार ग्रहण किया. यह एक ऐसा बल है जो नेपाल और भूटान के साथ भारत के मोर्चों की रक्षा करता है. दलजीत सिंह चौधरी को एक प्रसिद्ध निशानेबाज और योग्य स्काईडाइवर कहा जाता है. 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी को वीरता के लिए चार पुलिस पदक, सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक और अति उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है.