भारत पाकिस्तान के साथ रखना चाहता है दोस्ताना संबंध! लेकिन... जानें ऐसा क्यों बोल गए जयशंकर

india pakistan relations: जयशंकर ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंध रखना चाहता है. जैसे किसी अन्य पड़ोसी के साथ.;

Update: 2024-12-13 10:27 GMT

Foreign Minister Jaishankar: भारत और पाकिस्तान (Pakistan) संबंध को लेकर अक्सर बातें होती रहती हैं. हालांकि, यह बात अलग है कि दोनों देशों के बीच संबंध पिछले कुछ समय से तल्ख चल रहे हैं. इसके पीछे पाकिस्तान (Pakistan) की तरफ से भारत के लिए होने वाली आतंकी गतिविधि है. भारत का कहना है कि पहले पाकिस्तान (Pakistan) आतंकी हरकतों पर लगाम लगाए, उसके बाद ही बातचीत का रास्ता खुल सकता है. इसी बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (Jaishankar) ने कहा कि भारत पाकिस्तान (Pakistan) के साथ अच्छे संबंध रखना चाहता है. लेकिन यह पाकिस्तान (Pakistan) पर निर्भर है कि वह अपने अतीत के व्यवहार को किस तरह बदल रहा है.

लोकसभा (Lok Sabha) में प्रश्नकाल के दौरान पाकिस्तान (Pakistan) के साथ संबंध सुधारने के सवाल पर जयशंकर (Jaishankar) ने कहा कि भारत पाकिस्तान (Pakistan) के साथ अच्छे संबंध रखना चाहता है. जैसे किसी अन्य पड़ोसी के साथ. लेकिन ये संबंध आतंकवाद से मुक्त होने चाहिए. हमने यह साफ कर दिया है कि यह पाकिस्तानी (Pakistan) पक्ष पर निर्भर है कि वह दिखाए कि वह अतीत के व्यवहार को बदल रहा है. यानी कि गेंद पूरी तरह से पाकिस्तान के पाले में है.

पाकिस्तान के साथ व्यापार और वाणिज्य को बेहतर बनाने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर विदेश मंत्री ने कहा कि कुछ व्यवधान 2019 में पाकिस्तान (Pakistan) सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों के कारण हुए. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मामला है, जिस पर उन्होंने पहल की है और इस पर भारत का एक अज्ञेयवादी रुख है.

लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने नेपाल के बारे में पूछा, जिसने कथित तौर पर अपनी मुद्रा पर भारतीय क्षेत्रों को छापा है और म्यांमार से भारत में ड्रग्स आने से रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने बांग्लादेश के विकास के लिए भारत की 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर की प्रतिबद्धता और वहां हिंदुओं और मंदिरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं, इस बारे में भी पूछा. इस पर जयशंकर (Jaishankar) ने जवाब दिया कि जहां तक ​​नेपाल का मामला है, उसकी सीमाओं के बारे में भारत की स्थिति बहुत स्पष्ट है. अगर हमारे किसी पड़ोसी को यह उम्मीद है कि कुछ करने से भारत अपनी स्थिति बदल लेगा तो उन्हें बहुत स्पष्ट होना चाहिए कि ऐसा नहीं है.

म्यांमार से भारत में ड्रग्स आने के बारे में जयशंकर (Jaishankar) ने कहा कि वहां की अशांत स्थितियों के कारण भारत को खुली व्यवस्था की नीति की समीक्षा करनी पड़ी, जो ऐतिहासिक रूप से लागू रही है. हालांकि, भारत सीमावर्ती समुदायों के प्रति संवेदनशील है. इसलिए सरकार इस पर काम कर रही है.

उन्होंने कहा कि हमारे पास विकास परियोजनाओं का अच्छा इतिहास है. वास्तव में, जब हम पड़ोस पहले नीति के बारे में बात करते हैं तो पाकिस्तान और चीन को छोड़कर हमारे लगभग सभी पड़ोसी देशों ने हमारे साथ महत्वपूर्ण विकास परियोजनाएं की हैं और बांग्लादेश के मामले में भी यही स्थिति है. विदेश मंत्री ने बांग्लादेश के बारे में कहा कि हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश में नई सरकार के आने के बाद हम आपसी लाभ के लिए और स्थिर संबंध स्थापित करेंगे.

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