क्या होता है हार्पी ड्रोन, पाकिस्तान के खिलाफ क्यों भारत ने किया इस्तेमाल

भारत ने पाकिस्तानी ड्रोन-मिसाइल हमले को विफल करने के लिए एस-400 का इस्तेमाल किया। यही नहीं लाहौर में एयर डिफेंस को निष्क्रिय करने के लिए हार्पी ड्रोन की मदद ली।;

Update: 2025-05-09 01:29 GMT

7 मई की रात पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और गुजरात में भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हमले की शुरुआत की। हालांकि, भारत की इंटीग्रेटेड काउंटर-यूएएस ग्रिड और मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को पूरी तरह विफल कर दिया।पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर कुल 15 मिसाइलें दागीं, जिन्हें रूस निर्मित S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने गुरुवार तड़के तक सफलतापूर्वक मार गिराया। इसके बाद गुरुवार सुबह, भारतीय वायुसेना ने इजरायल में निर्मित Harpy ड्रोन तैनात किए, जिन्होंने लाहौर में पाकिस्तान की एयर डिफेंस रडार प्रणाली को निशाना बनाकर निष्क्रिय कर दिया।

S-400 सुदर्शन चक्र: हवा से हमले का अभेद्य कवच

भारतीय वायुसेना द्वारा इस्तेमाल किया गया S-400 सुदर्शन चक्र एयर डिफेंस सिस्टम, 600 किलोमीटर दूर से आ रहे खतरे को ट्रैक कर सकता है और 400 किलोमीटर के भीतर उन्हें इंटरसेप्ट कर सकता है। बुधवार रात यह प्रणाली पाकिस्तानी मिसाइलों और ड्रोन को इंटरसेप्ट करने में निर्णायक साबित हुई।

इसका प्रमाण पंजाब के अमृतसर सहित कई सीमा क्षेत्रों में मिले पाकिस्तानी प्रोजेक्टाइल्स से मिला है।

Harpy ड्रोन: दुश्मन की रडार प्रणाली का अंत

पाकिस्तानी हमलों को विफल करने के बाद, भारतीय सशस्त्र बलों ने Harpy ड्रोन की मदद से पाकिस्तान के वायु रक्षा ढांचे पर सटीक हमला किया।

Harpy एक इजरायली ‘लोइटरिंग म्यूनिशन’ है जो दुश्मन की रडार प्रणाली को खोजकर उसे ध्वस्त करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें एंटी-रेडिएशन तकनीक है जो किसी भी रेडिएशन उत्सर्जक लक्ष्य को स्वचालित रूप से पहचान कर उसे तबाह कर देती है।

यह ड्रोन एक बार लक्ष्य को ट्रैक कर लेने के बाद किसी भी दिशा से, कम या तेज़ कोण पर गोता लगाकर हमला कर सकता है। यह दिन-रात, हर मौसम और GPS-रहित वातावरण में भी 9 घंटे तक लगातार अभियान चला सकता है।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाक की बौखलाहट

पाकिस्तान का यह क्रॉस-बॉर्डर हमला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के एक दिन बाद आया।

इस ऑपरेशन में भारतीय बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था, जो लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे संगठनों से जुड़े थे। पहलगाम हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद भारत ने यह सख्त कार्रवाई की थी।

भारत की यह त्वरित और सटीक प्रतिक्रिया न केवल आतंकवाद के विरुद्ध उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि यह भी स्पष्ट करती है कि अब कोई भी सीमा पार हमला बिना जवाब नहीं रहेगा।

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