बाबा रामदेव को सुप्रीम राहत, सर्वोच्च न्यायालय ने पतंजलि विज्ञापन अवमानना मामला किया बंद
आईएमए द्वारा एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें 2022 में आधुनिक चिकित्सा के खिलाफ रामदेव और पतंजलि द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया था
By : The Federal
Update: 2024-08-13 09:59 GMT
Yog guru Baba Ramdev : योग गुरु बाबा रामदेव व उनके सहयोगी बालकृष्ण को बड़ी राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने भ्रामक विज्ञापन मामले में योग गुरु रामदेव, उनके सहयोगी बालकृष्ण और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड द्वारा मांगी गई माफी स्वीकार करने के बाद उनके खिलाफ अवमानना की कार्यवाही मंगलवार (13 अगस्त) को बंद कर दी.
योग गुरु बालकृष्ण और फर्म का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता गौतम तालुकदार ने कहा, ''अदालत ने रामदेव, बालकृष्ण और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड द्वारा दिए गए वचनों के आधार पर अवमानना कार्यवाही बंद कर दी है.'' 14 मई को सर्वोच्च न्यायालय ने अवमानना नोटिस पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था.
शीर्ष अदालत भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही है, जिसमें कोविड टीकाकरण अभियान और आधुनिक चिकित्सा पद्धति के खिलाफ बदनाम करने वाला अभियान चलाने का आरोप लगाया गया है.
21 नवंबर, 2023 के अपने आदेश में, शीर्ष अदालत ने उल्लेख किया था कि पतंजलि आयुर्वेद का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील ने आश्वासन दिया था कि "इसके बाद किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं होगा, विशेष रूप से इसके द्वारा निर्मित और विपणन किए जाने वाले उत्पादों के विज्ञापन या ब्रांडिंग से संबंधित और इसके अलावा, औषधीय प्रभावकारिता का दावा करने वाले या किसी भी चिकित्सा प्रणाली के खिलाफ कोई भी आकस्मिक बयान किसी भी रूप में मीडिया को जारी नहीं किया जाएगा".
शीर्ष अदालत ने कहा था कि पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड "इस तरह के आश्वासन के लिए बाध्य है." फर्म द्वारा विशिष्ट आश्वासन का पालन न करने और बाद में मीडिया में दिए गए बयानों से शीर्ष अदालत नाराज़ हो गई, जिसने बाद में उन्हें नोटिस जारी कर पूछा कि उनके खिलाफ अवमानना कार्यवाही क्यों न शुरू की जाए.
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)