Union Budget 2024: इंडिया गठबंधन ने रखी मांग, विपक्षी सांसद को मिले डिप्टी स्पीकर का पद
संसद को सुचारू रूप से चलाना सरकार का कर्तव्य बताते हुए इंडिया गठबंधन ने मांग की है कि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष के सांसद को दिया जाना चाहिए.
Union Budget Session 2024: बजट सत्र की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है. ऐसे में विपक्ष इंडिया गठबंधन ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. ऐसे में टीएमसी नेता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने एनडीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के सामने अपनी मांगें रखी हैं. संसद को सुचारू रूप से चलाना सरकार का कर्तव्य बताते हुए डेरेक ओ ब्रायन ने मांग की है कि लोकसभा में डिप्टी स्पीकर का पद इंडिया गठबंधन के सांसद को दिया जाना चाहिए.
टीएमसी नेता ने कहा कि सरकार को राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए हर सदन (लोकसभा और राज्यसभा) में विपक्ष को साप्ताहिक एक नोटिस देने की अनुमति देनी चाहिए. सरकार पर कटाक्ष करते हुए डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि विधेयकों को जबरन पास नहीं किया जाना चाहिए.
It is govt’s duty to run Parliament smoothly in Budget session. They must:
— Derek O'Brien | ডেরেক ও'ব্রায়েন (@derekobrienmp) July 6, 2024
👉offer Deputy Speaker in LS to INDIA candidate
👉allow one notice from Oppn weekly in each House to discus issues of national importance (exam mess ; unemployment)
👉ensure no bulldozing of Bills
वहीं, डेरेक ओ ब्रायन की मांगों का समर्थन करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी नेताओं को गैर-जैविक पीएम द्वारा फैलाए गए झूठ की महामारी का मुकाबला करने की अनुमति दी जानी चाहिए. जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि इससे अधिक सहमत नहीं हो सकता. मैं केवल इतना ही कहूंगा कि गैर-जैविक पीएम और उनके ढोल पीटने वालों द्वारा फैलाए गए झूठ की महामारी का मुकाबला करने के लिए विपक्षी नेताओं, खासकर विपक्ष के नेताओं को अनुमति दें.
Couldn't agree more. I will only add: allow Opposition leaders especially the LoPs to counter the pandemic of lies spread by the non-biological PM and his drumbeaters. https://t.co/MKVFHPv4E5
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 6, 2024
इससे पहले लोकसभा चुनाव के बाद पहले संसद सत्र में डिप्टी स्पीकर का पद इंडिया ब्लॉक और सत्तारूढ़ एनडीए के बीच टकराव का विषय बन गया था. इंडिया ब्लॉक एनडीए के स्पीकर उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए सहमत हो गया था. लेकिन विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद नहीं दिए जाने के कारण वार्ता विफल हो गई. बाद में कोटा से भाजपा के सांसद ओम बिरला और कांग्रेस के केरल के सांसद के सुरेश ने शीर्ष लोकसभा पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, जिससे यह एक दुर्लभ चुनाव बन गया, जो चार दशकों के बाद देखा गया. अध्यक्ष चुनाव में बिरला को दूसरी बार ध्वनि मत से चुना गया.