सुबह आंख खुलते ही भूख लगने की क्या है वजह, जानें क्यों होता है ऐसा?

सुबह के समय आंख खुलते ही तेज भूख का अहसास होना, इस बात का संकेत होता है कि आपकी डायट में कुछ खास तत्वों की कमी है। साथ ही कुछ मामलों में ये हेल्दी साइन भी है...;

Update: 2025-06-07 01:48 GMT
आखिर क्यों सुबह-सुबह लगती है तेज भूख? ये हेल्दी है या अनहेल्दी?

Morning Hunger:  केवल डायबिटीज और थायरॉइड के पेशेंट्स को ही सुबह के समय तेज भूख का अहसास नहीं होता। बल्कि कई अन्य कारणों से भी बेड से उठते ही तेज भूख लग सकती है। क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि सुबह आंख खुलते ही इतनी तेज भूख लगती है कि तुरंत कुछ खाने को मिल जाए... अगर हां तो आपको कुछ खास बातों पर ध्यान देना होगा। क्योंकि सुबह भूख लगना एक हेल्दी साइन भी है तो कुछ मामलों में ये किसी हेल्थ इश्यू का संकेत भी हो सकती है। यहां कुछ पॉइंट्स बताए गए हैं, इन पर गौर करें और जानें कि आपकी मॉर्निंग हंगर हेल्दी या अनहेल्दी...


फाइबर की कमी

जब आपकी डेली डायट में फाइबर की कमी होती है तो खाना बहुत जल्दी डायजेस्ट हो जाता है, जो जल्दी ही भूख लगने की वजह बनता है। क्योंकि फाइबर भूख कम करने वाले हॉर्मोन्स रिलीज करते हैं, साथ ही इन्हें डायजेस्ट होने में भी समय लगता है। इसलिए जब फाइबर से भरपूर भोजन किया जाता है तो पेट देर तक भरा रहता है और शरीर को लंबे समय तक ऊर्जा मिलती रहती है।


प्रोटीन की कमी

यदि डेली डायट में प्रोटीन की कमी पूरी ना हो पा रही हो तब भी सुबह के समय तेज भूख लगने या दिनभर बार-बार भूख लगने जैसी दिक्कत हो सकती है। क्योंकि प्रोटीन शरीर के अंदर एनर्जी लेवल को बनाए रखता है और भूख बढ़ाने वाले हॉर्मोन्स जैसे घ्रेलिन और कॉर्टिसोल को कंट्रोल करता है। इसलिए इस बात पर ध्यान दें कि आपकी डायट में प्रोटीन सही मात्रा में शामिल रहे।

बहुत अधिक तनाव

जो लोग बहुत अधिक स्ट्रेस में रहते हैं, उनमें नींद की कमी भी देखने को मिलती है। बढ़ा हुआ तनाव और नींद की कमी शरीर में एनर्जी के लेवल को डाउन रखते हैं, इस कारण भी सुबह उठते ही तेज भूख का अहसास हो सकता है।

सर्कैडियन रिद्म और मेटाबॉलिज्म का संबंध

हमारे शरीर में एक आंतरिक घड़ी होती है जिसे "सर्कैडियन रिद्म" कहा जाता है। यह घड़ी हमारे नींद-जागने के चक्र, हार्मोन रिलीज़ और भूख जैसे संकेतों को नियंत्रित करती है। सुबह के समय जब शरीर नींद से जागता है, तब यह घड़ी मेटाबॉलिज्म को तेज कर देती है ताकि शरीर दिनभर की गतिविधियों के लिए तैयार हो सके। इसी वजह से शरीर को ऊर्जा की ज़रूरत महसूस होती है और हमें भूख लगती है।

हार्मोन का संतुलन और भूख का संकेत

सुबह के समय दो मुख्य हार्मोन घ्रेलिन और कोर्टिसोल बढ़ जाते हैं। घ्रेलिन को ‘हंगर हार्मोन’ कहा जाता है, जो भूख का संकेत भेजता है। कोर्टिसोल, जिसे अक्सर 'स्ट्रेस हार्मोन' कहा जाता है, सुबह के समय उच्चतम स्तर पर होता है और यह भी भूख को बढ़ा सकता है। यह हार्मोन मस्तिष्क को बताता है कि अब शरीर को ऊर्जा की ज़रूरत है।

रात का उपवास और सुबह की क्षुधा

नींद के दौरान हम 7-8 घंटे तक कुछ भी नहीं खाते हैं, जिसे फास्टिंग पीरियड कहा जाता है। जब यह अवधि लंबी हो जाती है, तो शरीर को सुबह ऊर्जा की कमी महसूस होने लगती है और नतीजतन भूख तेज हो जाती है। यह एक तरह से शरीर का संकेत होता है कि उसे अब ईंधन (food) की ज़रूरत है।

हर किसी में क्यों नहीं होती सुबह भूख?

हालांकि यह प्रक्रिया अधिकतर लोगों में होती है, लेकिन कुछ लोगों को सुबह भूख नहीं लगती। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे रात में देर से खाना खाना, अनियमित स्लीप साइकल, डाइजेस्टिव प्रॉब्लम्स, या तनाव। ऐसे में सुबह भूख न लगना असामान्य नहीं है, लेकिन यदि यह लगातार बना रहे तो खानपान और नींद की आदतों की जांच ज़रूर करनी चाहिए।

क्या सुबह भूख लगना अच्छा संकेत है?

जी हां, सुबह भूख लगना यह दर्शाता है कि आपका पाचन तंत्र ठीक से काम कर रहा है और आपकी जैविक घड़ी संतुलित है। यह शरीर की हेल्दी मेटाबॉलिक प्रक्रिया का संकेत है। ऐसे में पोषण से भरपूर नाश्ता करना दिनभर की ऊर्जा और मानसिक सतर्कता के लिए बेहद लाभकारी होता है।

सुबह उठते ही भूख लगना शरीर की एक सामान्य और स्वस्थ प्रक्रिया है, जो जैविक घड़ी और हॉर्मोन्स के तालमेल से संचालित होती है। Ghrelin और Cortisol जैसे हॉर्मोन इस भूख को ट्रिगर करते हैं ताकि शरीर दिन की शुरुआत ऊर्जा के साथ कर सके। अगर यह भूख बहुत तेज या बिल्कुल न लगे, तो अपनी नींद, डाइट और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना ज़रूरी है।


डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

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