अगर दिखें ये 5 लक्षण तो जान लें... आपका शरीर फैट स्टोर कर रहा है
ये है हेल्थ अलर्ट! अगर आपकी कमर की माप पुरुषों में 40 इंच और महिलाओं में 35 इंच से ज़्यादा है तो ये 'विसरल फैट' यानी आंतरिक अंगों के चारों ओर जमा खतरनाक फैट...;
Body Fat Storage: क्या आपने कभी सोचा है कि बिना ज़ाहिर किए भी आपका शरीर आपको संकेत देता है कि कुछ गड़बड़ है। खासकर जब बात फैट स्टोर करने की हो? जी हाँ, चुपचाप जमा होती चर्बी बाद में बड़ा खतरा बन सकती है। लेकिन शुक्र है कि शरीर समय रहते अलार्म बजा देता है। आइए जानें उन 5 संकेतों के बारे में जिन पर ध्यान देना जरूरी है...
बढ़ती कमर नहीं है सिर्फ फैशन की बात
ये है हेल्थ अलर्ट! अगर आपकी कमर की माप पुरुषों में 40 इंच और महिलाओं में 35 इंच से ज़्यादा है तो ये "विसरल फैट" यानी आंतरिक अंगों के चारों ओर जमा खतरनाक फैट का संकेत हो सकता है। यह फैट दिल, लिवर और पैंक्रियास को प्रभावित करता है — और मेटाबॉलिक डिज़ीज़ की चुपचाप शुरुआत कर सकता है।
एनर्जी लेवल गिरना
क्या थकान सिर्फ काम की है या फैट का इशारा? अगर आप बिना कारण दिनभर थके रहते हैं, तो ये सिर्फ वर्कलोड नहीं, शरीर में हो रहे हार्मोनल इम्बैलेंस और सूजन का परिणाम भी हो सकता है। खासकर विसरल फैट इससे सीधा जुड़ा है।
खर्राटे और साँस लेने में दिक्कत
क्या ये फैट की चेतावनी है? गर्दन और चेस्ट में अतिरिक्त फैट जमा हो जाए तो sleep apnea यानी नींद के दौरान साँस रुकने की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। रात की खराब नींद, दिन की थकावट और कई बार हाई ब्लड प्रेशर तक की जड़ यही होती है।
घुटनों और कमर में दर्द
सिर्फ उम्र की नहीं, वजन बढ़ने की भी निशानी है जोड़ों पर ज्यादा दबाव पड़ना। वजन बढ़ने से खासतौर पर घुटनों और पीठ के निचले हिस्से में फैट के बढ़ने का एक सीधा इशारा है। अगर आपने नोटिस किया कि शरीर सख्त, भारी या अकड़न भरा लगने लगा है तो समय आ गया है बदलाव का।
बार-बार भूख लगना
क्या आपकी भूख आपके हार्मोन कंट्रोल कर रहे हैं? शरीर में फैट बढ़ने से इंसुलिन और लेप्टिन जैसे हार्मोन बिगड़ जाते हैं, जिससे बार-बार खाने की तलब लगती है और संतुष्टि नहीं मिलती। इसका नतीजा ओवरईटिंग और और ज्यादा फैट स्टोरिंग। फिर ये सिलसिला यूं ही चलता रहता है। यानी ज्यादा भूख...ज्यादा खाना... और ज्यादा फैट स्टोरेज।
आप क्या करें?
प्रोसेस्ड फूड और एडेड शुगर से दूरी बनाएं।हाई फाइबर, लीन प्रोटीन और न्यूनतम शक्कर वाला संतुलित आहार लें। कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। घर में रहते हुए योग करके भी बढ़ते वजन पर लगाम लगाई जा सकती है।
शरीर इशारे देता है, बस जरूरत है समझने की। अगर समय रहते इन संकेतों को पहचान लिया जाए तो आप ना केवल वजन कंट्रोल कर सकते हैं। बल्कि भविष्य की गंभीर बीमारियों से भी खुद को बचा सकते हैं। तो आज ही से खुद से जुड़िए। अपनी सेहत की कमान फिर से अपने हाथ में लीजिए।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।