पेट में अधिक गैस बनने की वजह और इससे बचने के घरेलू उपाय
बार-बार गैस बनना सिर्फ पाचन की गड़बड़ी नहीं होती बल्कि कई गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकता है। यहां जानिए वैज्ञानिक रिसर्च पर आधारित घरेलू समाधान...;
Stomach Bloating And Gas : अगर आपको बार-बार पेट में गैस बनने, सूजन या भारीपन की शिकायत होती है, तो यह सिर्फ खाने की गलती नहीं बल्कि आपकी आंतों में छिपी किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। Harvard Medical School की एक रिपोर्ट के अनुसार, “लगातार बनने वाली गैस इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS), स्मॉल इंटेस्टाइनल बैक्टीरियल ओवरग्रोथ (SIBO) या फूड इन्टॉलरेंस जैसे लैक्टोज इन्टॉलरेंस की ओर इशारा कर सकती है।” ऐसे में कुछ घरेलू उपाय जिनके पीछे वैज्ञानिक कारण हों, गैस की समस्या को जड़ से कम कर सकते हैं...
अदरक से होगा गैस और सूजन का वैज्ञानिक इलाज
अदरक में gingerol और shogaol नामक बायोएक्टिव कंपाउंड पाए जाते हैं, जो gastrointestinal motility को सुधारते हैं यानी भोजन को आंतों में आगे बढ़ाने की प्रक्रिया को तेज करते हैं। इससे गैस बाहर निकल जाती है। साल 2014 में एक क्लिनिकल ट्रायल ने बताया कि अदरक पाचन एंजाइम्स को उत्तेजित करता है और गैस बनने की प्रक्रिया को धीमा करता है।
कैसे लें: अदरक की चाय, कच्चा अदरक या गर्म पानी में उबालकर उसका अर्क पीना फायदेमंद है।
पुदीना है पेट की गैस का वैज्ञानिक रूप से सिद्ध एंटी-स्पैस्मोडिक एजेंट
पुदीना में menthol होता है, जो पेट की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और गैस के कारण होने वाली ऐंठन को कम करता है।
British Medical Journal में प्रकाशित एक मेटा-एनालिसिस (2020) में यह पाया गया कि पुदीना तेल IBS के मरीज़ों में गैस, सूजन और दर्द को 40% तक कम करता है।
कैसे लें: पुदीने की पत्तियों की चाय या पुदीना युक्त गर्म पानी पीना लाभकारी है।
जीरा है पाचन एंजाइम्स को एक्टिव करने वाला तत्व
जीरे में cuminaldehyde और thymol जैसे कंपाउंड होते हैं, जो पाचन एंजाइम्स के स्राव को बढ़ाते हैं। Journal of Functional Foods में प्रकाशित एक 2016 के अध्ययन के अनुसार, जीरा IBS और गैस की समस्या में clinically effective पाया गया है।
कैसे लें: एक चम्मच जीरा उबालकर उसका पानी छानकर पीएं। यह गैस और एसिडिटी दोनों में राहत देता है।
पपीता करे पपाइन एंजाइम से गैस का समाधान
पपीते में papain नामक प्रोटीन-डायजेस्टिंग एंजाइम होता है जो प्रोटीन को जल्दी तोड़ता है, जिससे गैस बनने का कारण ही खत्म हो जाता है।
Nutrition Review (2013) में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, पपीते का नियमित सेवन पाचन क्रिया को बेहतर करता है और bloating को 50% तक घटाता है।
कैसे लें: कच्चा पपीता सलाद या उबले रूप में खाएं।
सेब का सिरका पेट के pH को बैलेंस करने वाला उपाय
सेब के सिरके में acetic acid होता है, जो पेट की अम्लता को संतुलित करता है और गैस को बाहर निकालने में मदद करता है। Alternative Medicine Review में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल साइडर विनेगर गैस्ट्रिक एंजाइम्स की सक्रियता को बढ़ाता है।
कैसे लें: एक गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर खाने से पहले पीएं।
शोध बताते हैं कि बार-बार गैस बनना हल्के में लेने वाली समस्या नहीं है। अमेरिका की National Institute of Diabetes and Digestive and Kidney Diseases (NIDDK) के अनुसार, “लगातार bloating और गैस बनने की समस्या आंतों की संवेदनशीलता, एंजाइम की कमी या gut microbiota imbalance से जुड़ी हो सकती है।” इसलिए सिर्फ लक्षणों को दबाने की बजाय हमें पाचन तंत्र को अंदर से मजबूत करना चाहिए।
गैस की समस्या को समय रहते समझना और घरेलू तरीकों से नियंत्रित करना बेहद जरूरी है। ऊपर बताए गए उपाय न सिर्फ पारंपरिक ज्ञान पर आधारित हैं बल्कि वैज्ञानिक रिसर्च से भी प्रमाणित हैं। अगर फिर भी समस्या बनी रहती है तो यह किसी गंभीर आंतरिक बीमारी का संकेत हो सकता है। ऐसे में गेस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट से परामर्श लेना जरूरी है।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।