लॉन्ग कोविड से जूझ रहे न्यू बॉर्न में नींद और भूख की समस्याएं, रिपोर्ट
रिसर्च दिखाती है कि Long Covid के लक्षण छोटे बच्चों में वयस्कों से अलग होते हैं। जहाँ बड़ों में थकावट, ब्रेन फॉग, गंध/स्वाद का खोना आम है, वहीं छोटे बच्चों में;
Long Covid Symptoms In Infants: लॉन्ग कोविड उन लक्षणों को दर्शाता है जो कोविड-19 की तीव्र अवस्था से उबरने के काफी बाद तक बने रहते हैं। अमेरिका में किए गए एक नए अध्ययन के अनुसार, दो साल से छोटे नवजात शिशु जो लॉन्ग कोविड से पीड़ित हैं, उनमें नींद में दिक्कत, चिड़चिड़ापन, भूख न लगना, बंद नाक और खांसी जैसे लक्षण अधिक पाए जाते हैं।
लॉन्ग कोविड (Long Covid) का असर अब सिर्फ वयस्कों तक सीमित नहीं रहा बल्कि नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। अमेरिका में हुई एक नई स्टडी के अनुसार, दो साल से छोटे बच्चे, जो कोविड संक्रमण से उबर चुके हैं उनमें लंबे समय तक चलने वाले लक्षण जैसे कि नींद में बाधा, चिड़चिड़ापन, भूख न लगना, नाक बंद रहना और खांसी जैसी समस्याएं अधिक देखने को मिल रही हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल (Massachusetts General Hospital) के बायोस्टैटिस्टिक्स रिसर्च डायरेक्टर तानायोट थावीथाई (Tanayott Thaweethai) ने बताया कि “इन लक्षणों से जूझ रहे बच्चों की समग्र सेहत, जीवन की गुणवत्ता और विकास में देरी जैसे जोखिम ज्यादा देखे गए हैं।”
यह अध्ययन अमेरिकी संस्था National Institutes of Health के ‘RECOVER’ प्रोजेक्ट के तहत प्रकाशित किया गया है, जिसका मकसद Long Covid को समझना और इसकी रोकथाम करना है। यह निष्कर्ष JAMA Pediatrics नामक प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुए हैं।
स्टडी के अहम आंकड़े
कुल 472 नवजात शिशु (0-2 वर्ष) और 539 प्री-स्कूलर (3-5 वर्ष) बच्चों को शामिल किया गया।
इनमें से 278 शिशु और 399 प्री-स्कूलर बच्चे पहले कोविड संक्रमित हो चुके थे।
मार्च 2022 से जुलाई 2024 के बीच इन्हें अध्ययन में नामांकित किया गया।
40 शिशु (14%) और 61 प्री-स्कूलर (15%) को Long Covid के लक्षणों वाला पाया गया।
शिशुओं में 41 तरह के लक्षण और प्री-स्कूलर्स में 75 प्रकार के लक्षण दर्ज किए गए, जो कम से कम 90 दिनों तक बने रहे।
आयु के आधार पर लक्षणों में भिन्नता
0–2 साल के बच्चे: नींद की समस्या, चिड़चिड़ापन, भूख न लगना, बंद नाक और खांसी।
3–5 साल के बच्चे: सूखी खांसी, दिन के समय थकावट या सुस्ती।
इस अध्ययन की खास बात यह है कि यह दर्शाता है कि Long Covid के लक्षण छोटे बच्चों में वयस्कों से भिन्न होते हैं। जहाँ किशोरों और वयस्कों में थकावट, ब्रेन फॉग और गंध/स्वाद का खो जाना आम है, वहीं शिशु और छोटे बच्चों में ये संकेत विकास से जुड़े जोखिम बन सकते हैं।
भारत में स्थिति
दिल्ली-एनसीआर, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक जैसे राज्यों में कोविड के मामलों में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। ICMR ने 26 मई को कहा कि यह वृद्धि ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट्स की वजह से हो रही है। लेकिन फिलहाल संक्रमण की गंभीरता कम है और घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
शरीर के हर संकेत को पहचानना और समय पर एक्शन लेना आज की हेल्थ वाइब है। यह अध्ययन खासतौर पर माता-पिता और हेल्थ प्रोफेशनल्स के लिए एक चेतावनी है कि कोविड का असर अब सिर्फ बुखार और खांसी तक सीमित नहीं, बल्कि बच्चों के विकास तक पहुंच चुका है।
डिसक्लेमर- यह आर्टिकल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।