विश्व कप से पहले जियोहॉटस्टार की चाल, घटती क्रिकेट पॉपुलैरिटी पर बड़ा सवाल !
ICC राइट्स से पीछे हटने के संकेत, युवा दर्शकों का क्रिकेट से दूर होना और विज्ञापन आय गिरने से IPL व वैश्विक राइट्स की वैल्यूएशन पर गंभीर असर पड़ने की आशंका
By : The Federal
Update: 2025-12-10 11:15 GMT
JioHotStar Sponsorship: पुरुषों के टी20 विश्व कप से महज दो महीने पहले ब्रॉडकास्टर जियोहॉटस्टार द्वारा ICC के मीडिया राइट्स से हटने की इच्छा ने भारतीय क्रिकेट इकोसिस्टम को हिलाकर रख दिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम संकेत देता है कि क्रिकेट की मार्केट वैल्यू अब अपने चरम पर पहुंचकर नीचे की ओर जा रही है.
फिनांशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 2024 में भारत के खेल विज्ञापन बाज़ार में करीब 85 फीसदी हिस्सेदारी क्रिकेट की थी, जिसकी कुल कीमत लगभग 16633 करोड़ रुपये रही. लेकिन नील्सन की 2025 की रिपोर्ट कहती है कि 18 से 30 वर्ष के युवाओं में क्रिकेट का क्रेज 2019 से लगातार गिर रहा है और वे मोटरस्पोर्ट, बास्केटबॉल और MMA जैसे खेलों की तरफ बढ़ रहे हैं.
क्रिकेट का दीवानापन खत्म हो रहा है
स्पोर्ट्सबिजनेट के संस्थापक प्रशांत जोगलेकर कहते हैं, “क्रिकेट अपने पीक पर पहुंच चुका है. जब ब्रॉडकास्टर यह कहने लगें कि वे मीडिया राइट्स की लागत को जस्टिफाई नहीं कर पा रहे, तो समझिए कि वैल्यूएशन अपनी सीमा पर पहुंच गई है.”
उन्होंने कहा कि प्रसारकों का पीछे हटना उद्योग के लिए चिंता का संकेत है.
IPL 2025 और 2026 में जियोस्टार की कमाई
जियोहॉटस्टार ने IPL 2025 सीजन में 4800 से 4900 करोड़ रुपये की विज्ञापन आय अर्जित की थी. 2026 में यह आय 6000 से 7000 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है.
लेकिन जोगलेकर का कहना है कि “सिर्फ बड़ी पहुंच से सफलता नहीं मिलती. जब दर्शक देखने के बावजूद खरीदारी या प्रतिक्रिया में नहीं बदलते, तो पूरी राजस्व रणनीति ढह जाती है.”
इसके अलावा रियल मनी गेमिंग पर लगी पाबंदी ने नेटवर्क को करीब 7000 करोड़ रुपये के विज्ञापन नुकसान की मार दी है.
2027 IPL राइट्स पर भी असर का डर
विशेषज्ञ मानते हैं कि इन घटनाओं का असर 2027 के IPL मीडिया राइट्स में देखने को मिल सकता है. बोली या तो स्थिर रह सकती है या फिर नीचे आ सकती है, जब तक अन्य खिलाड़ी आक्रामक बोली न लगाएं.
ICC ने शुरू की नई बिडिंग प्रक्रिया
जियोहॉटस्टार के यू-टर्न के बाद ICC को 2026 से 2029 के मीडिया राइट्स के लिए लगभग 2.4 अरब डॉलर की नई बिडिंग प्रक्रिया शुरू करनी पड़ी है.
कीमत भारी होने के कारण नेटफ्लिक्स और प्राइम वीडियो जैसे प्लेटफॉर्म ने भी ठंडी प्रतिक्रिया दी है.
जियोहॉटस्टार कीमत घटाने की कोशिश कर सकता है
उद्योग सूत्रों का कहना है कि भले ही जियोस्टार को 2027 तक प्रसारण करना ही पड़े, लेकिन वह डील के मूल्य को कम से कम 30 फीसदी तक नीचे लाने की कोशिश करेगा.
अन्य खिलाड़ियों की कमजोर दिलचस्पी भी जियोस्टार के पक्ष में जा सकती है.
विज्ञापन की पारदर्शिता पर भी नए कदम
विशेषज्ञों का कहना है कि यह पूरा घटनाक्रम उद्योग में नई रीसेट की शुरुआत करेगा. जियोहॉटस्टार हाल ही में विज्ञापनदाताओं की चिंताएं दूर करने के लिए नील्सन के साथ साझेदारी कर चुका है, ताकि विज्ञापन पहुंच की अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके.
जियोस्टार की बड़ी चुनौती - कंटेंट रणनीति
ब्रांड फाइनेंस इंडिया के एमडी अजीमोन फ्रांसिस का कहना है कि जियोहॉटस्टार के लिए सबसे बड़ा सवाल उसकी कंटेंट स्ट्रैटेजी को मजबूत बनाना है.
उन्होंने कहा कि नेटफ्लिक्स को अब वॉर्नर ब्रदर्स की कंटेंट लाइब्रेरी भी मिल गई है, ऐसे में जियोस्टार का सबसे बड़ा तुरुप का पत्ता सिर्फ IPL है. समस्या यह है कि IPL साल में सिर्फ दो महीने चलता है. जबकि ICC राइट्स के साथ उसे पूरे साल क्रिकेट कंटेंट मिलता रहेगा.