अखिलेश यादव ने पूछा- 'सिपाही भर्ती में कितने PDA?'
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सिपाही भर्ती में पीडीए की हिस्सेदारी पर सवाल उठाया है। अखिलेश ने कहा कि पीडीए की हकमारी कौन कर रहा है। बीजेपी दुष्प्रचार करती है।;
यूपी में 60,244 सिपाहियों को नियुक्ति पत्र मिलने के दूसरे दिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीडीए के के हक़ का सवाल उठाया है। अखिलेश यादव ने कहा है कि सरकार बताए कि सिपाही भर्ती में पीडीए ( PDA) कितने हैं? कौन पीडीए की हकमारी कर रहा है? अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि कोई भी सरकार नियम के बाहर भर्ती नहीं कर सकती। साथ ही ये भी आरोप लगाया कि हर विभाग में भ्रष्टाचार और लूट है।
सिपाही भर्ती में कितने पीडीए?
रविवार को ही लखनऊ में पुलिस विभाग की सीधी भर्ती में गृहमंत्री अमित शाह ने 60,244 आरक्षियों को नियुक्ति पत्र दिया था। इस मौके पर अमित शाह ने सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि पहले गुंडा राज था, आज कानून का राज है। इसके साथ ही ये भी कहा था कि अब मेरिट पर भर्ती हो रही है। सोमवार को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की बीजेपी सरकार पर हमला करते हुए इन भर्तियों में पीडीए की हिस्सेदारी के बारे में सवाल उठाया। अखिलेश यादव ने कहा कि भर्तियों में पीडीए (पिछड़ा, अल्पसंख्यक, दलित) की हिस्सेदारी कितनी है? उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में भर्ती की बात हो रही है। लेकिन इसमें पीडीए की गिनती कितनी है? सपा अध्यक्ष ने इसे दुष्प्रचार करार देते हुए कहा कि भाजपा से अच्छा दुष्प्रचार कोई नहीं कर सकता।
किस नियम के तहत दिए गए नकद पैसे?
जातीय जनगणना के सवाल पर भी अखिलेश यादव ने निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि ऐसे लोगों पर वोटर लिस्ट और जातीय जनगणना के आंकड़ों के मामले में भरोसा नहीं किया जा सकता। भाजपा सरकार आंकड़ों में हेर-फेर करती है। इसलिए जातीय जनगणना के आंकड़ों पर ध्यान रखना होगा और पूरी तरह सतर्क रहना होगा। पिछले दिनों महाकुंभ भगदड़ में हुई मौतों के बारे में आई मीडिया रिपोर्ट का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग महाकुंभ जैसे पवित्र मामले में झूठ बोल सकते है, वे भरोसे के लायक नहीं हैं। सपा अध्यक्ष ने निशाना साधते हुए कहा कि मृतकों के परिजनों को मुआवजा न देना पड़े, इसलिए मरने वालों की संख्या सिर्फ 37 बताई। अब पूरा आंकड़ा सामने आ गया है तो सरकार कहीं भी मुंह दिखाने लायक नहीं बची है। उन्होंने सवाल किया कि किस नियम के तहत पैसे दिए गए और किसके आदेश पर पैसे दिए गए? जिन लोगों ने पैसे नहीं लिए उनका पैसा किसके पास गया?
अखिलेश ने की अल्पसंख्यक सभा की बैठक
सपा कार्यालय में पार्टी की अल्पसंख्यक सभा की राष्ट्रीय और प्रदेश कार्यकारिणी और पदाधिकारियों की बैठक के बाद अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा सत्ता से ऐसे हटेगी कि उसका कहीं अता-पता नहीं चलेगा। महंगाई और सोने की बढ़ी कीमतों पर भी अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा। अखिलेश ने कहा कि सोना एक लाख रुपए से पार चला गया है। गरीब व्यक्ति अपनी बेटी की शादी कैसे करेगा? बिजली उत्पादन पर भी सवाल उठाते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने एक यूनिट भी बिजली उत्पादन नहीं बढ़ाया। लेकिन अब यह सरकार गावों और शहरों की बिजली का बिल बढ़ाने को तैयारी में है।
प्रयागराज की घटना पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पाल समाज की बेटी को न्याय नहीं मिला। भाजपा सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्री जातीय झगड़ा करा रहे है। एक सवाल के जवाब में सपा अध्यक्ष ने कहा कि लड़ाई कहीं भी और किसी देश के बीच हो वह बंद होनी चाहिए। हम किसी युद्ध के पक्ष में नहीं है। हम केन्द्र सरकार से कहेंगे कि अपने देश के जो भी नागरिक युद्धग्रस्त देशों में जहां भी फंसे हुए है, उन्हें वापस लाएं।