Atul Subhash के परिवार ने जताई पोते के लिए चिंता, प्रधानमंत्री से लगाई मदद की गुहार
अतुल के परिवार को अपने 4 साल के पोते की चिंता सता रही है, जिसे बचपन से ही अतुल और उसके परिवार से दूर कर दिया गया. अतुल ने सुसाइड नोट में बच्चे की कस्टडी दादा दादी को देने की कही थी.;
By : Abhishek Rawat
Update: 2024-12-15 09:47 GMT
Atul Subhash Suicide Case : इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी क्षेत्र में काम करने वाले अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने जहाँ एक ओर उनकी अलग रह रही पत्नी निकिता सिंघानिया, उसकी मां निशा और भाई अनुराग को गिरफ्तार कर लिया है तो वहीँ अतुल के माता पिता को अपने पोते की चिंता सता रही है। अतुल के परिवार ने अपने पोते को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। अतुल के पिता पवन कुमार मोदी ने दावा किया है कि परिवार को उनके चार वर्षीय पोते की सुरक्षा और स्थान के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि मेरे पोते में मेरे बेटे के अंश हैं, इसलिए वो हमारे लिए हमारे बेटे से भी ज्यादा है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मदद की गुहार लगाई है।
पवन कुमार मोदी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, "हम नहीं जानते कि मेरा पोता कहां है। क्या वह सुरक्षित है या उसके साथ कुछ अनहोनी हुई है? हमें उसकी चिंता सता रही है।" उन्होंने पुलिस और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को निकिता और उसके परिवार को गिरफ्तार करने के लिए धन्यवाद दिया लेकिन पोते की स्थिति पर जल्द से जल्द जानकारी देने की अपील की।
न्याय मिलने तक अस्थियों का विसर्जन नहीं
परिवार ने अतुल की अस्थियों को तब तक विसर्जित न करने का फैसला किया है, जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता। पवन मोदी ने कहा, "हम धार्मिक लोग हैं, लेकिन न्याय मिलने तक उनके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी नहीं करेंगे।"
अदालत पर भ्रष्टाचार का आरोप
अतुल के पिता ने यह भी आरोप लगाया कि पारिवारिक न्यायालय ( Family Court ) के एक जज ने रिश्वत मांगी थी। उन्होंने कहा कि उनका बेटा रिश्वत देने को तैयार नहीं था और इसके बजाय वो जुर्माना भरने का रास्ता चुनता।
अतुल का 24 पन्नों का सुसाइड नोट
अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी निकिता, उसकी मां, भाई और चाचा पर उत्पीड़न और जबरन वसूली का आरोप लगाया है। अतुल ने नोट में लिखा कि निकिता ने उन्हें और उनके परिवार को झूठे मामलों में फंसाया और 3 करोड़ रुपये की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि न्याय प्रणाली महिलाओं के पक्ष में पक्षपाती है।
सुसाइड नोट में उन्होंने अपने 4 साल के बेटे की कस्टडी अपने माता-पिता और भाई को देने की अपील की थी और लिखा था कि "मेरे माता-पिता मेरे बच्चे को बेहतर मूल्यों के साथ पाल सकते हैं।"
पुलिस की कार्रवाई जारी
निकिता, उसकी मां और भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें 14 दिन की हिरासत में भेजा गया है। वहीं, मामले में आरोपी निकिता के चाचा सुशील सिंघानिया अभी फरार हैं।
अतुल के भाई विकास कुमार ने कहा कि उनकी प्राथमिक चिंता उनके भतीजे का पता लगाना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि पुलिस जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करेगी।
परिवार की अपील
पवन मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य नेताओं से अपील की कि वे उनके पोते को सुरक्षित वापस लाने में मदद करें। उन्होंने कहा, "एक दादा के लिए पोता उसके बेटे से भी ज्यादा खास होता है। मैंने उसे अब तक सिर्फ वीडियो कॉल पर देखा है, कभी उसे गले नहीं लगाया।"
इस मामले ने पारिवारिक विवादों और न्याय प्रणाली में सुधार की जरूरत पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
(न्यूज़ एजेंसी के इनपुट के साथ)