दिल्ली प्रदूषण पर सरकार का एक्शन प्लान, AAP पर लगाये प्रदूषण बढ़ाने के आरोप
जनता से माफी मांगने के एक दिन बाद दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से निपटने की रणनीति गिनाई, साथ ही पूर्व AAP सरकार पर हालात बिगाड़ने का आरोप लगाया
Delhi Air Pollution : मंगलवार को दिल्ली की गंभीर होती प्रदूषण समस्या को लेकर जनता से माफी मांगने के बाद, दिल्ली सरकार एक बार फिर एक्शन मोड में नजर आई। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार को बताया कि सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए लगातार कई स्तरों पर काम कर रही है। साथ ही, दिल्ली की भाजपा सरकार ने पूर्व में रही आम आदमी पार्टी सरकार पर भी सीधे आरोप लगाने से परहेज नहीं किया।
आगे भी राहत की उम्मीद कम
पर्यावरण मंत्री ने साफ कहा कि पिछले वर्षों के आंकड़े यह संकेत देते हैं कि आने वाले कुछ दिन भी दिल्ली के लिए चुनौतीपूर्ण रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि 2023-24 में इसी समय AQI 400 के पार था, और मौजूदा ट्रेंड के मुताबिक प्रदूषण गंभीर श्रेणी में बना रह सकता है।
चार मोर्चों पर प्रदूषण से जंग
सिरसा के मुताबिक, सरकार चार हिस्सों में प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर सख्ती करते हुए फैसला लिया गया है कि बिना पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट के किसी भी वाहन को फ्यूल नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही Integrated Traffic Management System को जल्द दिल्ली में लागू करने की तैयारी है।
टेक्नोलॉजी और ट्रैफिक पर फोकस
सरकार ट्रैफिक जाम को प्रदूषण की बड़ी वजह मानते हुए Google Maps और Map India के साथ बैठक कर रही है, ताकि सड़कों पर ट्रैफिक को ज्यादा स्मूथ किया जा सके। इसके अलावा, दिल्ली का अपना कार पूलिंग ऐप विकसित करने पर भी काम शुरू कर दिया गया है।
62 हॉटस्पॉट और सड़कों की हालत
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि राजधानी के 62 प्रदूषण हॉटस्पॉट्स चिन्हित कर वहां विशेष कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने माना कि सड़कों के गड्ढे धूल और प्रदूषण की बड़ी वजह रहे हैं। इसी को देखते हुए एक सर्वे टीम बनाई गई है, जो पूरी दिल्ली में यह जांच करेगी कि कितने गड्ढे भरे जा चुके हैं और कहां काम बाकी है।
MCD और PWD को अतिरिक्त जिम्मेदारी
सरकार ने MCD को सड़कों की मरम्मत और लिटर पिकर्स के लिए फंड देने का फैसला किया है। इसी तरह PWD की सड़कों पर भी समान व्यवस्था लागू की जाएगी, ताकि धूल और कचरे से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।
AAP पर गंभीर आरोप
हालांकि, सरकार की यह घोषणा राजनीतिक आरोपों के बिना पूरी नहीं हुई। मनजिंदर सिंह सिरसा ने आरोप लगाया कि AAP के नेता और कार्यकर्ता जानबूझकर कूड़े में आग लगाकर प्रदूषण बढ़ा रहे हैं। उन्होंने त्रिलोकपुरी का हवाला देते हुए कहा कि वहां AAP के एक निगम पार्षद ने पहले कूड़े में आग लगाई और फिर वीडियो बनाकर उसे प्रचारित किया।
प्रदूषण बना राजनीतिक मुद्दा
कुल मिलाकर, दिल्ली में प्रदूषण अब सिर्फ पर्यावरण की समस्या नहीं रहा, बल्कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का बड़ा मुद्दा बन गया है। एक ओर भाजपा सरकार सख्त कदमों और एक्शन प्लान का दावा कर रही है, तो दूसरी ओर पूर्व AAP सरकार पर जिम्मेदारी डालकर सियासी घमासान भी तेज कर रही है।