दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री आतिशी, आखिर क्यों चुनी गयी सीएम

आतिशी को मनीष सिसोदिया और अरविन्द केजरीवाल दोनों का ही विश्वासपात्र माना जाता है. आतिशी के पास मंत्री के तौर पर सबसे ज्यादा पोर्टफोलियो रहे हैं. वो काफी पढ़ी लिखी भी हैं. इन्हीं सब वजहों से उन्हें सीएम चुना गया है.

Update: 2024-09-17 07:09 GMT

Atishi New CM Of Delhi : दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम का एलान कर दिया गया है. ये नाम है आतिशी. आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी. आम आदमी पार्टी के विधायक दल ने अपना नेता आतिशी के नाम पर सहमति जतायी है. इस नाम को लेकर किसी को ज्यादा हैरानी नहीं है क्योंकि अरविन्द केजरीवाल के इस्तीफा देने के बाद जिस नाम पर चर्चा शुरू हुई थी वो आतिशी ही था. इसके पीछे की कई वजह है, जिसमें से एक आतिशी का पार्टी के साथ साथ मनीष सिसोदिया और अरविन्द केजरीवाल का विश्वासपात्र होना.

आतिशी के पास हैं सबसे ज्यादा पोर्टफोलियो

आतिशी की बात करें तो इस समय दिल्ली के मंत्रियों में सबसे ज्यादा पोर्टफोलियो आतिशी के पास ही है. इसकी वजह ये है कि आतिशी एक पढ़ी लिखी महिला हैं और शुरुआत से ही आम आदमी पार्टी का हिस्सा रही हैं. पार्टी की कर्मठ कार्यकर्ताओं के तौर पर भी जानी जाती हैं. दिल्ली में जब पहली बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी तो आतिशी को एजुकेशन कमिटी में जगह दी गयी थी. इसके बाद उन्होंने मनीष सिसोदिया के साथ दिल्ली के एजुकेशन सिस्टम पर काफी काम किया और इसी दौरान आतिशी मनीष सिसोदिया की न केवल विश्वास पात्र बनी बल्कि उन्हें अपने बड़े भाई के तौर पर भी मानने लगी.

क्या प्रॉक्सी सीएम् बनेंगी आतिशी

ये सवाल इसलिए खड़ा हुआ है क्योंकि आज ( 17 सितम्बर ) को विधायक दल की बैठक शुरू होने से पहले ही दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भरद्वाज ने कहा कि नया मुख्यमंत्री जो भी बने वो अरविन्द केजरीवाल के भरत की भूमिका निभाएगा. इतना ही नहीं विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद जब आतिशी के नाम पर मोहर लग गयी तो सोमनाथ भारती ने भी इसी बात को दोहराया और ये कहा कि आतिशी भरत की तरह ही सिंघासन की देख रेख करेंगी.



क्या लेफ्ट के प्रति सहानुभूति रहेगी चुनौती

आतिशी के मुख्यमंत्री बंटे ही विपक्षी दल ख़ास तौर से बीजेपी ने आतिशी पर लेफ्ट के प्रति सहानुभूति रखने वाला बताया. इतना ही नहीं बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने 'X' पर पोस्ट करते आरोप लगाया कि ''आतिशी के परिवार ने आतंकवादी अफ़ज़ल गुरु की फाँसी रुकवाने का प्रयास किया था. नक्सली मानसिकता को बैकडोर से दिल्ली पर थोपने का पाप केजरीवाल कर रहें हैं. आज आम आदमी पार्टी एक ऐसा CM चुन रही हैं, जिसका अन्ना आंदोलन और इंडिया अगेंस्ट करप्शन से कोई नाता कभी नहीं रहा. दिल्ली की जनता एक नक्सली कम्युनिस्ट मुख्यमंत्री को कभी स्वीकार नहीं करेगी.''


स्वाति मालीवाल ने भी लेफ्ट के प्रति सहानुभूति करने वाला मुद्दा उठाया

आम आदमी पार्टी की ही राज्य सभा सांसद स्वाति मालीवाल ने 'X' पर पोस्ट करते हुए कहा ''दिल्ली के लिए आज बहुत दुखद दिन है. आज दिल्ली की मुख्यमंत्री एक ऐसी महिला को बनाया जा रहा है जिनके परिवार ने आतंकवादी अफ़ज़ल गुरु को फांसी से बचाने की लंबी लड़ाई लड़ी. उनके माता पिता ने आतंकी अफ़ज़ल गुरु को बचाने के लिए माननीय राष्ट्रपति को दया याचिकाऐं लिखी.

उनके हिसाब से अफ़ज़ल गुरु निर्दोष था और उसको राजनीतिक साज़िश के तहत फँसाया गया था.

वैसे तो आतिशी मार्लेना सिर्फ़ ‘Dummy CM’ है, फिर भी ये मुद्दा देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है. भगवान दिल्ली की रक्षा करे!

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