कर्नाटक धर्मस्थल मामला: ‘सामूहिक दफन’ की शिकायत करने वाला व्यक्ति गिरफ्तार, SIT ने जांच में पाया बयान झूठा

एसआईटी ने पुष्टि की कि ‘नकाबपोश व्यक्ति’ द्वारा दिए गए बयान जांच के दौरान गढ़े हुए (फर्जी) पाए गए।;

Update: 2025-08-23 06:50 GMT
वह व्यक्ति, जो शुक्रवार (22 अगस्त) दोपहर करीब 2 बजे नकाब पहनकर एसआईटी कार्यालय पहुँचा था, से एसआईटी प्रमुख प्रणब महांती ने शनिवार सुबह 5 बजे तक लंबी पूछताछ की। (सांकेतिक चित्र:)

धर्मस्थल (कर्नाटक) में सैकड़ों शव दफनाने का दावा कर दहशत फैलाने वाले नकाबपोश शख्स को विशेष जांच दल (SIT) ने गिरफ्तार कर लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, SIT ने विस्तृत जांच के बाद उसकी बातों को झूठा पाया है।

सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार (22 अगस्त) दोपहर करीब 2 बजे नकाब पहनकर SIT दफ्तर पहुंचा यह शख्स रातभर पूछताछ का सामना करता रहा। SIT प्रमुख प्रणब मोहंती ने सुबह 5 बजे तक उससे पूछताछ की और इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया।

झूठे दावों से शुरू हुई SIT जांच

शुरुआत में इस अज्ञात शख्स ने दावा किया था कि धर्मस्थल नगर में सैकड़ों शव दफनाए गए हैं। आरोप की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने तुरंत SIT का गठन कर जांच शुरू कराई।

पूछताछ के दौरान वह व्यक्ति जांच टीम को 17 स्थानों पर ले गया, जहां उसने शव दबे होने की बात कही थी। लेकिन हकीकत में केवल दो जगहों पर अस्थियां मिलीं। बाकी 15 जगह कोई सबूत नहीं मिला। इसके बाद उसके दावों की सच्चाई पर सवाल उठने लगे।

बयानों की पड़ताल

अन्य कोई अवशेष न मिलने पर SIT ने दफन स्थलों की तलाश रोक दी और अब केवल उसके बयानों की पुष्टि पर ध्यान केंद्रित किया। जांच अधिकारी जितेंद्र दयामा और करीब 25 पुलिसकर्मियों की टीम ने उससे गहन पूछताछ की। विभिन्न स्तरों से उसके दावों की तस्दीक की गई, जिससे अंततः झूठ सामने आया।

नकाबपोश शख्स को शनिवार को अदालत में पेश किया जाना है। SIT अदालत से उसकी पुलिस हिरासत की मांग कर सकती है ताकि आगे की पूछताछ की जा सके। पूछताछ के अगले चरण में और भी अहम जानकारियां सामने आने की उम्मीद है।

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