क्या गोवा के मंदिर में अचानक आये बिजली के करंट से मची भगदड़ ?
गोवा के शिरगांव शहर में श्री लैराई देवी मंदिर में वार्षिक जुलूस एक त्रासदी में बदल गया, जिसमें कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए।;
Goa Stampede : गोवा के शिरगाँव में आयोजित जात्रा में मची भगदड़ का पता लगाने के लिए जाँच शुरू कर दी गयी है। जांच में जुटे अधिकारी ने अब भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि शनिवार सुबह (3 मई) गोवा के शिरगांव शहर में मंदिर में भगदड़ किस कारण से मची, जिसमें कम से कम छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई और दर्जनों श्रद्धालु घायल हो गए। श्रद्धालु देवी लैराई देवी के वार्षिक जात्रा उत्सव में भाग ले रहे थे, जब अचानक भीड़ में अफरातफरी मच गई और भगदड़ हो गई। ऐसा माना जा रहा है कि बिजली के करंट के चलते इस भगदड़ की शुरुआत हुई, खुद मुख्यमंत्री ने इस बात का ज़िक्र किया है लेकिन अभी ठोस सबूत नहीं मिले हैं, जो इस बात की पुष्टि कर सके।
व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद हुआ हादसा
पुलिस ने मंदिर समिति के सहयोग से इस आयोजन के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की थी। एक हज़ार से अधिक पुलिसकर्मी, जिनमें कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे, मौके पर मौजूद थे। गोवा रिजर्व पुलिस बल और 300 से अधिक ट्रैफिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे, साथ ही ड्रोन से निगरानी भी की जा रही थी।
रात देर तक, श्रद्धालु मंदिर में एक विशाल अग्निकुंड के चारों ओर एक पारंपरिक अनुष्ठान में जुटे थे, जिसमें उनका विश्वास था कि आग के आसपास की गई उनकी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
अचानक मची अफरातफरी
सुबह 4 बजे से 4:30 बजे के दौरान भीड़ के बीच अफरातफरी का माहौल बन गया और लोग इधर-उधर भागने लगे, जिससे वहां भगदड़ मच गई। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि बिजली का झटका लगने से भीड़ में दहशत फैल गई। हालांकि, सटीक कारण की पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है।
भगदड़ में लगभग 50 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें गोवा मेडिकल कॉलेज और उत्तर गोवा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। अधिकारियों ने दोनों अस्पतालों में डॉक्टरों की अतिरिक्त टीम तैनात की। मुख्यमंत्री ने घायलों से अस्पताल में मुलाकात की और कहा कि सरकार प्रभावित लोगों के लिए हर आवश्यक कदम उठा रही है।