पश्चिम बंगाल गैंगरेप मामला: 2 और गिरफ्तार, पुलिस बोली – “सभी 5 आरोपी हिरासत में”
रिपोर्टों के अनुसार, पाँचवें आरोपी की पहचान शेख सैफिकुल के रूप में हुई है; जबकि चौथा आरोपी, जिसे रविवार रात गिरफ्तार किया गया, शेख नसीरुद्दीन है।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा से हुए कथित सामूहिक दुष्कर्म के मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसके साथ कुल गिरफ्तारियों की संख्या पाँच हो गई है।
रिपोर्टों के अनुसार, पाँचवें आरोपी की पहचान शेख सैफिकुल के रूप में हुई है, जो दुर्गापुर में अपने एक रिश्तेदार के घर में छिपा हुआ था। चौथा आरोपी शेख नसीरुद्दीन रविवार (12 अक्टूबर) की रात गिरफ्तार किया गया। वह बीरजा का निवासी है। नसीरुद्दीन को पहले पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था और बाद में गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि अपराध स्थल से फरार होने के लिए आरोपी उसकी बाइक का इस्तेमाल करते थे।
दोनों, सैफिकुल और नसीरुद्दीन, को सोमवार को दुर्गापुर उप-मंडलीय अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस उनके रिमांड की मांग कर सकती है।
इससे पहले रविवार को तीन आरोपी शेख रियाजुद्दीन, अपू बरुई और फिरदौस शेख को गिरफ्तार कर 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया था।
सभी पाँच आरोपी गिरफ्तार
आसनोंल-दुर्गापुर पुलिस आयुक्तालय के उपायुक्त अभिषेक गुप्ता ने पीटीआई से कहा, “दो और गिरफ्तारियां की गई हैं। इसके साथ, महिला की शिकायत के आधार पर सभी पाँच आरोपियों को हिरासत में लिया जा चुका है।”
ओडिशा के बालासोर जिले के जलेश्वर की रहने वाली 23 वर्षीय महिला के साथ शुक्रवार रात कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म हुआ था, जब वह एक दोस्त के साथ खाना खाने कॉलेज परिसर से बाहर गई थी। उसके दोस्त को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू
घटना के बाद पश्चिम बंगाल में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि गिरफ्तार आरोपियों में से कम से कम एक तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का कार्यकर्ता है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी प्रवक्ता देबांशु भट्टाचार्य ने कहा,“भले ही वह पार्टी कार्यकर्ता हो, लेकिन यह सराहनीय है कि टीएमसी का अपराधों के प्रति ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ रवैया है। अगर यह घटना किसी बीजेपी शासित राज्य में होती, तो आरोपी को माला पहनाई जाती।”
ओडिशा में भी विरोध की लहर
घटना पर पड़ोसी राज्य ओडिशा में भी तीखी प्रतिक्रियाएँ हुई हैं। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आरोपियों को “कड़ी से कड़ी सजा” देने की अपील की है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विवादित बयान
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस मामले में दिए गए एक विवादास्पद बयान को लेकर घिर गई हैं। उन्होंने कहा कि निजी मेडिकल कॉलेज को “रात 12:30 बजे” छात्रों को परिसर से बाहर जाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी, क्योंकि वह इलाका वन क्षेत्र से घिरा हुआ है।
हालाँकि, अब तक की रिपोर्टों के अनुसार घटना रात करीब 8–8:30 बजे के बीच हुई थी।
ममता बनर्जी ने इस घटना को “चौंकाने वाला” बताया और कहा कि उनकी सरकार ऐसे अपराधों के प्रति “शून्य सहिष्णुता” रखती है। उन्होंने बीजेपी शासित राज्यों पर पलटवार करते हुए कहा, “तीन हफ़्ते पहले ओडिशा के एक समुद्र तट पर तीन लड़कियों से दुष्कर्म हुआ था। ओडिशा सरकार ने क्या कार्रवाई की?”
ओडिशा महिला आयोग की अध्यक्ष का दौरा
ओडिशा राज्य महिला आयोग (OSCW) की अध्यक्ष सोवाना मोहंती सोमवार को पश्चिम बंगाल पहुँचने वाली हैं। वे पीड़िता से मुलाकात करेंगी, उसकी स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी लेंगी, माता-पिता से बात करेंगी और स्थानीय पुलिस से चर्चा करेंगी।