Goa nightclub fire: सीएम सावंत के आदेश पर उच्चस्तरीय जांच, चार स्टाफर गिरफ्तार
राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। सीएम ने कहा कि मृतकों के पार्थिव शरीरों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने में सरकार पूरी मदद करेगी।
गोवा में हुए भीषण नाइटक्लब अग्निकांड में 25 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद राज्य सरकार ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। रविवार (7 दिसंबर) को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने जानकारी दी कि मामले में मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) सहित चार कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। यह कदम उस एफआईआर के बाद उठाया गया, जो नाइटक्लब के मालिकों के खिलाफ दर्ज की गई थी।
इससे पहले गोवा पुलिस ने उत्तर गोवा के अर्पोरा गांव स्थित लोकप्रिय नाइटक्लब Birch by Romeo Lane के मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा, मैनेजर और इवेंट आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। सरकार ने इस त्रासदी की जांच के लिए एक समिति गठित की है, जिसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में आने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि मैंने मुख्य सचिव, डीजीपी, आईजीपी, कलेक्टर और अन्य अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। विस्तृत चर्चा के बाद निर्णय लिया गया है कि जिला मजिस्ट्रेट, एसपी साउथ, फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज के डिप्टी डायरेक्टर और फॉरेंसिक डायरेक्टर की समिति मजिस्ट्रियल जांच करेगी। यह समिति सभी प्रक्रिया संबंधी चूक की जांच करेगी।
सीएम सावंत ने कहा कि डीजीपी को निर्देश दिया गया है कि क्लब के मालिकों और मैनेजर समेत सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। आधी रात के बाद लगे इस भीषण आग ने कम से कम 25 लोगों की जान ले ली, जिनमें 4 पर्यटक और 14 स्टाफ सदस्य शामिल हैं। सात पीड़ितों की पहचान अभी बाकी है।
सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। सीएम ने कहा कि मृतकों के पार्थिव शरीरों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने में सरकार पूरी मदद करेगी। वहीं, 2013 में क्लब को ट्रेड लाइसेंस जारी करने के मामले में अर्पोरा-नागोआ पंचायत के सरपंच रोशन रेडकर को हिरासत में लिया गया है।