राजस्थान में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात, कई जिलों में रेड अलर्ट

राजस्थान में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात. 3 जिलों में रेड अलर्ट, स्कूलों में छुट्टी. डैम के गेट खुले, कई गांव जलमग्न, SDRF राहत कार्य में जुटी.;

Update: 2025-07-29 10:51 GMT
राजस्थान भारी बारिश

राजस्थान में लगातार हो रही भारी बारिश से कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, कोटा, पाली और सिरोही समेत कई जिलों में नदी-नाले उफान पर हैं. मौसम विभाग के अनुसार, चंबल, कालीसिंध और बनास नदियों पर बने बांधों के गेट खोल दिए गए हैं. सिरोही जिले में केरल नदी पर बने पुल पर 35 बच्चों से भरी स्कूल बस फंस गई. वहीं, चित्तौड़गढ़ में बेदच नदी के पुल को पार करते समय दो बाइक सवार बह गए.

भीलवाड़ा के बिजौलिया क्षेत्र में सड़कों पर इतना पानी भर गया कि नाव चलती नजर आई. एरू नदी के पुल पर पानी का स्तर 5 फीट तक पहुंच गया. झालावाड़ में आधा दर्जन से ज्यादा गांवों में हालात बिगड़ गए हैं. जयपुर में शाम को हुई मूसलाधार बारिश के बाद सड़कों पर जलभराव, ट्रैफिक जाम और निचले इलाकों में परेशानी बढ़ गई.

स्कूलों में छुट्टी

भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने 29 जुलाई को 11 जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित की. कुछ जिलों जैसे झालावाड़ में छुट्टियां बढ़ा दी गईं. प्रभावित जिलों में झालावाड़, कोटा, चित्तौड़गढ़, टोंक, भीलवाड़ा, बारां, डूंगरपुर, धौलपुर, सलूम्बर, बांसवाड़ा और अजमेर शामिल हैं. 

पिछले 24 घंटे में भारी बारिश

जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोटा, भीलवाड़ा, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, टोंक, सिरोही, राजसमंद, पाली, बूंदी, बारां, बांसवाड़ा और अजमेर जिलों में भारी बारिश हुई. पूर्वी राजस्थान में सबसे ज्यादा 242 मिमी बारिश कोटा के रामगंजमंडी में और 235 मिमी भीलवाड़ा के जैतुरा में दर्ज हुई. पश्चिमी राजस्थान में पाली जिले के बाली में 88 मिमी बारिश हुई.

लाल अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने तीन जिलों में रेड अलर्ट, पांच में ऑरेंज और 19 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है. राहत 1 अगस्त के बाद मिलने की उम्मीद है.

राहत कार्य और SDRF टीमें तैनात

कोटा में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने रामगंजमंडी में बारिश से प्रभावित इलाकों का दौरा किया. वहां 150 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. SDRF और सिविल डिफेंस की टीमें राहत कार्य में जुटी हैं.

नोवनेरा डैम के गेट खुले

हाड़ौती क्षेत्र में लगातार बारिश के चलते ERCP परियोजना के तहत बने नवनेरा डैम के 13 गेट पहली बार खोले गए. इससे 8,400 MCM पानी छोड़ा गया. राजस्थान में सामान्य से 88% ज्यादा बारिश. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में इस मानसून में 87.91% अधिक बारिश हुई है. 1 जून से 28 जुलाई तक 369.79 मिमी बारिश, जबकि औसत 196.79 मिमी है. राज्य के 693 बांधों में कुल क्षमता का 75.33% पानी भर चुका है. 23 बड़े बांध 84.14% क्षमता तक भर गए हैं.

मुख्यमंत्री ने बारिश को बताया सकारात्मक संकेत

सीएम भजनलाल शर्मा ने बारिश को कृषि और भूजल रिचार्ज के लिए सकारात्मक बताया. उन्होंने कहा कि राज्य में 4 साल में 45,000 नए जल संरक्षण ढांचे बनाए जाएंगे. टोंक के बिसलपुर डैम के 6 गेट खोले गए। कई अन्य बांध जैसे गुड़ा, गलवा, मोरेल, तोरड़ी सागर और सरदार समंद 100% क्षमता तक भर चुके हैं.

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