तमिलनाडु में एक्टर विजय की BJP और DMK से दूरी, किसी भी गठबंधन से किया इनकार
TVK ने अभिनेता से नेता बने विजय को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चुना; 'हिंदी थोपने' को लेकर केंद्र पर निशाना, परंडुर एयरपोर्ट मसले पर DMK को घेरा;
तमिलगा वेत्री कषगम (TVK) के नेता और अभिनेता विजय ने 2026 तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) दोनों के साथ किसी भी प्रकार के गठबंधन से स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया है। पनैयूर में शुक्रवार (4 जुलाई) को हुई पार्टी की कार्यकारी समिति की बैठक में विजय ने कहा,"DMK या AIADMK की तरह निजी स्वार्थ के लिए BJP के साथ कोई सीधा या अप्रत्यक्ष गठबंधन नहीं होगा।"
भाषा और परंडुर एयरपोर्ट पर उठाए सवाल
टीवीके की परंडुर स्थित कार्यालय में आयोजित कार्यकारिणी बैठक में विजय को सर्वसम्मति से 2026 के विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार चुना गया। समिति ने उन्हें गठबंधन संबंधी निर्णय लेने के लिए पूर्ण अधिकार भी सौंपे।
विजय ने केंद्र सरकार पर हिंदी और संस्कृत थोपने का आरोप लगाते हुए कहा,"हिंदी और संस्कृत थोपना स्वीकार नहीं किया जा सकता। केंद्र सरकार को कच्चतीवु को किराये के आधार पर लीज पर देना चाहिए।"
उन्होंने तमिलनाडु के मछुआरों पर हो रहे हमलों और धमकियों की भी कड़ी निंदा की और इसे तुरंत रोकने की मांग की।
परंडुर एयरपोर्ट मुद्दे पर MK स्टालिन को घेरा
परंडुर एयरपोर्ट को लेकर विजय ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से सवाल किया,"हमने माननीय मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। परंडुर के लोग वर्षों से अपनी कृषि भूमि के विनाश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। मैंने खुद उनसे मुलाकात की। अगले ही दिन आपने बयान दिया कि एयरपोर्ट से सिर्फ 1,500 परिवार प्रभावित होंगे, इसलिए कोई दिक्कत नहीं होगी। क्या यही आपका तर्क है? क्या 1,500 परिवार आपके लिए कोई मायने नहीं रखते मुख्यमंत्री जी? क्या वे हमारे लोग नहीं हैं? क्या आप सिर्फ विपक्ष में रहते हुए ही उनकी परवाह करते हैं? बिना झिझक अपने आपको जनता का मुख्यमंत्री कैसे कह सकते हैं?"
उन्होंने चेतावनी दी,"हम परंडुर के लोगों को एकत्र कर सचिवालय का घेराव करने से भी नहीं हिचकेंगे।"
'विभाजनकारी ताकतों के साथ कोई गठबंधन नहीं'
विजय ने BJP पर तीखा हमला करते हुए कहा, "अगर बीजेपी पेरियार और अन्ना दुरई जैसे तमिल नेताओं का अपमान करके राजनीति करना चाहती है, तो उसे तमिलनाडु में कभी सफलता नहीं मिलेगी। तमिल जनता कभी इसे स्वीकार नहीं करेगी। बीजेपी धार्मिक ध्रुवीकरण के जरिए सस्ती राजनीति करना चाहती है, लेकिन यह चाल तमिलनाडु में नहीं चलेगी।"
विजय ने साफ़ किया,"अगर TVK के नेतृत्व में कोई गठबंधन बना भी, तो वह BJP और DMK के खिलाफ होगा कोई समझौता नहीं।"
उन्होंने दोहराया,"नीति विरोधियों या विभाजनकारी ताकतों के साथ कभी कोई सीधा या अप्रत्यक्ष गठबंधन नहीं होगा।"
विजय पर क्या बोली DMK
DMK प्रवक्ता सरवनन ने The Federal से बात करते हुए कहा, "BJP के साथ गठबंधन न करने का फैसला विजय का है, हमें इसमें कुछ कहना नहीं है। लेकिन अगर वे DMK की पूर्व में BJP के साथ हुई गठबंधनों की आलोचना कर रहे हैं, तो वे राजनीतिक इतिहास नहीं समझते। DMK ने BJP के साथ केवल विशेष परिस्थितियों में गठबंधन किया था। विजय की बातों में सिर्फ कल्पनाएं हैं।"
परंडुर एयरपोर्ट को लेकर सरवनन ने कहा, "यह तमिलनाडु के विकास के लिए आवश्यक है। विजय इस विषय को समझे बिना उठा रहे हैं, और अगर वे विकास के विरोध में खड़े होंगे, तो तमिल जनता उनका साथ नहीं देगी।"
बीजेपी बोली, कभी गठबंधन का न्योता नहीं दिया
BJP नेता करू नागराजन ने विजय के बयान को खारिज करते हुए कहा, "विजय को गठबंधन में शामिल करने के लिए कोई इंतजार नहीं कर रहा। हमने कभी उन्हें न्योता नहीं दिया।"
उन्होंने कहा, "जब पत्रकारों ने हमारे नेताओं से पूछा तो उन्होंने बस इतना कहा था — चुनावों में अभी वक्त है, देखते हैं। विजय वही रास्ता अपनाते दिख रहे हैं जो DMK का है। वे कह रहे हैं कि विभाजनकारी राजनीति तमिलनाडु में नहीं चलेगी, लेकिन मुरुगन सम्मेलन ने सबको चौंका दिया है। विजय DMK की बातों को बिना बदले दोहरा रहे हैं। क्या BJP, जो 20 राज्यों में शासन कर रही है, एक विभाजनकारी पार्टी है? भारत में हिंदुओं के पक्ष में बोलना क्या विभाजनकारी है? अगर AIADMK और BJP गठबंधन करते हैं, तो हम 41% वोट हासिल कर सकते हैं। तमिल जनता विजय का समर्थन नहीं करेगी।"
नागराजन ने विजय के विचारों पर कटाक्ष करते हुए कहा,"वे पेरियार के सभी सिद्धांतों को नहीं मानते। वे ईश्वर विरोधी विचारों को अस्वीकार करते हैं, तो फिर पेरियार के सिद्धांतों पर आधारित पार्टी के नेता कैसे बन सकते हैं?"
उन्होंने The Federal से कहा, "विजय पूरी तरह भ्रम की स्थिति में हैं|"