बिहार में ‘यूपी के दो लड़के’- वोटर अधिकार यात्रा में अखिलेश यादव की होगी एंट्री

बिहार में अब ‘यूपी के दो लड़कों’ की जोड़ी नज़र आएगी। 30 अगस्त को अखिलेश यादव छपरा में वोटर अधिकार यात्रा में राहुल गांधी के साथ शामिल होंगे। अखिलेश यादव वोटर लिस्ट के मामले पर आक्रामक हैं। वहीं, छपरा में पीडीए मतदाता भी बड़ी संख्या में हैं।;

By :  Shilpi Sen
Update: 2025-08-28 14:25 GMT
राहुल गांधी और अखिलेश यादव वोटर लिस्ट के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन के दौरान

बिहार में इंडिया ब्लॉक की वोटर अधिकार यात्रा में अब ‘यूपी के दो लड़कों’ की केमिस्ट्री दिखाई देगी। अखिलेश यादव 30 अगस्त को वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होंगे। इस मौके पर अखिलेश पीडीए के अपने आज़माये हुए फ़ॉर्म्युले के साथ वोटरलिस्ट में गड़बड़ी के मुद्दे को  लेकर मुखर होंगे। अखिलेश पीडीए मतदाता बहुल वाले और यूपी से सटे बिहार के छपरा में राहुल गाँधी के साथ सियासी विरोधियों को चुनौती देंगे।

साल 2017 में बीजेपी को चुनौती देने के लिए उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और राहुल गांधी साथ आए थे। इस गठबंधन का नारा था ‘यूपी को ये साथ पसंद है’। हालांकि यह जोड़ी बीजेपी को हराने में सफल नहीं हुई थी और बीजेपी मोदी के नाम के सहारे यूपी की सत्ता में एंट्री लेने में सफल रही थी। बीजेपी को 312 सीटें मिली थीं। जबकि समाजवादी पार्टी को 47 और कांग्रेस को केवल 7 सीटें मिलीं। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गाँधी और अखिलेश यादव जब साथ आए तो इस बार उनको बड़ी सफलता मिली। बीजेपी की रणनीति सपा के पीडीए के नारे के आगे नहीं चल पायी। अब ‘यूपी के दो लड़कों’ की यही जोड़ी बिहार की रणभूमि में 30 अगस्त को नज़र आएगी। अखिलेश यादव छपरा जिले में वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होंगे। हालाँकि इस बार उनके साथ तेजस्वी यादव भी हैं, लेकिन अखिलेश की बिहार में एंट्री 2027 में यूपी में सत्ता में वापसी की चाह रखने वाली समाजवादी पार्टी के लिए और यूपी में अपनी ज़मीन मज़बूत करने की उम्मीद रखने वाली कांग्रेस दोनों के लिए ख़ास है।

पीडीए के नारे के ज़रिए अखिलेश देंगे चुनौती

जानकारी के अनुसार, अखिलेश यादव शुक्रवार शाम को ही पहुँच जाएँगे और 30 अगस्त को छपरा जिले में वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होंगे।छपरा के पश्चिम में उत्तर प्रदेश की सीमा है। छपरा में अति पिछड़ा वर्ग (EBC ) के वोटरों की संख्या को देखते हुए अखिलेश यादव का वहाँ जाना अहम है। ख़ासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में केवट, चंद्रवंशी (कहार), धानुक, नाई, पाल, बिंद, मल्लाह, नट, राजवंशी, तेली जातियां हैं, जो पीडीए में शामिल हैं। वहीं अगर बिहार के जातीय समीकरण को देखें तो ओबीसी की हिस्सेदारी 27 प्रतिशत है, जिसमें सबसे ज़्यादा 14 प्रतिशत संख्या यादव मतदाताओं की है। वहीं मुस्लिम मतदाता क़रीब 18 प्रतिशत हैं। ज़ाहिर है लोकसभा चुनाव में यूपी में बीजेपी की चुनावी रणनीति को फेल करने वाले अखिलेश यादव के पीडीए ( PDA) के नारे को अगर वोटर अधिकार के मुद्दे से मिला दिया जाए तो बीजेपी को बड़ी चुनौती मिल सकती है।समाजवादी पार्टी का कहना है कि भले ही और राज्यों के नेता वोटर अधिकार यात्रा में शामिल हुए हों, पर अखिलेश यादव का प्रभाव वहाँ वोटरों कर ज़्यादा असर करेगा।

समाजवादी पार्टी प्रवक्ता फ़ख़रूल हसन चाँद का कहना है ‘जब-जब सदन में राहुल गांधी जी पर सवाल उठे अखिलेश यादव ने उसका जवाब दिया। जब चुनाव आयोग ने शपथपत्र मांगा तो सपा आगे बढ़कर वो शपथ पत्र सामने लेकर आई, जो 2022 के चुनाव के बाद दिए थे। यानि जो सवाल कांग्रेस से हो रहे हैं, उनका जवाब सपा दे रही है। बिहार में जहाँ अखिलेश जा रहे हैं, पीडीए मतदाता हैं और सपा ही इस फार्मूले को लेकर आई है। दूसरी तरफ़ राहुल भी सपा की ताक़त को पहचानते हैं और यह जानते हैं कि राजनीति में किसकी कितनी अहमियत है। ऐसे ने यह रिश्ता और गठबंधन समय के साथ और मज़बूत होता जाएगा।

अखिलेश यादव ने सक्रियता बढ़ाई

अखिलेश यादव की बिहार यात्रा इसलिए अभी अहम है। क्योंकि सपा अध्यक्ष वोटर लिस्ट के सवाल पर लगातार राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं। चुनाव आयोग को यूपी विधानसभा चुनाव के शिकायत के एफिडेविट पेश कर, जहाँ उन्होंने जवाब दिया तो दिल्ली में विरोध प्रदर्शन के दौरान बैरीकेडिंग फाँदकर अखिलेश यादव आक्रामक तेवर में नज़र आए। उन्होंने वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होने की बात कहते हुए कहा भी है कि इंडिया गठबंधन की ताक़त को मज़बूती देने जाएँगे। ज़ाहिर है अखिलेश यादव की नज़र यूपी विधानसभा चुनाव पर है और वो राहुल गांधी के साथ अपनी केमिस्ट्री को फ़िलहाल जारी रखने की रणनीति पर भी काम कर रहे हैं। राजनीतक विश्लेषक मध्य प्रदेश जैसे राज्य के चुनाव में कांग्रेस और सपा के टकराव का सवाल भी उठाते हैं और मानते हैं कि यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस और सपा के सियासी रिश्ते नए सिरे से तय होंगे। हालांकि दोनों का एक साथ बिहार में यात्रा करना समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में फ़िलहाल उत्साहित कर रहा है।

Tags:    

Similar News