यूपी की मंत्री ने लिखा गृह सचिव और डीजीपी को पत्र- 'थाना प्रभारी पर की कार्रवाई की मांग'

यूपी में मंत्रियों-विधायकों के पुलिस की कार्यशैली को लेकर शिकायत का सिलसिला जारी है। अब कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को पत्र लिखकर झांसी में तैनात एक एसओ के ख़िलाफ़ गंभीर शिकायत की है। मंत्री ने कहा है कि उनके सामने ही इंस्पेक्टर ने विधायक को लेकर अमर्यादित भाषा में बात की।;

By :  Shilpi Sen
Update: 2025-09-12 08:20 GMT
बेबी रानी मौर्य से पहले भी कई मंत्री-विधायक पुलिस की कार्यशैली की शिकायत कर चुके हैं
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उत्तर प्रदेश में मंत्रियों और विधायकों का पुलिस प्रशासन के ख़िलाफ़ शिकायती पत्रों का सिलसिला जारी है। कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने झाँसी के सीपरी बाज़ार के थाना प्रभारी के अमर्यादित भाषा और स्थानीय विधायक के ख़िलाफ़ रंजिश की बात उठाते हुए थाना प्रभारी पर कार्रवाई करने के लिए प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को पत्र लिखा है। बेबी रानी मौर्य झाँसी की प्रभारी मंत्री भी हैं और उसी सिलसिले में बैठक के लिए झाँसी पहुँची थीं। पत्र के सार्वजनिक होते ही पुलिस प्रशासन में हलचल मच गई है।

उत्तर प्रदेश में पुलिस की कार्यशैली और प्रशासनिक अधिकारियों को लेकर लगातार जनप्रतिनिधि शिकायत कर रहे हैं। ताज़ा मामला यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य का है। बेबी रानी मौर्य ने पत्र लिखकर झाँसी ने तैनात एक इंस्पेक्टर के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की माँग की है। पत्र सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। मंत्री ने यूपी के पुलिस महानिदेशक और प्रमुख सचिव गृह को लिखे पत्र में जो आरोप थाना प्रभारी आनंद सिंह पर लगाये हैं, वो काफ़ी गंभीर हैं।

बेबी रानी मौर्य ने लिखा है कि विधायक राजीव सिंह परीछा ने उनसे थाना प्रभारी आनंद सिंह की शिकायत की थी। जब वो प्रभारी मंत्री के रूप में झाँसी पहुँची तो विधायक राजीव सिंह परीछा ने उनको एसओ के व्यवहार के बारे में अवगत कराया। विधायक ने बताया कि थाना प्रभारी उनके ख़िलाफ़ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हैं और व्यक्तिगत रंजिश रखते हैं।

मंत्री बेबी रानी मौर्य के पत्र के अनुसार, इस बात पर उन्होंने संबंधित थाना प्रभारी आनंद सिंह को बुलवाया। तब आनंद सिंह मंत्री के सामने ही अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने लगे। इस पर उन्होंने थाना प्रभारी को कहा कि आप जनप्रतिनिधियों का सम्मान नहीं करते हैं। मंत्री ने प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को कहा कि संबंधित थाना प्रभारी पर विभागीय जाँच और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। उन्होंने विधायक राजीव सिंह का पत्र भी संलग्न करते हुए लिखा है कि विधायक ने थाना प्रभारी आनंद सिंह को निलंबित करने की माँग की है। विधायक के शिकायत को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई हो।

पुलिस की कार्यशैली की शिकायत

दरअसल देखा जाए तो यह कोई पहला मामला नहीं है। उत्तर प्रदेश में जनप्रतिनिधि लगातार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के ख़िलाफ़ शिकायत कर रहे हैं। इससे दो दिन पहले ही रायबरेली में राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने विरोध-प्रदर्शन के दौरान पुलिस के रवैये को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखकर शिकायत की है। वहीं, कुछ दिन पहले यूपी में राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने का कानपुर देहात में तैनात एक इंस्पेक्टर पर भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न का आरोप लगाए हुए थाने में कई घंटे तक धरना दिया था। फिलहाल इस पत्र को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। हाल ही में आरएसएस के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बाराबंकी में विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों पर लाठियाँ बरसाई गई थीं, जिसपर पुलिस प्रशासन पर आरोप लगे थे।

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