जब सब कथा सुन सकते हैं तो सुना क्यों नहीं सकते? अखिलेश यादव का सवाल
कथावाचक के साथ बदसलूकी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अखिलेश ने दोषियों को सज़ा देने की माँग की;
इटावा में भागवत् कथा करने वाले कथावाचक के साथ कथित रूप से जाति बताने पर मारपीट और बदसलूकी के मामले ने तूल पकड़ लिया है।समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कथावाचक को सपा कार्यालय में बुलाकर सम्मानित किया और उनसे भजन भी सुना।इधर कथावाचक और उनके सहायकों के साथ बदसलूकी के मामले में चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।अखिलेश ने कहा कि ये मानवाधिकार का हनन है।सपा अध्यक्ष ने दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई कर उन्हें सज़ा देने को माँग की है।
इटावा के बक़ेवर थानक्षेत्र के दादरपुर गांव में पिछड़ी जाति के कथावाचक के साथ बदसलूकी,सिर मुड़ाने और मारपीट की घटना सामने आई है।यादव जाति के कथावाचक व्यास मुकुट मणि और उनके सहायक संत कुमार यादव गांव में कथा करने पहुंचे थे।कहा जा रहा है कि जाति बताने पर उनके साथ मारपीट और बदसलूकी की गयी।आरोप है कि जाति पूछकर उनके बाल मुड़ा दिए गए और चोटी काट दी गयी।यही नहीं एक महिला के पैर पर नाक रगड़ने के लिए मजबूर किया गया। इधर गांव के लोगों का कहना था कि कथावाचक ने अपनी जाति छिपाकर उनको धोखे में रखा। मामले ने तब तूल पकड़ा जब किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।ये भी आरोप है कि कथावाचक का हारमोनियम तोड़ दिया गया और पाँच घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया।
'जब सब कथा सुन सकते हैं तो सुना क्यों नहीं सकते ?'
मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कथावाचक व्यास मुकुट मणि और उनके सहायक संत कुमार यादव को लखनऊ में पार्टी कार्यालय में बुलाकर सम्मानित किया।उन्होंने कथावाचक और उनके सहायक को 21-21 हज़ार रुपए की धनराशि आर्थिक सहायता के रूप में दी।अखिलेश यादव ने सवाल किया कि ‘ जब सब लोग भागवत कथा सुन सकते हैं तो सुना क्यों नहीं सकते? कुछ वर्चस्ववादी लोग कथावाचन में अपना एकाधिकार बनाए रखना चाहते हैं।’ अखिलेश यादव ने कहा कि प्रभुत्ववादी लोग ये घोषित करें कि पीडीए का दान और चढ़ावा स्वीकार नहीं करेंगे।
पीडीए वर्ग के लोगों को न्याय नहीं मिल रहा: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधने हुए कहा कि बीजेपी सरकार में पीडीए के लोगों को न्याय से वंचित किया जा रहा है।अखिलेश ने कहा ‘सरकार अलोकतांत्रिक है।अगर निष्पक्ष कार्रवाई हो तो बहुत सी घटनाएं नहीं होंगी।’ उन्होंने कहा कि ये पीडीए (PDA) के प्रति सामंतवादी मानसिकता है।’ अखिलेश ने ये भी चेतावनी दी कि अगर दोषियों को सख़्त सज़ा नहीं मिली तो आंदोलन किया जाएगा।
समाजवादी पार्टी ने दोनों कथावाचकों को 51-51 हज़ार रुपए देने की घोषणा की है।इधर पुलिस ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए चार लोगों आशीष तिवारी,उत्तम अवस्थी, मनु दुबे और निकली अवस्थी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।