यमुना की सफाई का नया प्लान, साबुन या डिटर्जेंट से कार वॉश पर जुर्माना

दिल्ली सरकार ने यमुना को गंदगी से बचाने के लिए नया प्लान तैयार किया है। इसके तहत कार धोने में साबुन और डिटर्जेंट के इस्तेमाल पर पाबंदी पर विचार किया जा रहा है।;

Update: 2025-03-23 06:19 GMT

दिल्ली सरकार यमुना नदी में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए कार धोने में साबुन और डिटर्जेंट के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने जा रही है। सरकार का कहना है कि साबुन और डिटर्जेंट में जो केमिकल होते हैं वो नालों से बहकर यमुना को गंदा कर रहे हैं।

सरकार के पास क्या प्लान?

दिल्ली के जल मंत्री प्रवेश वर्मा के मुताबिक, यमुना की सफाई के लिए यह फैसला लिया जा रहा है। दिल्ली सरकार का प्लान है कि लोगों को सुविधा देने के लिए जर्मनी की तर्ज पर कार वॉश सेंटर खोले जाएं, जहां 100 से 150 रुपये का शुल्क देकर गाड़ियों की धुलाई हो सकेगी।

ये सेंटर STP तकनीक यानी सरकार द्वारा संचालित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) से लैस होंगे। इन सेंटर में गंदे पानी को मौके पर ही साफ किया जाएगा। इससे सरकार को रेवेन्यू भी मिलेगा और यमुना नदी को गंदगी से बचाया जा सकेगा।

कार वॉश से यमुना को कैसे होता है नुकसान?

दिल्ली सरकार के अनुसार, कार वॉश के दौरान इस्तेमाल होने वाले डिटर्जेंट और साबुन यमुना नदी के लिए बेहद हानिकारक हैं। इनमें मौजूद फॉस्फेट्स और सर्फेक्टेंट्स जैसे रसायन नालों के जरिए नदी तक पहुंचते हैं, जिससे पानी की गुणवत्ता प्रभावित होती है और यूट्रोफिकेशन की समस्या बढ़ जाती है।

इसका नतीजा ये होता है कि यमुना में सफेद झाग बनता है, जो नदी के प्रदूषण को और बढ़ा देता है। विशेषज्ञों का मानना है कि कार धुलाई से निकलने वाले ग्रीस, तेल और गंदगी भी ड्रेनों के जरिए नदी में मिलकर उसे दूषित कर देते हैं।

इससे यमुना का पानी बुरी तरह प्रदूषित हो जाता है, जिससे नदी की स्वच्छता और पारिस्थितिकी तंत्र पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।

पहले जागरुकता अभियान, फिर सख्ती

सरकार का प्लान ये है कि यमुना को गंदगी से बचाने के लिए सख्ती से पहले जागरुकता अभियान चलाया जाए। इसके लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता के लिए कैंपेन चलाने की प्लानिंग है।

इस अभियान के तहत लोगों को यह बताया जाएगा कि कार वॉश के दौरान इस्तेमाल होने वाले रसायन यमुना के लिए कितने हानिकारक हैं। जागरूकता फैलाने के बाद, नियमों को सख्ती से लागू किया जाएगा।

अवैध कार वॉश पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जाएगी, और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

जल मंत्री ने बताया कि सरकार यमुना की ऐतिहासिक विरासत और स्वच्छ अतीत को दर्शाने के लिए डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी बनाएगी, जिससे लोगों में जागरूकता बढ़ाई जा सके।

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