Deepseek से अमेरिका में हलचल, आखिर परेशानी की वजह क्या है ?
चीनी एआई स्टार्ट अप डीप सीक ने अमेरिका में तहलका मचा दिया है। ना सिर्फ निवेशकों के लाखों करोड़ों डूब गए। बल्कि अमेरिकी टेक इंडस्ट्री भी डरा हुआ है।;
DeepSeek News: डीपसीक आखिर है क्या। अमेरिका और उसका शेयर बाजार हलकान है, आखिर डीपसीक ने ऐसा क्या कर दिया कि अमेरिकी निवेशकों के लाखों करोड़ डॉलर स्वाहा हो गए। दरअसल डीपसीक एक चीनी एआई स्टार्ट अप है। डीपसीक के मुताबिक एआई की दुनिया को ताकतवर बनाने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश की जरूरत नहीं है। अब इस बयान के बाद अमेरिका और जापान के स्टॉक्स पर बुरा असर पड़ा। अभी तक ओपन एआई का ChatGPT पायदान पर एक नंबर पर था। इन सबके बीच यह भी खबर है कि डीपसीक पर साइबर अटैक हुआ है और उसकी वजह से रजिस्ट्रेशन बंद है।
चीनी स्टार्ट अप, अमेरिका में हलचल
करीब एक हफ्ते पहले चीन DeepSeek R 1 ने बाजार में दस्तक दी और तहलका मचा दिया। सिर्फ सात दिन में इसने ChatGPT को बहुत पीछे छोड़ दिया। अब इन दोनों में फर्क को समझिए। चैट जीपीटी के फीचर्स पेड हैं वहीं यह पूरी तरह से मुफ्त है। यानी कि इसके इस्तेमाल के लिए आप को भुगतान नहीं करना है। इस समय डीप सीक सबसे अधिक डाउनलोड होने वाला ऐप बन चुका है। अमेरिकी में गूगल प्ले स्टोर में टॉप रेटेड फ्री ऐप हो चुका है। इन सबके बीच डीप सीक का कहना है कि उसके सिस्टम पर अनगिनत अटैक हुए हैं।
निवेशक बर्बाद हुए
डीप सीक का सबसे अधिक असर अमेरिकी शेयर बाजार को हुआ है। अब तक 600 बिलियन डॉलर के नुकसान की खबर है। NVIDIA को अकेला 593 करोड़ डॉलर्स का चुना लग चुका है। डीप सीक ने बताया है कि इसे बनाने और उसे चलाने में कितने खर्च की जरूरत है। जैसे ओपन एआई के पास करीब 4 हजार कर्मचारी हैं,जबकि डीप सीक के पास 200 कर्मचारियों की टीम है। यही नहीं चैटजीपीटी के मुकाबले इसे अधिक प्रभावी भी माना जा रहा है। कम संसाधन में उत्पादकता अधिक है।
डीप सीक सस्ता है
अमेरिकी कंपनियों ने एआई के विकास के लिए अरबों डॉलर्स का निवेश कर रखा है, अब डीप सीक के आने के बाद उन्हें लगता है कि इतने बड़े पैमाने पर निवेश करने की जरूर ही क्या था। अब इसे आप ऐसे समझ सकते हैं। Open AI का o1 मॉडल को ट्रेन करने में प्रति मिलियन 15 डॉलर इनपुट टोकेन लगका है और 60 डॉलर प्रति मिलियन ऑउटपुट टोकेन। लेकिन डीप सीक में इनपुट टोकेन .55 डॉलर और आउटपुट टोकेन में 2.19 डॉलर लग रहा है। इससे साफ है कि ChatGPT की तुलना में यह सस्ता है। बड़ी बात यह भी है कि DeepSeek R1 को विकसित करने में महज दो महीने लगे जबकि ओपन एआई और गूगल को बनाने में सालों लगे।