Uttarkashi Cloudburst: सीएम धामी उत्तरकाशी में डटे, हर्षिल और धराली में बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन
Uttarkashi Cloudburst News: बादल फटने की वजह से उत्तरकाशी जिले का हर्षिल और धराली में तबाही का मंजर है। इस हादसे पर हर एक ताजा जानकारी के लिए बने रहिए द फेडरल देश के साथ।;
Uttarkashi Cloudburst News: बादल फटने की वजह से उत्तरकाशी जिले का हर्षिल और धराली में तबाही का मंजर है। इस हादसे पर हर एक ताजा जानकारी के लिए बने रहिए द फेडरल देश के साथ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धराली में आज उत्तरकाशी में ही डटे हैं। धामी ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्यों की सघन निगरानी हेतु आज उत्तरकाशी में ही प्रवास करूँगा। अधिकारियों के साथ बैठक कर रेस्क्यू ऑपरेशन की लगातार समीक्षा भी कर रहा हूँ।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक दिन पहले आई अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) के बाद अब तक लगभग 200 लोगों को बचाया जा चुका है, जबकि 11 सेना के जवान अब भी लापता हैं। यह जानकारी बुधवार (6 अगस्त) को एक एनडीआरएफ अधिकारी ने दी।
डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (ऑपरेशंस) मोहसिन शाहेदी ने पत्रकारों को बताया कि संघीय आपदा बल (NDRF) की तीन टीमें धाराली गांव की ओर रवाना की गई हैं, लेकिन ऋषिकेश-उत्तरकाशी हाईवे पर भूस्खलन के कारण वे रास्ते में फंसी हुई हैं। उन्होंने बताया कि खराब मौसम के चलते देहरादून से दो एनडीआरएफ टीमों को अब तक एयरलिफ्ट नहीं किया जा सका है।
इस बीच, इंडो-तिब्बती सीमा पुलिस (ITBP) ने कहा कि उन्होंने राज्य में किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर फंसे 413 श्रद्धालुओं को बचाया है। आईटीबीपी के प्रवक्ता ने बताया कि यात्रा मार्ग का एक बड़ा हिस्सा बह गया था, और श्रद्धालुओं को 'रोप-बेस्ड ट्रैवर्स क्रॉसिंग टेक्नीक' के ज़रिए सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया।
हर्षिल, धराली में राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। आपदा दलों द्वारा हर्षिल के पास अस्थायी पुलिया तैयार की गयी है, ताकि लोगों को सुरक्षित पार करवाया जा सके। पुलिस,SDRF, NDRF, Fire,ITBP, Army सहित सभी आपदा दल लगातार राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं।
उत्तरकाशी पुलिस के सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक, अभी तक 19 लोगों के लापता होने की सूचना मिली है। जिसमें सेना के 9 जवान भी शामिल हैं। जबकि 8 स्थानीय लोग और 2 नेपाली मूल के व्यक्ति के लापता होने की जानकारी प्राप्त हुई है।
खराब मौसम की वजह से जहां बचाव कार्यों में कठिनाई आ रही है, वहीं चंडीगढ़ में दो और चमोली में दो हेलीकॉप्टर उड़ान भरने में असमर्थ हैं।
बादल फटने और भूस्खलन की वजह से उत्तरकाशी और उत्तराखंड के दूसरे इलाकों से धराली की तरफ आ रही मुख्य सड़कें अवरुद्ध हो गईं हैं। बारिश की वजह से राहत कार्य में बाधा भी आ रही है।
उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कहा, "यह बहुत दुखद घटना है और हम स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं... प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने भी इसका संज्ञान लिया है।
स्काइमेट के मुताबिक उत्तराखंड और हिमाचल में 12 से 13 अगस्त के बीच मानसूनी गतिविधियों में तेजी आ सकती है। इसकी वजह से इन दोनों पहाड़ी राज्यों में घनघोर बारिश हो सकती है।
उत्तरकाशी हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। वहीं 130 लोगों को बचाया गया है। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हर्षिल और धराली में मलबे में दबे लोगों को बचाने का काम युद्धस्तर पर जारी है।