BLO की जान ले रहा है SIR, बंगाल में एक और आत्महत्या, देशभर में कुल संख्या 5 हुई

रिंकू तारफदार, जो एक पैरा-टीचर थीं और जिन्हें BLO ड्यूटी सौंपी गई थी, ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। चुनाव आयोग ने उनकी मौत पर ज़िला मजिस्ट्रेट से रिपोर्ट मांगी है।

Update: 2025-11-23 01:36 GMT
एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी PTI को बताया कि परिवार का दावा है कि रिंकू तरहफदर SIR संबंधी भारी काम के बोझ के कारण बेहद तनाव में थीं।

मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) के लिए जानलेवा साबित हो रही है। पश्चिम बंगाल में एक और BLO की मौत हुई है।

नादिया ज़िले की 53 वर्षीय बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) रिंकू तरहफदर ने शनिवार को कथित रूप से आत्महत्या कर ली। परिवार का आरोप है कि राज्य में चल रही मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया का काम उन्हें गंभीर मानसिक तनाव दे रहा था।

चुनाव आयोग ने इस मामले में रिपोर्ट मांगी है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या वर्कलोड समस्या है या इसे दूर करने के लिए कोई कदम उठाए जाएंगे।

देशभर में BLO की आत्महत्या की संख्या 5

नवीनतम घटना के साथ अब तक BLO की अतिरिक्त जिम्मेदारियों से जुड़ी 5 आत्महत्याओं की जानकारी सामने आई है। रिंकू तरहफदर, कोलकाता (पश्चिम बंगाल)

के कथित सुसाइड नोट में चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराया गया। पुलिस द्वारा बरामद नोट में लिखा था, "अगर मैं BLO का काम पूरा नहीं कर पाई तो प्रशासनिक दबाव बढ़ेगा। मैं यह दबाव झेल नहीं सकती।”

केरल के अनीश जॉर्ज की आत्महत्या के मामले में हालांकि कोई नोट नहीं मिला, लेकिन परिवार का कहना था कि वह तय समय में काम पूरा करने के दबाव में थे। जबकि खुदकुशी करने वाली एक और BLO कोलकाता की शांतिमणि एक्का के परिवार ने कहा कि अतिरिक्त जिम्मेदारी के चलते वह मानसिक रूप से परेशान थीं।

राजस्थान के मुकेश जांगिड़ ने सुसाइड नोट में लिखा था कि उन पर सुपरवाइज़र का अत्यधिक काम का दबाव था और निलंबन की धमकी दी जा रही थी।

वहीं वधेेल, गुजरात के अरविंदकुमार मुलजीभाई के कथित सुसाइड नोट में लिखा था कि अतिरिक्त जिम्मेदारियों से वह “थक चुके थे और मानसिक रूप से टूट गए थे”।

अब तक 11 अन्य BLO की मौत पर भी परिवारों ने अतिरिक्त जिम्मेदारियों को कारण बताया

हालांकि, पश्चिम बंगाल, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के चुनाव अधिकारियों ने काम और मौत के बीच सीधा संबंध मानने से इनकार किया है।

SIR चरण-II इस समय नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहा है, जहां BLOs को वितरण और संग्रह की जिम्मेदारी दी गई है। इसकी समयसीमा है 4 दिसंबर।

इस बार BLOs को फॉर्म पर दिए गए विवरण को पुराने मतदाता सूची से मिलान करना भी खुद ही करना है — यह बिहार की प्रक्रिया से ज्यादा कठिन है।

पश्चिम बंगाल घटना: "कई दिनों से जूझ रही थी"

नादिया की रिंकू तरहफदर कृष्णानगर की पैराटीचर थीं। हाल ही में उन्हें BLO की जिम्मेदारी दी गई थी। वह अपने घर ससथीटाला में मृत मिलीं।

परिवार का दावा है कि उन्हें BLOs को डेटा एंट्री की जिम्मेदारी भी दी गई थी लेकिन रिंकू को कंप्यूटर का पर्याप्त ज्ञान नहीं था। इसके बावजूद डोर-टू-डोर जाना, लगातार फोन और सवाल-जवाब, बढ़ता प्रशासनिक दबाव, कड़े डेडलाइन, गलती होने पर दंडात्मक कार्रवाई का डर, इन सबने उन्हें तनाव में डाल दिया था।

उनके पति आशीष तरहफदर ने कहा, "सुसाइड नोट में उन्होंने चुनाव आयोग को जिम्मेदार बताया। वह फॉर्म ऑनलाइन अपलोड नहीं कर पा रही थीं और डरती थीं कि उन्हें दोषी ठहराया जाएगा।”

देवर अभिजीत ने कहा, "वह पार्ट-टाइम टीचर थीं, कंप्यूटर की आदत नहीं थी। इतनी बड़ी जिम्मेदारी दे दी गई। वह दबाव झेल नहीं पाईं।"

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने X पर लिखा, "एक और BLO की मौत से स्तब्ध हूँ। यह बेहद चिंताजनक हो चुका है।” घटना दो दिन बाद हुई जब ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर SIR प्रक्रिया रोकने की मांग की थी।

चुनाव आयोग ने तत्काल डीएम से रिपोर्ट मांगी है।

वो BLO जिनकी मौत हुई

इन आत्महत्याओं के अलावा दूसरे राज्यों में भी BLO की मौत की खबरें आई हैं।  जैसे मध्य प्रदेश में दो BLO की मौत हो गई। रायसेन के शिक्षक रामाकांत पांडे

मंडीदीप में BLO थे जोकि ऑनलाइन मीटिंग के बाद गिर पड़े और उनकी मौत हो गई। परिवार बोला कि वह कई रातों से नहीं सोए थे और उन्हें निलंबन का भी डर था।

दमोह के सीताराम गौंड फॉर्म भरते समय अचानक बीमार पड़े। उन्हें जबलपुर भेजा गया लेकिन उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।

गुजरात के सूरत के मधी गांव की निवासी BLO कल्पनाबेन पटेल बेलधा गांव के प्राथमिक विद्यालय में प्रिंसिपल थीं। उनके पास 300 मतदाताओं के क्षेत्र की जिम्मेदारी थी। लेकिन घर लौटकर सीने में दर्द की शिकायत हुई और अस्पताल में उनकी मौत हो गई।

परिवार ने कहा कि BLO काम के घंटे बहुत लंबे थे। घर से दूर क्षेत्र कवर करना पड़ रहा था। उनके वरिष्ठ BLO ने कहा, "वह अच्छा काम कर रही थीं… 80% काम पूरा कर चुकी थीं। बेलधा गांव ग्रीन ज़ोन में था। हादसे से हम भी दुखी हैं। अब बाक़ी काम किसी और शिक्षक को देना होगा।”

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