ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान घबराया, पंजाब में मरियम नवाज ने इमरजेंसी लगाया
Operation Sindoor Live: पहलगाम आतंकी हमले के ठीक 14 दिन बाद भारत ने पीओके में आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की है। इस मामले मे पल पल की जानकारी के लिए बने रहिए द फेडरल देश के साथ;
Operation Sindoor Live: पहलगाम आतंकी हमले के ठीक 14 दिन बाद भारत ने पीओके में आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की है। इस मामले मे पल पल की जानकारी के लिए बने रहिए द फेडरल देश के साथ
पाकिस्तान स्थित पंजाब प्रांत में इमरजेंसी घोषित की गई है। इस संबंध में सीएम मरियम नवाज ने ऐलान किया।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद गृह मंत्री अमित शाह पाकिस्तान से सीमा सटे हुए राज्यों के साथ बैठक कर रहे हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंच चुके हैं। वो ऑपरेशन सिंदूर के बारे में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को देंगे।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सरकार ने गुरुवार यानी आठ मई को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट बैठक के दौरान भारतीय सेना की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' देश के लिए गर्व का विषय है। बैठक में पीएम मोदी ने मंत्रिमंडल को ऑपरेशन से जुड़ी पूरी जानकारी भी साझा की और सेना के पराक्रम की खुले दिल से प्रशंसा की।
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला का कहना है कि हममें से कोई भी युद्ध नहीं चाहता...हम चाहते हैं कि स्थिति फिर से सुधरे, लेकिन पहले हमारे पड़ोसी देश (पाकिस्तान) को अपनी बंदूकें नीचे रखनी होंगी।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। इस ऑपरेशन का मकसद सिर्फ आतंकी ठिकानों को तबाह करना था। ऑपरेशन के दौरान अत्यधिक संयम का परिचय दिया।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने मीडिया को संबोधित करते हुए मुंद्रिके और पाकिस्तान तथा पाक अधिकृत कश्मीर (पीओजेके) में स्थित अन्य आतंकवादी शिविरों पर किए गए कई हमलों के वीडियो प्रस्तुत किए।
रात 1.05 से लेकर 1.30 बजे तक ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया। आतंकियों के कुल 9 ठिकानों को बर्बाद किया गया। पिछले 3 दशक से पाकिस्तान की तरफ से इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। पीओके पीओजेके में स्थित सेंटर को लक्षित किया गया है। उत्तर में सवाई नाला और दक्षिण में बहावल पुर स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "...पहलगाम में हमला अत्यंत बर्बरतापूर्ण था, जिसमें अधिकांश पीड़ितों को नजदीक से सिर में गोली मारकर तथा उनके परिवार के सामने मार दिया गया...परिवार के सदस्यों को जानबूझ कर इस तरह से मारा गया कि उन्हें संदेश वापस ले लेना चाहिए। यह हमला स्पष्ट रूप से कश्मीर में सामान्य स्थिति बहाल होने से रोकने के उद्देश्य से किया गया था..."