दुनियाभर में किरकिरी के बाद सफाई दे रहे पाकिस्तानी सेना प्रमुख मुनीर, चीन-तुर्किये के समर्थन से भी पलटे
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर इन दिनों अंतरराष्ट्रीय मंचों पर लगातार सफाई देते घूम रहे हैं। कारण है भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान को चीन और तुर्किये से मिले समर्थन की खबरें।;
अंतरराष्ट्रीय मीडिया और विश्लेषकों के बीच यह धारणा बनती जा रही है कि पाकिस्तान भारत का अकेले सामना नहीं कर पा रहा और उसे चीन और तुर्किये जैसे देशों की शरण लेनी पड़ रही है। भारत ने भी कहा था कि पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन में अकेले नहीं बल्कि चीन और तुर्किये के सैन्य सहयोग से हिस्सा लिया था। इसी वजह से जनरल मुनीर को दुनियाभर में सफाई देते फिरना पड़ रहा है, ताकि पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय साख को बचाया जा सके।
मुनीर की सफाई
इस्लामाबाद स्थित नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में जनरल आसिम मुनीर ने कहा, “भारत का यह कहना कि पाकिस्तान को किसी बाहरी देश से समर्थन मिला, पूरी तरह से गलत और भ्रामक है। पाकिस्तान की सैन्य ताकत उसकी अपनी रणनीतिक सोच और दशकों की मेहनत का परिणाम है।”
उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान किसी भी विदेशी सहयोग के बिना भारत का मुकाबला किया। मुनीर ने यह भी कहा कि “हमारी सफलता किसी अन्य देश की मदद पर नहीं, बल्कि मजबूत संस्थागत ढांचे और हमारी खुद की क्षमता पर आधारित है।”
भारत का पलटवार: चीन-तुर्किये का साजो-सामान
भारत की तरफ से सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने बयान जारी कर कहा था कि “ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने हर स्तर पर पाकिस्तान का समर्थन किया और तुर्किये ने सैन्य साजो-सामान मुहैया कराया।”
इसके जवाब में अब पाकिस्तान सफाई दे रहा है, लेकिन भारत ने यह भी कहा है कि युद्धविराम की अपील पाकिस्तान ने ही की थी, जो इस बात का संकेत है कि वह दबाव में था।
मुनीर ने भारत पर गुटबाजी (Camp Politics) का आरोप भी लगाया और कहा कि “भारत को यह स्वीकार करना चाहिए कि पाकिस्तान आत्मनिर्भर है और उसे किसी बाहरी ताकत की ज़रूरत नहीं है।”
क्या है मामला?
मई में भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था। इस दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
करीब चार दिन तक दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण हालात बने रहे, जिसके बाद पाकिस्तान ने सीजफायर की अपील की।
इस पूरे घटनाक्रम में अंतरराष्ट्रीय मीडिया में यह चर्चा गर्म हो गई कि पाकिस्तान को चीन और तुर्किये का प्रत्यक्ष या परोक्ष समर्थन मिला। इसी के चलते अब पाकिस्तान की सेना और नेतृत्व इन आरोपों को खारिज करते हुए अलग-अलग मंचों से सफाई दे रहे हैं।