भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को ले जाने वाले Axiom-4 मिशन की लॉन्चिंग टली
Axiom-4 मिशन के चालक दल में चार अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं, अमेरिका की पेगी व्हिटसन, भारत के शुभांशु शुक्ला, पोलैंड के स्लावोश उज्नान्स्की-विस्निव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू।;
यह ऐतिहासिक मिशन बुधवार, 11 जून को भारतीय समय के मुताबिक शाम 5:30 बजे पर प्रक्षेपण के लिए तैयार था, लेकिन मंगलवार सुबह स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट में लिक्विड ऑक्सीजन (LOx) रिसाव की मरम्मत के लिए इंजीनियरों द्वारा अधिक समय मांगे जाने के कारण टाल दिया गया।
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और इसरो के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को इस मिशन का पायलट नामित किया गया है।
स्पेसएक्स का बयान
स्पेसएक्स ने घोषणा की कि वे Ax-4 मिशन के फाल्कन-9 प्रक्षेपण से "पीछे हट" रहे हैं, ताकि बूस्टर निरीक्षण के बाद पहचाने गए LOx रिसाव की मरम्मत की जा सके। स्पेसएक्स ने सोशल मीडिया पर लिख, “Ax-4 को @Space_Station तक ले जाने वाले फाल्कन 9 के कल के लॉन्च से पीछे हट रहे हैं, ताकि स्पेसएक्स की टीम रिसाव की मरम्मत कर सके।”
स्पेसएक्स ने यह भी कहा, “मरम्मत पूरी होने और लॉन्च रेंज की उपलब्धता के बाद हम नई लॉन्च तिथि साझा करेंगे।”
Ax-4 मिशन: भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
Axiom Space के अनुसार, Ax-4 मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए मानव अंतरिक्ष उड़ान में वापसी का प्रतीक है। ये तीनों देश 41 वर्षों बाद पहली बार सरकारी समर्थन से अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) भेज रहे हैं।
यह भारत की दूसरी सरकारी मानव अंतरिक्ष उड़ान है, पहली 1984 में राकेश शर्मा के सोवियत रूस के सोयूज़ मिशन के साथ हुई थी।
लॉन्च में देरी क्यों हुई?
मिशन पहले 10 जून 2025 को लॉन्च होने वाला था, लेकिन खराब मौसम के कारण इसे 11 जून 2025 को शाम 5:30 बजे IST तक के लिए स्थगित किया गया था। लेकिन फिर तकनीकी खराबी के कारण यह लॉन्च अब फिर से टाल दिया गया है। नई लॉन्च तिथि की घोषणा अभी नहीं की गई है।
Ax-4 चालक दल
पेगी व्हिटसन (अमेरिका):
अमेरिका की सबसे अनुभवी अंतरिक्ष यात्री। तीन दीर्घकालिक अंतरिक्ष मिशनों में हिस्सा ले चुकी हैं। कुल मिलाकर उनके पास अब तक 675 दिन अंतरिक्ष में रहने का अनुभव है, जो किसी भी अमेरिकी और किसी भी महिला अंतरिक्ष यात्री से अधिक है। वह ISS की पहली महिला कमांडर भी रही हैं।
शुभांशु शुक्ला (भारत):
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और ISRO के अंतरिक्ष यात्री, जो ISS जाने वाले पहले भारतीय और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे। (पहले थे राकेश शर्मा)
स्लावोश उज्नान्स्की-विस्निव्स्की (पोलैंड):
एक वैज्ञानिक और अभियंता, जिन्होंने जेनेवा स्थित CERN (यूरोपीय नाभिकीय अनुसंधान संगठन) में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
टिबोर कापू (हंगरी):
मैकेनिकल इंजीनियर, जिन्हें 2023 में Hungarian to Orbit (HUNOR) प्रोग्राम के तहत 247 उम्मीदवारों में से चुना गया था।
Axiom-4 का प्रक्षेपण कहां से होगा?
Ax-4 चालक दल, जिसमें शुभांशु शुक्ला भी शामिल हैं, NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर के LC-39A लॉन्चपैड से SpaceX ड्रैगन यान में सवार होकर ISS के लिए उड़ान भरेंगे। नई लॉन्च तिथि जल्द घोषित की जाएगी।