कोलकाता ISKCON का दावा, 'बांग्लादेश में एक और हिंदू पुजारी गिरफ्तार'
बांग्लादेश में एक और हिंदू पुजारी श्याम दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसको लेकर इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने दावा किया है.
Shyam Das Prabhu arrest: चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर चल रही अशांति के बीच बांग्लादेश में एक और हिंदू पुजारी श्याम दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसको लेकर इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने दावा किया है.
इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर डाले एक पोस्ट कहा कि एक और ब्रह्मचारी श्याम दास प्रभु को आज चटगाव पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. बांग्लादेश और भारत में व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसमें लोग इस्कॉन के पूर्व सदस्य चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, एक अन्य पोस्ट में श्याम दास प्रभु की तस्वीर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा कि क्या वह आतंकवादी जैसा दिखता है. ब्रह्मचारियों की गिरफ्तारी बेहद चौंकाने वाली और परेशान करने वाली है.
बता दें कि चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और मंगलवार को चटगांव की एक अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया था. भारत ने पूर्व इस्कॉन नेता की गिरफ्तारी पर "गहरी चिंता" व्यक्त की थी और बांग्लादेशी सरकार से हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया था. बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू, जो 170 मिलियन की आबादी का केवल 8 प्रतिशत हिस्सा हैं, ने 5 अगस्त को शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से 50 से अधिक जिलों में 200 से अधिक हमलों का सामना किया है.
इससे पहले भारत में दक्षिणपंथी हिंदू समूह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भी ढाका में हिंदुओं और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों की निंदा की और उन्हें "खतरनाक" बताया. संघ ने मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार की "मूक दर्शक" बने रहने के लिए आलोचना की. आरएसएस ने चिन्मय दास की गिरफ्तारी को "अनुचित" करार दिया और उनकी तत्काल रिहाई की मांग की.
इस बीच बांग्लादेश ने आश्वस्त किया कि बांग्लादेश में हिंदू "सुरक्षित" हैं और देश में अल्पसंख्यकों को कोई खतरा नहीं है. बांग्लादेश अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल इस्लाम ने भी पुष्टि की थी कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि चिन्मय दास को निष्पक्ष सुनवाई मिले.