रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह : सीमाएँ बदलती हैं, सिंध फिर भारत में आ सकता है !
रक्षा मंत्री ने कहा कि सभ्यता के स्तर पर सिंध हमेशा भारत का हिस्सा है; आडवाणी का हवाला देते हुए बोले सिंधी पीढ़ी आज भी अलगाव स्वीकार नहीं कर पाई।
By : The Federal
Update: 2025-11-23 17:32 GMT
Defense Minister Rajnath Singh On Sindh : भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भले ही आज सिंध का इलाक़ा भारत का हिस्सा नहीं है, लेकिन सभ्यता और संस्कृति के स्तर पर सिंध हमेशा भारत का भाग रहेगा। वे एक कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहाँ उन्होंने यह भी कहा कि सीमाएँ बदलती हैं… कौन जानता है, कल सिंध दोबारा भारत का हिस्सा बन जाए।
#WATCH | Delhi: Defence Minister Rajnath Singh says, "...Today, the land of Sindh may not be a part of India, but civilisationally, Sindh will always be a part of India. And as far as land is concerned, borders can change. Who knows, tomorrow Sindh may return to India again..."… pic.twitter.com/9Wp1zorTMt
— ANI (@ANI) November 23, 2025
सिंध का भारत से बिछड़ना आज भी स्वीकार नहीं: राजनाथ सिंह
सिंध प्रदेश, जो विभाजन से पहले भारत का हिस्सा था और सिंधु नदी के तट पर स्थित है। 1947 में पाकिस्तान में चला गया था। उस समय वहाँ रहने वाले बड़ी संख्या में सिंधी हिंदू भारत आ गए थे।
राजनाथ सिंह ने कहा कि पुरानी पीढ़ी के सिंधी समुदाय, खासकर भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी जैसे लोग, आज भी सिंध के भारत से अलग होने को दिल से स्वीकार नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि आडवाणी जी ने अपनी किताब में लिखा है कि उनकी पीढ़ी के सिंधी हिंदू अब भी सिंध के अलग होने को नहीं मानते।
उन्होंने आगे कहा कि न सिर्फ हिंदू, बल्कि मुसलमान भी सिंधु नदी को पवित्र मानते थे।
सिंधु नदी पूरे भारत में पूजनीय है। सिंध के कई मुस्लिम भी मानते थे कि सिंधु का जल मक्का की ज़मज़म के पानी से कम पवित्र नहीं है। यह आडवाणी जी का ही उद्धरण है।
सभ्यता के स्तर पर सिंध हमेशा हमारा रहेगा
राजनाथ सिंह ने कहा कि आज भौगोलिक रूप से सिंध भारत का हिस्सा नहीं है, लेकिन हमारी सभ्यता में सिंध हमेशा भारत का अविभाज्य अंग रहेगा। और ज़मीन की बात करें तो सीमाएँ बदलती रही हैं। कौन जानता है कि कल सिंध फिर भारत लौट आए। सिंध के लोग, जो सिंधु नदी को पवित्र मानते हैं, वे जहाँ भी हों, हमारे ही हैं।”
PoK पर भी दिया बयान
इससे पहले सितंबर में मोरक्को में भारतीय समुदाय से बातचीत के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारत को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) वापस मिलेगा, और इसके लिए किसी आक्रामक सैन्य कार्रवाई की ज़रूरत भी नहीं होगी।
उन्होंने कहा था कि PoK अपने आप हमारा होगा। वहाँ के लोग खुद आज़ादी की मांग कर रहे हैं; आपने नारे सुने होंगे।
ऑपरेशन ‘सिंदूर’ का संदर्भ
भारत के हालिया ऑपरेशन सिंदूर, जो पाकिस्तान के आतंकी ढांचे पर कार्रवाई के लिए चलाया गया था, का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कई विशेषज्ञों का मानना था कि भारत को PoK में प्रवेश कर वह इलाक़ा वापस लेना चाहिए जो कानूनी रूप से भारत का है।