'हर महीने एक युद्ध खत्म किया', ट्रंप की नई शांति कहानी

डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने भारत-पाक युद्ध रोका, हर माह एक युद्ध खत्म किया। भारत ने इसे सिरे से खारिज कर विदेशी हस्तक्षेप नकारा।;

Update: 2025-08-04 01:11 GMT

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोककर शांति स्थापित की है। रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए ट्रंप ने कहा कि उन्होंने न केवल भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष रोका, बल्कि दुनिया भर के कई अन्य बड़े युद्धों को भी खत्म किया है।

ट्रंप ने लिखा कि चार्लामेन (रेडियो होस्ट और लेखक) को मेरे कार्यकाल की उपलब्धियों के बारे में कुछ नहीं पता। मैंने पांच युद्ध समाप्त किए हैं, जिनमें कांगो और रवांडा के बीच 31 साल से चल रही खूनी लड़ाई भी शामिल है, जिसमें 70 लाख लोगों की जान गई थी और कोई अंत नज़र नहीं आ रहा था।

भारत-पाकिस्तान पर भी दावा

अपने पोस्ट में ट्रंप ने आगे कहा, चार्लामेन को यह भी नहीं पता कि मैंने भारत-पाकिस्तान संघर्ष को खत्म किया, ईरान की परमाणु क्षमताओं को समाप्त किया, अमेरिका-मेक्सिको सीमा को सील किया और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को अब तक की सबसे बड़ी ऊंचाई तक पहुंचाया।एक दिन पहले न्यूज़मैक्स चैनल से बात करते हुए ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने कई युद्धों को सुलझाया है, जिनमें भारत और पाकिस्तान का संघर्ष भी शामिल है। उन्होंने कहा, एक युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच था, और वह भी परमाणु संघर्ष का खतरा लिए हुए था।

ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने व्यापारिक दबाव के ज़रिए कई युद्ध रोके। मैंने कहा, तुम लोग लड़ना चाहते हो तो लड़ो, जी भर के लड़ो, लेकिन हम कोई व्यापार समझौता नहीं करेंगे। उनके अनुसार, इसी रणनीति से कई देश युद्ध के बजाय बातचीत की ओर बढ़े।

हर महीने एक युद्ध खत्म करने का दावा

ट्रंप ने कहा, मैंने हर महीने औसतन एक युद्ध खत्म किया। हम लाखों जानें बचा रहे थे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने भी ट्रंप के दावे का समर्थन किया। उन्होंने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि ट्रंप ने थाईलैंड-कंबोडिया, इज़राइल-ईरान, रवांडा-कांगो, भारत-पाकिस्तान, सर्बिया-कोसोवो और मिस्र-इथियोपिया जैसे देशों के बीच संघर्ष समाप्त करवाया।लेविट ने कहा कि ट्रंप ने अपने छह महीनों के कार्यकाल में हर महीने एक शांति समझौता या संघर्षविराम कराया है।

भारत का खंडन

हालांकि, भारत सरकार ने ट्रंप के दावों को सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने साफ शब्दों में कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया संघर्ष विराम में किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं थी।जयशंकर ने संसद में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ट्रंप के बीच 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद से 16 जून तक कोई बातचीत नहीं हुई।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के लिए किसी भी विदेशी नेता ने भारत से आग्रह नहीं किया, और इस सैन्य कार्रवाई का व्यापार या कूटनीतिक दबाव से कोई संबंध नहीं है।प्रधानमंत्री मोदी ने भी संसद में कहा कि भारत की सुरक्षा और जवाबी कार्रवाई पर कोई विदेशी हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं है।

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। इसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर नामक सैन्य अभियान शुरू किया। इस ऑपरेशन के जरिए आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया, जो भारत की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत एक निर्णायक कदम माना गया।

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