बंधक रिहाई से शुरू होगा गाज़ा शांति समझौता, ट्रंप की मध्यस्थता रंग लाई

अमेरिका की मध्यस्थता में इज़रायल और हमास के बीच गाज़ा शांति योजना के पहले चरण पर सहमति बनी। ट्रंप बोले कि अब बंधक रिहा होंगे और गाजा में शांति लौटेगी।

By :  Lalit Rai
Update: 2025-10-09 01:08 GMT

Israel Hamas Peace Deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि इज़रायल और हमास ने अमेरिका की मध्यस्थता वाली शांति योजना के पहले चरण पर सहमति जताई है। इस ऐतिहासिक समझौते का उद्देश्य गाज़ा में जारी युद्ध को रोकना और बंधकों व कैदियों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करना है।

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “इसका मतलब है कि सभी बंधकों को बहुत जल्द रिहा कर दिया जाएगा, और इज़रायल अपने सैनिकों को एक निश्चित सीमा तक वापस बुला लेगा। यह एक मज़बूत, टिकाऊ और स्थायी शांति की दिशा में पहला कदम है। सभी पक्षों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाएगा।”

समझौते की प्रमुख शर्तें

समझौते के तहत गाज़ा में पांच नए मानवीय सहायता मार्गों को तुरंत खोला जाएगा, गाज़ा वापसी मानचित्र में संशोधन किया जाएगा और पहले चरण में 20 इज़रायली बंदियों को जीवित रिहा किया जाएगा। इस समझौते की गारंटी अमेरिका, मिस्र, क़तर और तुर्की ने दी है ताकि जब तक दोनों पक्ष इसकी शर्तों का पालन करें, तब तक हमले दोबारा न हों।

एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, हमास इस वीकेंड तक सभी 20 बंधकों को रिहा करेगा, जिसके बदले में इज़रायली सेना गाज़ा के अधिकांश हिस्सों से पीछे हट जाएगी।

व्हाइट हाउस ने ट्रंप को बताया ‘पीस प्रेसिडेंट’

ट्रंप के इस ऐलान के बाद व्हाइट हाउस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से पोस्ट करते हुए उन्हें “The Peace President” कहा।

ट्रंप-नेतन्याहू की बातचीत

इस घोषणा के तुरंत बाद इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने सभी बंधकों की रिहाई के समझौते को एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया और आगे भी सहयोग जारी रखने पर सहमति जताई।नेतन्याहू ने ट्रंप को इज़रायली संसद नेसेट को संबोधित करने के लिए आमंत्रित भी किया।

सभी पक्षों से पुष्टि

गाज़ा शांति समझौते के पहले चरण की पुष्टि बुधवार देर रात इज़रायल, हमास और मध्यस्थ देश क़तर ने भी की। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि इस समझौते में गाज़ा शासन व्यवस्था या हमास के विसैन्यीकरण जैसे जटिल मुद्दों पर कोई सहमति बनी है या नहीं। सूत्रों के अनुसार, इन विषयों पर आगे की वार्ता मिस्र में जारी रहेगी, जिससे समझौते के अगले चरण तय होंगे।

क़तर की निर्णायक भूमिका

अमेरिका, इज़रायल, मिस्र और क़तर के प्रतिनिधिमंडल सोमवार से मिस्र के शर्म-अल-शेख में वार्ता में जुटे थे। रॉयटर्स के अनुसार, क़तर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने भी चर्चा में भाग लिया।क़तर ने इस शांति योजना को अंतिम रूप देने में एक अहम मध्यस्थ के रूप में भूमिका निभाई।

‘इज़रायल के लिए बड़ा दिन’ – नेतन्याहू

नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर लिखा, “यह इज़रायल के लिए एक बड़ा दिन है। मैं कल सरकार को इस समझौते को मंज़ूरी देने के लिए बुलाऊंगा ताकि हमारे सभी प्रिय बंधक वापस आ सकें। मैं राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी टीम का इस मिशन में योगदान के लिए तहे दिल से धन्यवाद करता हूं। उन्होंने आगे कहा, “योजना के पहले चरण की स्वीकृति के साथ हमारे सभी बंधक स्वदेश लौटेंगे। यह न केवल एक कूटनीतिक सफलता है बल्कि इज़रायल के लिए एक नैतिक और राष्ट्रीय विजय भी है।”

युद्ध के 2 साल बाद पहली बड़ी सफलता

ट्रंप का यह ऐलान 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इज़रायल पर किए गए हमले के दो साल बाद आया है, जिसने दोनों देशों को भीषण संघर्ष में झोंक दिया था। उस हमले में लगभग 1,200 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे। तब से गाज़ा में इज़रायली हमलों में 60,000 से अधिक लोगों की मौत की खबरें हैं, जिनमें महिलाओं और बच्चों की संख्या सर्वाधिक है।

मिस्र में कई दिनों तक चली बातचीत के बाद हुआ यह समझौता गाज़ा युद्ध को समाप्त करने की दिशा में सबसे ठोस कदम माना जा रहा है। अमेरिका, इज़रायल, मिस्र और क़तर के सहयोग से तैयार यह प्रारंभिक चरण अगर सफल रहा, तो मध्य पूर्व में वर्षों से जारी हिंसा के अंत की संभावनाओं को नया जीवन मिल सकता है।

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