'तुम्हारा सिर घूम जाएगा', ट्रंप का दावा- टैरिफ वार्निंग से बचाया भारत-पाक संघर्ष

डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया कि मई में भारत-पाक परमाणु टकराव उनकी दखल और टैरिफ धमकी से रुका। भारत ने किसी तीसरे पक्ष की भूमिका को नकार दिया है।;

Update: 2025-08-27 03:23 GMT

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने मई में भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु टकराव को सीधे हस्तक्षेप कर रोक दिया था। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों को चेतावनी दी थी कि अगर झगड़ा नहीं रुका तो अमेरिका इतने ऊंचे व्यापारिक टैरिफ लगाएगा कि तुम्हारा सिर घूम जाएगा।

व्हाइट हाउस में कैबिनेट बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की और फिर पाकिस्तान से संपर्क कर तनाव को कम कराया। उन्होंने कहा “मैं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर रहा था। मैंने पूछा—आप और पाकिस्तान के बीच क्या चल रहा है? फिर मैंने पाकिस्तान से भी बात की। मैंने कहा, आप और भारत के बीच क्या हो रहा है? यह दुश्मनी बहुत लंबे समय से जारी है, कभी अलग-अलग नामों से, सदियों से।”

1947 का संदर्भ

ट्रंप की इस टिप्पणी पर गौर करना ज़रूरी है कि भारत और पाकिस्तान 1947 में स्वतंत्र राष्ट्र बने थे, जब ब्रिटेन ने लगभग 200 साल का औपनिवेशिक शासन समाप्त कर उपमहाद्वीप का विभाजन किया।

“मोदी और पाकिस्तान पर डाला दबाव”

ट्रंप ने दावा किया कि उनकी चेतावनी के बाद पाकिस्तान पीछे हट गया। उन्होंने कहा—“मैंने साफ कहा, मैं आपके साथ कोई व्यापारिक समझौता नहीं करना चाहता। आप लोग परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं। मैंने कहा, मुझे फर्क नहीं पड़ता, कल फोन करना, लेकिन जब तक आप रुकते नहीं, आपके खिलाफ इतने ऊंचे टैरिफ लगाएंगे कि सिर घूम जाएगा। इसके पांच घंटे के भीतर ही सब खत्म हो गया। अब शायद फिर शुरू हो, लेकिन मैं उसे भी रोक दूंगा। हम यह होने नहीं देंगे।”

'7 जेट गिराए गए'

ट्रंप ने यह भी दोहराया कि भारत-पाक संघर्ष में कई लड़ाकू विमान गिराए गए थे। उन्होंने कहा “मैंने देखा कि वे लड़ रहे थे और सात जेट मार गिराए गए। यह बहुत बुरा था। हर विमान की कीमत करीब 150 मिलियन डॉलर होती है। असल संख्या शायद रिपोर्ट भी नहीं की गई। इससे पहले ट्रंप ने पांच जेट गिराए जाने की बात कही थी, लेकिन इस बार उन्होंने कहा कि संख्या सात या उससे ज्यादा हो सकती है। उनका दावा है कि व्यापारिक दबाव ने बड़े युद्ध को रोका।

'भारत-पाक युद्ध परमाणु स्तर पर था'

ट्रंप ने कहा “भारत और पाकिस्तान का युद्ध अगले स्तर पर पहुंचने वाला था, यह परमाणु युद्ध बन सकता था। वे पहले ही 7 जेट गिरा चुके थे। मैंने कहा, अगर तुम व्यापार चाहते हो तो झगड़ा रोकना होगा। तुम्हारे पास 24 घंटे हैं। उन्होंने कहा अब युद्ध नहीं है। मैंने इस तरह की रणनीति कई बार इस्तेमाल की ट्रेड और जो भी हथियार मेरे पास था।”

पहले भी कर चुके हैं दावा

यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप ने इस तरह का बयान दिया। जुलाई में भी उन्होंने कहा था कि पहलगाम आतंकी हमले (जिसमें 26 लोग मारे गए) के बाद भारत और पाकिस्तान परमाणु संघर्ष की कगार पर थे और उन्होंने “सही समय पर दखल” देकर स्थिति को संभाला। उनकी यह टिप्पणी उस वक्त आई जब व्हाइट हाउस ने उनके विदेश नीति दृष्टिकोण की सराहना करते हुए कहा कि ट्रंप के प्रयासों से ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान में युद्धविराम हुआ। व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने इसे ट्रंप की “संघर्ष प्रबंधन क्षमता” का उदाहरण बताया।

भारत का रुख

भारत ने लगातार किसी भी तीसरे पक्ष की भूमिका को खारिज किया है। अधिकारियों का कहना है कि 10 मई को पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारतीय समकक्ष से सीधे संपर्क किया और उसी बातचीत से युद्धविराम पर सहमति बनी।

पहलगाम आतंकी हमला और TRF

7 मई को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी। इस हमले की ज़िम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी।अमेरिका ने 17 जून को TRF को विदेशी आतंकी संगठन (FTO) और स्पेशली डिज़िग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट (SDGT) घोषित किया। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा—“TRF ने 22 अप्रैल के पहलगाम हमले की ज़िम्मेदारी ली थी, जिसमें 26 निर्दोषों की जान गई।”

भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा “TRF वास्तव में लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन है। हम इस घोषणा का स्वागत करते हैं। यह भारत-अमेरिका आतंकवाद-रोधी सहयोग की मजबूत पुष्टि है।”

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